विष्णुदेव साय ने जशपुर में पौधरोपण महाभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने दुलदुला में आयोजित कार्यक्रम में महतारी वंदन योजना की 10 हितग्राही महिलाओं को अमरूद का पौधा व संदेश पत्र भेंट किया।
बारिश का मौसम आते ही न केवल लोगों को बल्कि पेड़-पौधों को भी गर्मी से राहत मिल जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बरसात का पानी पेड़-पौधों के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है?
International Plastic Bag Free Day 2024: सरकार भले ही पॉलीथिन पर बैन लगा चुकी हो, लेकिन हमारे और आपके घर से लेकर बाजार तक प्लास्टिक के बैग हर जगह मिल जाएंगे। ये प्लास्टिक बैग हर साल लाखों जीव-जंतुओं की मौत और कई खतरनाक बीमारियों का कारण बनते हैं।
पूरी दुनिया में लोग प्लास्टिक का किस कदर उपयोग करते हैं इसका अंदाजा आप ऐसे लगा सकते हैं कि लगभग 300 अरब प्लास्टिक कॉफी कप कूड़े के ढेर में पहुंच गए हैं। इसके आगे की स्थिति भयावह है।
यूएई ने ब्लू रेजीडेंसी की शुरुआत की है, जो पर्यावरण अधिवक्ताओं के लिए डिज़ाइन किया गया एक दीर्घकालिक रेजीडेंसी कार्यक्रम है। यह 10-वर्षीय वीज़ा उन व्यक्तियों के लिए है, जिन्होंने पर्यावरण संरक्षण में असाधारण योगदान दिया है। यह घरेलू व वैश्विक स्तर पर स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए यूएई के समर्पण को दर्शाता है।
दिशानिर्देश सभी विज्ञापनों या सेवा प्रदाताओं, उत्पाद बेचने वाले, विज्ञापनदाताओं या उन विज्ञापन एजेंसियों पर लागू होंगे जिनकी सेवा विज्ञापन के लिए ली गई थी। इसके अनुसार, पर्यावरण को लेकर सभी दावे सटीक होने चाहिए और संबंधित विज्ञापन या प्रचार-प्रसार में सभी प्रासंगिक जानकारी का खुलासा करने की जरूरत होगी।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि वायुमंडल में कार्बन डाईआक्साइड बढ़ने की एक नई वजह बच्चे पैदा करने के तौर पर सामने आई है। यानि एक बच्चा पैदा करने से वायुमंडल में करीब 10 हजार टन कार्बन डाईआक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है। वैज्ञानिकों के इस दावे ने सबको हैरान कर दिया है। ऐसे में अब बर्थ स्ट्राइक मूवमेंट की भी बात चलने लगी है।
'पर्यावरण बचाओ' को लेकर सड़क पर कुछ लोग प्रदर्शन कर रहे थे। तभी एक ट्रक ड्राइवर को गुस्सा आया और वह अपने ट्रक से नीचे उतरकर धरना दे रहे लोगों को मारने लगा और उन पर ट्रक चढ़ाने की कोशिश करने लगा।
G20 Summit के दौरान अब मनुष्यों, पशुओं और पर्यावरण के स्वास्थ्य के लिए दुनिया अपनाएगी ‘वन-हेल्थ’ दृष्टि कोण अपनाने का निर्णय लिया गया है। दुनिया को डर है कि मौजूदा वक्त में लोग किसी नए और गंभीर संक्रमण के शिकार हो सकते हैं। इसलिए अभी से नई स्वास्थ्य नीति बनाकर चौकन्ना रहना होगा।
पेड़-पौधे लगाओ पर्यावरण बचाओ, ये बात तो सभी ने सुनी ही होगी। लेकिन इससे परेय क्या आपको ये पता है कि एक पेड़ ऐसा भी है जिसे पर्यावरण का दुश्मन भी कहा जाता है? अगर आप नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं, आज हम इस खबर के जरिए आपको इसी पेड़ के बारे में बताएंगे।
हर साल मार्च महीने के अंतिम शनिवार को 'अर्थ ऑवर' मनाया जाता है। इस दिन पूरी दुनिया में लोगों से अपील की जाती है कि रात 8.30 से 9.30 तक एक घंटे के लिए अपने घर की लाइट्स को ऑफ रखें। जानिए इसकी वजह और महत्व।
भारत की अध्यक्षता में जी-20 देशों की बैठक का आरंभ आज बृहस्पतिवार से बेंगलुरु से कर दिया गया है। जी-20 समूह की भारत की अध्यक्षता के तहत पर्यावरण एवं जलवायु स्थिरता कार्य समूह की पहली बैठक में खनन और वन में आग लगने से प्रभावित इलाकों के पुनरुद्धार पर ध्यान केंद्रित किए जाने का निर्णय लिया गया।
मिशन लाइफ का मतलब लाइफस्टाइल फॉर एनवायर्नमेंट है। इस मिशन के मकसद की बात करें तो इसका उद्देश्य व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर माइक्रो उपायों और कार्यों को लागू करके जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करना है।
Karnataka Biodiversity Hotspot:क्या आपने कभी जैव विविधता हॉटस्पॉट या बायोडायवर्सिटी हॉटस्पॉट के बारे में सुना है?...ये क्या होते हैं, आखिर क्यों पर्यावरण विदों ने इसे लेकर कर्नाटक को बड़ी चेतावनी दी है?...देश में किस जगह बायोडायवर्सिटी हॉटस्पॉट ज्यादा हैं और कर्नाटक में इनकी संख्या क्या है?
Vastu Tips:पेड़-पौधे मनुष्य के सच्चे दोस्त होते है। पेड़ बीमारियों को ठीक करने का भी काम करते हैं।
Jharkhand News: सीएम हेमंत सोरेन ने 73वें वन महोत्सव- 2022 में बतौर चीफ गेस्ट अपने संबोधन कहा कि शहरी इलाके में जो परिवार अपने घर में पेड़ लगाएंगे, उनको प्रति पेड़ पांच यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी।
मेंस्ट्रुअल कप पर्यावरण के लिए काफी अच्छा है। अगर आप एक बार मेंस्ट्रुअल कप लेते हैं तो उस कप को 5-6 साल तक यूज़ कर सकते हैं। आज कल बहुत सी लड़कियां पीरियड्स में पैड की जगह मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करने लगी हैं।
UN Biodiversity Summit: चीन की सख्त कोरोना रोधी नीति के चलते संयुक्त राष्ट्र जैवविविधता शिखर सम्मेलन का आयोजन अब कनाडा में होना तय हुआ है।
भारत के प्रधानमंत्री के वृक्षारोपण अभियान में बनास डेयरी द्वारा 25 लाख सीड बॉल्स बनाकर पहाड़ी क्षेत्रों में लगाए जा रहे हैं जिसकी शुरुआत शक्ति पीठ अंबाजी की पहाड़ियों से की जा रही है।
93 देशों में इसको मनाया जाता है। इसकी स्थापना अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने 1970 में एक पर्यावरण शिक्षा के रूप की थी।
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