कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने ईवीएम को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 में ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर्स का मतदान के लिए इस्तेमाल किया जाए। क्योंकि ईवीएम को हैक किया जा सकता हैै।
राज्य में कोई एक पार्टी बहुमत से सरकार बनाएगी या राज्य में त्रिशंकु सरकार बनेगी। 13 मई की शाम तक यह भी तय हो जाएगा। लेकिन समस्या है तो सिर्फ EVM (Electronic Voting Machine)।
अजीत पवार ने एक बयान में कहा था कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से ईवीएम पर पूरा भरोसा है, और ईवीएम से छेड़छाड़ संभव नहीं है।
अजित पवार ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की और चुनाव के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले EVM में पूर्ण विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने कहा- जब लोग चुनाव हारते हैं, तो वह लोगों के फैसले को स्वीकार करने के बजाय ईवीएम को दोष देते हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता और सोशल मीडिया की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि गुजरात में ‘त्रिपुरा स्टेट राइफल्स’ (टीएसआर) की कई बटालियन को तैनात किया गया है, लेकिन पार्टी के संज्ञान में यह बात आई है कि इन जवानों से मतदान केंद्र के करीब नहीं जाने के लिए कहा गया है।
President Bolsonaro & Brazil Election: ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो तीन हफ्ते पहले ही चुनाव हार चुके हैं, लेकिन इसे वह बर्दाश्त नहीं कर पा रहे। लिहाजा उन्होंने चुनाव परिणाम आने के तीन हफ्ते बाद अब नया दांव खेल दिया है। इससे एक बार फिर ब्राजील की सियासत में गर्मी पैदा हो गई है।
न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति अभय एस ओका की पीठ ने अपने आदेश में कहा, ‘‘EVM लंबे समय से इस्तेमाल में है, लेकिन समय-समय पर मुद्दों को उठाने की मांग की जाती रही है। ऐसा मालूम होता है कि जिस दल को चुनाव प्रक्रिया के तहत मतदाताओं से मान्यता नहीं मिली है, वह याचिकाएं दायर करके मान्यता लेना चाहता है।’’
President Election 2022: क्या आप जानते हैं कि राष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग कैसे होती है और क्या इसमें ईवीएम यानी इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (Electronic Voting Machines, EVM) का इस्तेमाल किया जाता है? इस सवाल का जवाब आपको यहां मिलेगा।
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हार के भय से अखिलेश यादव हताश हो गए हैं और बौखला गए हैं।
सोमवार को सातवें चरण का मतदान समाप्त होने के बाद शाम को विभिन्न समाचार चैनलों और एजेंसियों ने अपने एक्जिट पोल में भारतीय जनता पार्टी की दोबारा पूर्ण बहुमत से सरकार बनने का दावा किया है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इस बीच EVM में छेड़खानी का गंभीर आरोप लगाया है। अखिलेश ने वाराणसी में EVM छेड़खानी को लेकर ट्वीट भी किया है।
अखिलेश ने यूपी में भाजपा पर आरोप लगाया कि प्रायोजित एक्जिट पोल के नाम पर वह समाजवादी साथियों का मनोबल तोड़ने का कुचक्र रच रही है। यादव ने दावा किया कि भाजपा अभी भी सत्ता के दुरुपयोग से ईवीएम में बंद जनादेश को अपमानित और लांछित करने में लगी है तथा प्रायोजित एक्जिट पोल के नाम पर समाजवादी साथियों का मनोबल तोड़ने का कुचक्र रच रही है।
समाजवादी पार्टी के सांसद प्रो. रामगोपाल यादव ने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र लिखा है और सभी उम्मीदवारों को भी इसकी कॉपी भेजकर कहा है कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनके प्रतिनिधि सभी मतगणना टेबल पर मौजूद रहें, ताकि किसी भी प्रकार का संभावित अनुचित व्यवहार न हो सके।
मतदान करने आए एक युवक ने EVM में ही फेवीक्विक डाल दी थी, जिससे ईवीएम ने नाम करना बंद कर दिया था और पोलिंग बूथ पर तैनात अधिकारियों की परेशानी भी बढ़ा दी थी।
रीना द्विवेदी का नया लुक सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। साल 2019 के आम चुनाव के दौरान पीली साड़ी वाले लुक को लेकर चर्चा में आईं रीना अब वेस्टर्न लुक को लेकर चर्चा में हैं।
मुख्यमंत्री के पिता ने पत्र में लिखा है कि ऐसी परिस्थितियों में जब उनके सभी अधिकारों का हनन हो रहा है तो उनके जीने का उद्देश्य ही समाप्त होता जा रहा है और भारत का नागरिक होने के नाते उनकी प्रज्ञा उन्हें और जीने की इजाजत नहीं दे रही है।
असम में मतदान दल द्वारा भाजपा प्रत्याशी की पत्नी के वाहन में एक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) ले जाए जाने के मामले की मजिस्ट्रेट से जांच कराने के आदेश दिए गए हैं।
हालांकि चुनाव आयोग की जांच में EVM और VVPAT सील बंद पाया गया है। जांच में पता चला है कि चुनाव के बाद पोलिंग पार्टी जिस गाड़ी में EVM लेकर निकली थी वो रास्ते मे खराब हो गयी थी, इसलिए दूसरी गाड़ी का इंतजाम किया गया था।
असम से एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है। ये वीडियो असम के पथरकंडी का बताया जा रहा है जहां सफेद रंग की बोलेरो गाड़ी में ईवीएम मिली है।
देश में चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता प्रभावित करने की नीयत से ईवीएम हैकिंग की फेक न्यूज फैलाने वालों पर चुनाव आयोग सख्त हो गया है।
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