केंद्रीय बजट 2021 में ईवीएम से जुड़ी बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट और वीवीपीएटीएस खरीदने तथा पुरानी वोटिंग मशीनों को नष्ट करने पर निर्वाचन आयोग को कोष प्रदान करने के लिए विधि मंत्रालय को 1,005 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
ईवीएम की विश्वसनीयता के संबंध में कुछ नेताओं द्वारा सवाल उठाए जाने के बीच चुनाव आयोग ने मंगलवार को इस बात पर जोर दिया कि यह मशीन ''पूरी तरह मजबूत है और इससे कोई छेड़छाड़ नहीं'' हो सकती।
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा है कि राजनीतिक दलों को चुनाव में हार के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को दोष देना बंद करना चाहिए।
अबतक हुई मतगणना के मुताबिक बिहार में एनडीए गठबंधन 129 सीटों पर आगे चल रहा है और आरजेडी गठबंधन 103 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
अश्वनी उपाध्याय का कहना है कि जब एक साफ-सुथरी छवि का प्रत्याशी निर्दलीय चुनाव लड़ता है और दूसरी तरफ कोई दागी प्रत्याशी किसी बड़े दल के सिंबल से चुनाव लड़ता है तो समान प्रतियोगिता नहीं हो पाती। यह समानता के अधिकार का उल्लंघन है।
तमाम एग्जिट पोल्स के मुताबिक, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी एक बार फिर जबर्दस्त बहुमत के साथ सत्ता में वापसी कर रही है।
EVM को लेकर हमेशा भाजपा को कटघरे में खड़ा करने वाली कांग्रेस ने एक बार फिर EVM का मुद्दा उठाया है।
भारतीय जनता पार्टी के नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय ने चुनाव आयोग से मांग की है कि ईवीएम मशीन पर से पार्टियों के सिंबल हटा दिए जाएं।
तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के स्थान पर मतपत्र वापस लाने की मांग करते हुए कहा कि लोकतंत्र को बचाने एवं चुनाव के दौरान कालेधन के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए देश में चुनाव सुधार जरूरी हैं।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने सोमवार को सोनिया गांधी से मुलाकात की और EVM के मुद्दे पर चर्चा की। पिछले एक दशक से भी ज्यादा समय में राष्ट्रीय राजधानी में पहली बार आए राज ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र का चुनाव मत पत्र से होना चाहिए।
लोकसभा चुनावों को खत्म हुए एक महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है लेकिन EVM से जुड़े विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर हुई चर्चा के बाद जवाब देने के साथ-साथ EVM के मुद्दे को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा और 'एक देश, एक चुनाव' की वकालत भी की।
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने रविवार को आरोप लगाया कि हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में आए एकतरफा चुनाव परिणाम अप्रत्याशित और जन-अपेक्षा के विपरीत हैं और यह बिना सुनियोजित गड़बड़ी तथा धांधली के संभव नहीं है।
वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) ने मंगलवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुये महाराष्ट्र विधानसभा का आगामी चुनाव मतपत्रों के जरिए कराने की मांग की।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के 20 साल होने के अवसर पर कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए पवार ने कहा कि यह पता लगाने की जरूरत है कि एक मतदाता द्वारा अपनी पसंद के पार्टी उम्मीदवार के नाम के आगे बटन दबाने के बाद वास्तव में क्या आता है और वीवीपैट में क्या दिखता है।
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी ने शनिवार को कहा कि ईवीएम-वीवीपैट प्रणाली में छेड़छाड़ की कोई संभावना नहीं है लेकिन चुनाव आयोग को विपक्ष और लोगों को समझाकर उसके बारे में संदेह को दूर चाहिए।
समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खां ने बुधवार को चुनाव आयोग पर तंज कसा और सवाल किया कि चुनाव आयोग पर किसी को भरोसा क्यों नहीं है?
‘‘ ईवीएम का विरोध देश की जनता के जनादेश का अनादर है। हार से बौखलाई यह 22 पार्टियां देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवालिया निशान उठा कर विश्व में देश और अपने लोकतंत्र की छवि को धूमिल कर रही हैं। ’’
विपक्ष को पराजय का आभास मिल चुका है, ऐसे में हताशा में ईवीएम पर निशाना साधकर वह एक तरह से दिवालियेपन का परिचय दे रहा है।’’
चुनाव नतीजों से पहले बिना किसी सबूत और बिना किसी ठोस आधार के चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाना लोकतन्त्र का अपमान है।
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