कोरोना संकट के बीच लोगों को बीते 2020 के साल ने सिर्फ लोगों से अपनों की जिंदगियां छीनीं वहीं नौकरियों के मामले में भी बीता साल काल बनकर आया।
EPF में योगदान करने वाले प्रत्येक कर्मचारी को 12 अंकों का यूनिवर्सल अकाउंट नंबर, या यूएएन दिया जाता है।
ईपीएफओ ने अनुमानों के उलट निवेशकों को बड़ी खुशखबरी दी है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) वित्त वर्ष 2020-21 के लिए भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर की घोषणा चार मार्च को कर सकता है।
ईपीएफओ ने अपने सदस्यों के जीवन को और ज्यादा सुगम बनाने के लिए व्हाट्सएप आधारित हेल्पलाइन-सह-शिकायत निवारण प्रणाली की शुरुआत की है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) द्वारा शनिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक उसके पास शुद्ध नए पंजीकरण की संख्या दिसंबर में 24 प्रतिशत बढ़कर 12.54 लाख हो गई।
देश में करीब 40 लाख भविष्य निधि (पीएफ) अंशधारकों के खाते ऐसे भी हैं जिन्हें ब्याज का फायदा नहीं मिल सका है।
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि ईपीएफओ वित्त वर्ष 2020-21 के लिए ईपीएफ जमा पर ब्याज की दर में कुछ कटौती कर सकती है।
ईपीएफओ के एक अधिकारी ने कहा कि लगभग 8 से 10 प्रतिशत पीएफ सब्सक्राइर्ब्स को उनके खाते में ब्याज की राशि अभी तक प्राप्त नहीं हुई है।
श्रम मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने सोमवार को लोक सभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि ईपीएफओ ने महामारी के दौरान 31 जनवरी, 2021 तक कुल 60.88 लाख कोविड-19 एडवांस दावों का निपटारा किया है और इसके तहत कुल 15,255.95 करोड़ रुपये की राशि जारी की है।
ईपीएफओ ने बताया कि वित्त वर्ष 2018-19 में मोटी सैलरी वाले 1.23 लाख लोगों ने अपने ईपीएफ खाते में 62,500 करोड़ रुपये जमा कराए हैं।
सरकार ने कहा कि ऐसा पता चला है कि कुछ कर्मचारी विभिन्न भविष्य निधियों में बड़ी राशि जमा कर रहे हैं और अधिनियम की धारा 10 के उपबंध (11) और उपबंध (12) के अंतर्गत इस राशि पर अर्जित पूरा ब्याज करमुक्त है।
इस बात का भी संकेत देता है कि भारत में कोविड-19 के सक्रिय मामलों में हो रही गिरावट के साथ ही सदस्य अपनी नौकरी पर वापस लौट रहे हैं।
अगर आप भी अपने प्रोविडेंट फंड यानी पीएफ अकाउंट से पैसा निकालने की प्लानिंग कर रहे हैं और नहीं चाहते हैं कि आपको बार-बार पीएफ ऑफिस के चक्कर काटने पड़ें तो ये खबर आपके काम की हो सकती है।
पीपीएफ एकाउंट (PPF account ) में हर साल न्यूनतम निवेश की रकम नहीं डाले जाने पर यह खाता इनएक्टिव यानी निष्क्रिय हो जाता है।
आप इन आसान तरीकों से पीएफ खाते का बैलेंस चेक करने के साथ ही यदि पीएफ ब्याज का पैसा न आया हो तो शिकायत भी कर सकते हैं।
EPFO के करीब 6 करोड़ से अधिक सदस्य कर्मचारियों के पीएफ खातों में ब्याज की राशि ट्रांसफर करना शुरू कर दिया है।
श्रम मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए ईपीएफ पर 8.5 प्रतिशत ब्याज देने का निर्देश पहले ही ईपीएफओ को भेज दिया था और निकाय ने पिछले वित्त वर्ष के लिए खाताधारकों के खातों में ब्याज जमा करना शुरू कर दिया है।
वित्त मंत्रालय द्वारा मंजूरी मिलने के बाद श्रम मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने गुरुवार को ईपीएफ के लिए ब्याज दर की अधिसूचना जारी करने के लिए औपचारिक मंजूरी दे दी है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के करीब 6 करोड़ से अधिक सदस्य कर्मचारियों के लिए एक खुशखबरी है। सरकार इन्हें नए साल का तोहफा देने जा रही है।
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