ईपीएफओ ने सितंबर, 2024 के लिए अस्थायी ‘पेरोल’ आंकड़ा जारी किया है। इसके तहत उसकी समाजिक सुरक्षा योजना से शुद्ध रूप से 18.81 लाख मेंबर जुड़े। यह सितंबर, 2023 की तुलना में 9.33 प्रतिशत अधिक है।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मंडाविया ने पिछले सप्ताह कर्मचारी पेंशन योजना 1995 के तहत सीपीपीएस के पायलट रन के सफल समापन की घोषणा की थी।
ईपीएफओ सदस्य की मृत्यु पर, पेंशन स्वचालित रूप से पति/पत्नी (विधवा/विधुर) को वितरित की जाएगी। इसके अलावा, बच्चे 25 वर्ष की आयु तक लाभ प्राप्त करने के हकदार हैं, एक समय में अधिकतम 2 बच्चे हो सकते हैं।
PF and ESIC: ये सुविधाएं सामाजिक सुरक्षा के तहत कर्मचारियों को दी जाती हैं। सरकार कर्मचारियों को बेहतर सुरक्षा देने के लिए इसको बेहतर बना रही है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा जारी अगस्त, 2024 के अस्थायी पेरोल आंकड़ों के अनुसार, अगस्त 2024 में 18.53 लाख सदस्यों की शुद्ध वृद्धि हुई, जो सालाना 9.07 प्रतिशत की वृद्धि है।
साल 1976 में शुरू की गई ईडीएलआई योजना का मकसद कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के सदस्यों को बीमा लाभ प्रदान करना है ताकि सदस्य की मृत्यु के मामले में हर सदस्य के परिवार को कुछ वित्तीय सहायता सुनिश्चित की जा सके।
ईपीएफओ बेरोजगारी के एक महीने बाद फंड का 75% निकालने और नई नौकरी के बाद शेष 25% को नए ईपीएफ खाते में ट्रांसफर करने की अनुमति देता है।
पीपीएफ में आप सालाना 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। पीपीएफ में आंशिक निकासी 7 साल बाद कर सकते हैं, जबकि वीपीएफ में आंशिक निकाली 5वें साल कर सकते हैं।
ईपीएफओ के अनुसार, ईपीएफ दावे को संसाधित करने और आवेदक के बैंक खाते में राशि स्थानांतरित करने में लगभग 15-20 दिन लगते हैं।
जुलाई में ईपीएफओ द्वारा 4.41 लाख महिला सदस्य जोड़े गए, जिनमें 3.05 लाख नई सदस्य शामिल हैं। मंत्री ने बताया कि महिला रोजगार में भी वृद्धि हुई है।
मंडाविया ने इस बारे में बताया कि सरकार अनिवार्य भविष्य निधि योगदान के लिए आय सीमा बढ़ाने की योजना बना रही है। वर्तमान में, 15,000 रुपये तक कमाने वाले वेतनभोगी कर्मचारियों को योगदान देना जरूरी, लेकिन यह सीमा बढ़ने वाली है।
यूएएन एक 12 अंकों का नंबर होता है, जो प्रत्येक ईपीएफओ के मेंबर्स के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अगर आपको अचानक अपने ईपीएफओ खाते से जुड़ा कोई जरूरी काम आ गया है और आपको अपना यूएएन नंबर नहीं मालूम है तो आप कोई काम नहीं कर सकते हैं।
EPFO ने अपने अधीन आने वाले सभी कर्मचारियों के लिए एक अहम और बेहद जरूरी सूचना जारी की है। ईपीएफओ की वेबसाइट पर जाने पर एक बड़ा पॉप-अप बॉक्स खुल रहा है। इस पॉप-अप बॉक्स में ईपीएफओ ने कर्मचारियों के लिए चेतावनी जारी की है।
अगर किसी कर्मचारी को पैसों की तत्काल जरूरत पड़ जाती है तो वह अपने ईपीएफओ खाते से पैसे भी निकाल सकता है। यहां हम जानेंगे कि अगर किसी व्यक्ति की मौजूदा सैलरी 25,000 रुपये है तो रिटायरमेंट यानी 60 साल की उम्र तक उसके ईपीएफ खाते में कितने रुपये जमा हो जाएंगे।
कुछ विशेष परिस्थितियों में PF में जमा फंड की आंशिक निकासी की अनुमति है, जैसे कि चिकित्सा आपात स्थिति, उच्च शिक्षा और घर खरीदना या बनाना।
मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि नई प्रणाली मौजूदा पेंशन वितरण प्रक्रिया से महत्वपूर्ण बदलाव है, जिसके तहत ईपीएफओ के प्रत्येक क्षेत्रीय/क्षेत्रीय कार्यालय को केवल तीन-चार बैंकों के साथ अलग-अलग समझौते करने पड़ते थे।
ईपीएस में जाने वाला पैसा, कर्मचारी के रिटायरमेंट के बाद उसे हर महीने पेंशन के रूप में दिया जाता है। ईपीएस के लिए पात्र होने के लिए कर्मचारी को कम से कम 10 सालों तक योगदान जारी रखना होता है।
कई बार ऐसी परिस्थितियां बन जाती हैं जब व्यक्ति के पास प्रीमियम भरने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं होते हैं। लेकिन अगर आप ईपीएफओ के मेंबर हैं और सक्रिय रूप से कॉन्ट्रिब्यूशन करते हैं तो आपको प्रीमियम भरने के लिए टेंशन लेने की जरूरत नहीं है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के तहत प्रोविडेंट फंड और पेंशन कॉन्ट्रिब्यूशन की कैलकुलेशन के लिए वेतन सीमा (Wage Ceiling) बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया है। सूत्रों ने कहा है कि वित्त मंत्रालय जल्द ही श्रम मंत्रालय से मिले प्रस्ताव पर निर्णय ले सकता है।
रोजगार के अवसरों में वृद्धि, कर्मचारी लाभों के बारे में बढ़ती जागरूकता और ईपीएफओ के प्रचार-प्रसार कार्यक्रम के चलते ईपीएफओ ने नए मेंबर्स जोड़े। जून, 2024 के दौरान लगभग 10.25 लाख नए मेंबर्स जुड़े।
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