देश में इथेनॉल के सबसे बड़े उत्पादक के रूप में उत्तर प्रदेश का नाम पहले नंबर पर आया है।
एथेनॉल पेट्रोल की तुलना में बेहतर ईंधन है और यह एक आयात विकल्प, लागत प्रभावी, प्रदूषण-मुक्त और स्वदेशी है।
आपके वाहन चलाने का खर्च 35 रुपए प्रति लीटर घटने वाला है। वाहन चलाने वालों के लिए बड़ी खबर है। पेट्रोल डीजल की आसमान छूती कीमतों को लेकर बड़ी राहत की खबर आई है।
देश के कई राज्यों में तेल की कीमत 100 रुपए प्रति लीटर के आंकड़े के करीब पहुंच चुकी है इसमें पेट्रोल और डीजल दोनों शामिल है वहीं कही पर 100 के आंकड़े को पार कर गई है।
एथेनॉल पर ध्यान केंद्रित करने से पर्यावरण के साथ ही एक बेहतर प्रभाव किसानों के जीवन पर भी पड़ रहा है।
सरकार ने अगले दो साल में पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल सम्मिश्रण का लक्ष्य रखा है जिससे देश को महंगे तेल आयात पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी।
सियाम के प्रतिनिधियों ने कोविड-19 महामारी की वजह से भारत चरण-छह सीएएफई चरण दो-नियमनों को एक अप्रैल, 2024 तक टालने का आग्रह किया।
पिछले साल सरकार ने 2022 तक पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण (90 प्रतिशत पेट्रोल के साथ 10 प्रतिशत एथनॉल का मिश्रण) और 2030 तक 20 प्रतिशत का लक्ष्य रखा था।
सरकार ने एथेनॉल की कीमत में 5 प्रतिशत वृद्धि को मंजूरी दे दी। वहीं जूट उद्योग की मदद के लिए सरकार ने खाद्यान्नों की सौ फीसदी पैकिंग और चीनी की 20 प्रतिशत पैकिंग जूट की बोरियों में किया जाना अनिवार्य कर दिया है।
सरकार की इस योजना का मकसद चीनी मिलों को गन्ने से इथेनॉल बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। योजना के तहत सरकार ने अनुदान को दोगुना कर दिया है,
केंद्र सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि मिलों को गन्ने के शीरे से अतिरिक्त इथेनॉल का उत्पादन करने के लिए पर्यावरणीय मंजूरी की आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि यह प्रदूषणकारी नहीं है।
इसके अलावा गन्ने के रस, चीनी, चीनी सिरप से तैयार किए जाने वाले एथेनॉल का भाव 59.48 रुपए प्रति लीटर पर तय किया गया है।
टीवीएस मोटर कंपनी ने शुक्रवार को इथेनॉल से चलने वाली मोटरसाइकिल ‘अपाचे आरटीआर 200 एफआई ई100’ पेश की है।
टीवीएस अपाचे आरटीआर 200 एफआई ई100 राइडर और पर्यावरण दोनों के लिए अनुकूल है। यह विशेष संस्करण 1,20,000 रुपए की आकर्षक कीमत पर उपलब्ध होगा।
गडकरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने इथेनॉल पर एक पारदर्शी नीति पेश की है और पेट्रोलियम मंत्रालय उसे खरीदने के लिए तैयार है।
मथुरा रिफाइनरी के कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन मैनेजर सदरुद्दीन खान ने बताया कि मथुरा रिफाइनरी ने रविवार को इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल का सफलतापूर्वक उत्पादन कर पहला बैच मथुरा मार्केटिंग टर्मिनल को सौंपा।
ISMA के मुताबिक पिछले साल का लगभग 107 लाख टन चीनी का स्टॉक बचा हुआ है और इस साल की खपत 255-260 लाख टन के बीच अनुमानित है
सार्वजनिक क्षेत्र की भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड (BPCL) को 747.46 करोड़ रुपये के निवेश से ओड़िशा में दूसरी पीढ़ी के एथनॉल उत्पादन की हरित मंजूरी मिल गयी है।
प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि 2030 तक पेट्रोल में एथनाल की मिलावट को बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया जाएगा
मीडिया खबरों के मुताबिक यदि नीति आयोग की कोशिश सफल हो जाती है तो आपको महीने भर के ईंधन खर्च पर 10 फीसदी की बचत हो सकती है।
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