बिहार में पुलिस ने डकैतों का एनकाउंटर किया है, जिसमें दो अपराधी मारे गए। इस दौरान तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ की यह घटना भारत-पाक नियंत्रण रेखा पर हुई। सेना के जवानों ने आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। फिलहाल पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि कुपवाड़ा के माछल सेक्टर के काला जंगल में कुछ आतंकी POK से भारत की सीमा में घुसपैठ कर रहे थे। जिसके बाद उन्हें चेतावनी दी गई लेकिन वह फिर भी नहीं रुके और उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी।
एनकाउंटर करीब 3:30 बजे मुरादनगर गंगनहर के चितौड़ा पुल के पास हुआ। पुलिस को सुबह से ही गंगनहर पटरी पर कुछ बदमाशों के दिखने की सूचना मिली थी।
पुलिस ने आम लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दस्सल से आगे आम लोगों और वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। जंगल के अंदर तलाशी अभियान जारी है।
9 मई की रात को उरई नेशनल हाईवे की पुलिस चौकी से चंद कदम दूर ड्यूटी पर तैनात सिपाही भेदजीत सिंह की नुकीले हथियार से हत्या कर दी गई थी। हत्या बाइक सवार दो बदमाशों ने की थी जो मौके से भाग गए थे।
मुठभेड़ के दौरान आतंकियों ने एक विस्फोटक उपकरण दागा था जिसकी चपेट में आकर दो जवान शहीद हो गए और एक अफसर सहित चार घायल हो गए।
माफियाओं को मिट्टी में मिलाने की हुंकार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सच कर दिया है।माफिया अतीक अहमद के छोटे बेटे असद और शूटर गुलाम का झांसी में एनकाउंटर के बाद अब कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना भी मारा गया है।
एसटीएफ ने अनिल दुजाना को मेरठ में एक एनकाउंटर में मार गिराया।
उत्तरी कश्मीर में बारामूला जिले के वानीगाम पयीन क्रीरी इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने गुरुवार तड़के वहां घेराव किया और तलाशी अभियान शुरू किया।
असद के फोन से ऐसी फोटो मिली हैं जिनसे साफ है कि वो डॉन बनने के साथ खुद को दिखाने लगा था। उसके सिर पर माफिया बनने का जुनून सवार था लेकिन वो अपने मंसूबों में कामयाब होता इससे पहले ही उसका एनकाउंटर हो गया।
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इससे पहले शुक्रवार को उसके बेटे असद का एनकाउंटर हुआ था और उसे शनिवार को दफनाया गया था। तो क्या बेटे, पति-देवर की मौत के बाद सरेंडर करेगी शाइस्ता परवीन?
गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को दफनाया गया, इससे पहले उसके सहयोगी गुलाम को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। एसटीएफ ने दोनों का एनकाउंटर किया था। जानें पल-पल की खबर
अबू आजमी ने कहा कि जब देश पर हुए इतने बड़े हमले के वक्त एनकाउंटर नहीं होता और कसाब को जिंदा पड़कर कानून के तहत सजा दी जाती है तो असद केस में ऐसा क्यों नहीं हुआ।
उमेश पाल हत्याकांड के वीडियो में जो लड़का दिख रहा है और जिस लड़के को कल झांसी में मारा गया। सरकार बोल दे कि दोनों एक ही है। दोनों एक ही है तो आपके पास इसके मद्देनजर मजबूत सबूत होगा।
ओवैसी ने उमेश पाल और राजूपाल की हत्या की घटनाओं की निंदा करते हुए कहा कि आरोपियों को कानून के दायरे में रहते हुए इंसाफ के कटघरे में लाना चाहिए।
बेटे असद के जनाजे में शाइस्ता परवीन के शामिल होने का इनपुट मिलने के बाद पुलिस अलर्ट हो गई है। ऐसी जानकारी मिली है कि असद का शव प्रयागराज स्थित घर पहुंचने पर असद का आखिरी बार चेहरा देखने के लिए उसकी मां शाइस्ता परवीन आ सकती हैं।
माफिया डॉन अतीक अहमद ने उमेश पाल हत्याकांड की प्लानिंग की बात भी कबूल की है। वह अपने बेटे असद को याद करके एक बार फिर रो पड़ा।
इस किताब में बताया गया है कि अगर किसी व्यक्ति के कारण राज्य में कानून और व्यवस्था को बनाए रखना में चुनौती का सामना करना पड़ता है तो पुलिस उक्त व्यक्ति को अपनी हिरासत में तब तक रख सकती है जबतक आरोपों की जांच न हो जाए।
अतीक अहमद ने असद को छिपाने में अपने कुछ जानकारों की मदद भी ली थी। 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या हुई। उसके बाद से असद एक दिन प्रयागराज में एक घर में छिपा रहा। फिर 26 फरवरी को वो बाइक से कानपुर आया।
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