‘‘ ईवीएम का विरोध देश की जनता के जनादेश का अनादर है। हार से बौखलाई यह 22 पार्टियां देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवालिया निशान उठा कर विश्व में देश और अपने लोकतंत्र की छवि को धूमिल कर रही हैं। ’’
विपक्ष को पराजय का आभास मिल चुका है, ऐसे में हताशा में ईवीएम पर निशाना साधकर वह एक तरह से दिवालियेपन का परिचय दे रहा है।’’
चुनाव नतीजों से पहले बिना किसी सबूत और बिना किसी ठोस आधार के चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाना लोकतन्त्र का अपमान है।
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के इस्तेमाल से न सिर्फ मतदान और मतगणना में लगने वाला समय कम हुआ है, मतगणना के मौके पर आम तौर पर दिखाई देने वाला जोश एवं रोमांच भी सिमट सा गया है।
वाराणसी, गोंडा, मथुरा, फतेहाबाद से निगरानी की खबरें सामने आईं हैं। कहीं कांग्रेस प्रत्याशी तो कहीं पर गठबंधन के उम्मीदवार अपने समर्थकों के साथ स्ट्रॉंग रूम की निगरानी में जुटे हैं।
लोकसभा चुनावों के खत्म होने के बाद जैसे ही एग्जिट पोल के नतीजे जारी हुए, ईवीएम का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया।
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लोकसभा चुनावों की मतगणना से महज दो दिन पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में कथित छेड़छाड़ की खबरें सामने आने के बाद मंगलवार को राजनीतिक विवाद पैदा हो गया।
भारत का चुनाव आयोग सशक्त और स्पष्ट रूप से स्पष्ट करना चाहेगा कि इस तरह की सभी रिपोर्ट और आरोप तथ्यात्मक रूप से बिल्कुल गलत हैं।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने विपक्षी दलों के EVM से छेड़छाड़ के आरोपों के बीच एक बयान जारी कर चुनाय आयोग की जिम्मेदारियों का जिक्र किया।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने मंगलवार को पहले से निर्धारित दिल्ली का अपना दौरा रद्द कर दिया।
महबूबा ही नहीं एग्जिट पोल आते ही ममता बनर्जी ने कह दिया कि हजारों ईवीएम में हेरफेर करने या बदलने की साजिश है। अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने कह दिया सारा खेल ईवीएम का ही है।
उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर में गठबंधन प्रत्याशी अफजाल अंसारी ने अपने समर्थकों संग जमकर हंगामा किया है। अफजाल अंसारी ने आरोप लगाया है कि स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर रात को ईवीएम बदलने की कोशिश हुई जिसके बाद अफजाल अपने समर्थकों संग वहां पहुंच गए और डेरा जमा दिया।
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले कांग्रेस एवं दूसरे प्रमुख विपक्षी दलों के नेता मंगलवार को अनौपचारिक मुलाकात करेंगे तथा चुनाव आयोग का रुख करेंगे।
भाजपा के अलावा सभी पार्टियां जहां ईवीएम की पर सवाल उठा रही हैं, वहीं महाराष्ट्र के सबसे ताकतवर पवार परिवार में ईवीएम को लेकर मतभेद पैदा हो गया है। कुछ दिन पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने ईवीएम पर सवाल उठाए थे।
राष्ट्रीय राजधानी की सात सीटों पर लोकसभा चुनाव के छठे चरण के दौरान रविवार को हो रहे मतदान के दौरान अलग-अलग जगहों से ईवीएम में खराबी की शिकायतें मिली हैं।
पवार ने कहा कि इस चुनाव से पहले तक वोटिंग की सभी वीवीपैट स्लिपों की गिनती होती थी। पहले की स्लिप आकार में भी बड़ी थीं। पवार ने कहा कि उन्हें चुनाव के नतीजों को लेकर चिंता हो रही है।
होटल में ईवीएम और वीवीपैट देखकर स्थानीय लोग चुनावी गड़बड़ी की आशंका जता रहे थे। आक्रोशित लोगों ने इस मसले को लेकर हंगामा भी किया।
चुनाव के बीच विपक्षी पार्टियों को बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने EVM पर विपक्षी पार्टियों की पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी है। देश की 21 पार्टियों ने EVM से 50% VVPAT पर्चियों के मिलान की मांग की थी।
21 विपक्षी दलों की 50 फीसदी VVPAT की पर्चियों के सत्यापन की मांग पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा।
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