सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने एक वीडियो साझा किया था, जिसमें एक व्यक्ति को यह दावा करते सुना जा सकता है कि वह महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ईवीएम की ‘फ्रीक्वेंसी’ से छेड़छाड़ कर उसे (ईवीएम को) हैक कर सकता है, जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने यह कार्रवाई की।
महाराष्ट्र में मिली हार से परेशान कांग्रेस ने भाजपा पर EVM को हैक करने का आरोप लगाया है और कहा है कि हमें इतने कम वोट नहीं मिल सकते। वह भी तब जब महाराष्ट्र में इस बार कांग्रेस की लहर थी।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विपक्ष पर ईवीएम को लेकर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि इन सबकी आदत होती जा रही है, अगर ईवीएम खराब है कि इस्तीफा देकर दोबारा चुनाव लड़ें।
मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट के नतीजे पर मचे बवाल के बीच संजय निरुपम ने कहा कि अमोल कीर्तिकर के वोट की दो बार रिकाउंटिंग कराई गई। अगर चुनाव आयोग रिकाउंटिंग की इजाजत नहीं देता, तो सवाल उठता।
ईवीएम को हैक करने की अफवाह फैलाने के मामले में आज चुनाव आयोग की रिटर्निंग अधिकारी वंदना सूर्यवंशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने ईवीएम को हैक करने के सभी दावों को गलत बताया।
केंद्रीय चुनाव आयोग को सभी विपक्षी दलों को बुलाकर उन्हें समझना चाहिए। जो सवाल खड़े हो रहे हैं उनका जवाब देना चाहिए, क्योंकि EVM सिर्फ मशीन नहीं, जिस पर सवाल उठ रहा है।
एलन मस्क ने 2024 अमेरिकी चुनावों के लिए स्वतंत्र उम्मीदवार रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर के बयान का जवाब देते हुए कहा कि अगर ईवीएम से थोड़ी भी छेड़छाड़ संभ है तो यह चितंजानक है। कैनेडी जूनियर ने प्यूर्टो रिको में चुनावों को लेकर चिंता जताई थी।
जब भी चुनाव करीब आता है या चुनाव में हार मिलती है तो विपक्ष ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठाता है। इसको लेकर कई बार बिपक्ष के नेता बीजेपी को घेर चुके हैं, लेकिन हर बार मामला शांत हो जाता है।
देश में चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता प्रभावित करने की नीयत से ईवीएम हैकिंग की फेक न्यूज फैलाने वालों पर चुनाव आयोग सख्त हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर हुई चर्चा के बाद जवाब देने के साथ-साथ EVM के मुद्दे को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा और 'एक देश, एक चुनाव' की वकालत भी की।
वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) ने मंगलवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुये महाराष्ट्र विधानसभा का आगामी चुनाव मतपत्रों के जरिए कराने की मांग की।
लोकसभा चुनावों की मतगणना से महज दो दिन पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में कथित छेड़छाड़ की खबरें सामने आने के बाद मंगलवार को राजनीतिक विवाद पैदा हो गया।
21 विपक्षी दलों की 50 फीसदी VVPAT की पर्चियों के सत्यापन की मांग पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा।
गौरतलब है कि हाल ही में लंदन में हैकथॉन के दौरान एक कथित साइबर एक्सपर्ट ने दावा किया था कि वह भारत में इस्तेमाल हो रही EVM को हैक कर सकता है।
नीतीश कुमार ने कहा कि पहले जब बैलेट पेपर से मतदान होता था, तब बहुत गड़बड़ी होती थी। मतदान केंद्र तक लूट लिया जाता था, उस पर कब्जा हो जाता था। ईवीएम आने के बाद ऐसी घटनाओं पर रोक लगी है।
पार्टी की प्रदेश इकाई के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने दावा करते हुए कहा कि चुनाव आयोग यह मानने के लिए तैयार नहीं है कि ईवीएम से छेड़छाड़ हो सकती है।
ईसीआईएल ने साफ कर दिया कि सैय्यद शूजा नाम के किसी शख्स ने कभी उसके साथ काम नहीं किया। लंदन में शुज़ा ने दावा किया था कि वो उस टीम का हिस्सा था जिसने ईवीएम डिज़ाइन की थी।
फर्जी नाम के साथ चेहरे को ढंककर सामने आए हैकर ने दावा किया कि उसने ईवीएम बनाने वाली कंपनी इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया में 5 साल तक काम किया है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि EVM हैकिंग का मुद्दा उठाकर कांग्रेस 2019 के लोकसभा चुनाव में होने वाली अपनी हार के बहाने अभी से ढूंढने लगी है
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़