फ्रांस इस वक्त भारत का सबसे मजबूत और भरोसेमंद रणनीतिक साझेदार है। भारत के गणतंत्र दिवस के मौके पर इसीलिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इससे पहले जुलाई में पीएम मोदी भी फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। दोनों देशों की दोस्ती अब नए मुकाम पर है।
26 जनवरी 2024 को भारत अपना 75वां गणतंत्र दिवस समारोह मना रहा है। राष्ट्रपति मुर्मू इस साल गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि व उनके फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रों के साथ पारंपरिक बग्गी से कर्तव्य पथ पर पहुंचीं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए भारत पहुंचे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को उपहार में अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति दी।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन भारत की अपनी दो दिवसीय राजकीय यात्रा के तहत गुरुवार को जयपुर पहुंचे। फ्रांसीसी नेता गणतंत्र दिवस परेड 2024 में मुख्य अतिथि के रूप में भी शामिल होंगे।
75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर इस बार कर्तव्य पथ पर हमें देश की नारी शक्ति की झलक देखने को मिलेगी और साथ ही साथ आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत की झलकियां भी नजर आएंगी।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों गणतंत्रता दिवस परेड के समारोह में मुख्य अतिथि बनने के लिए 25 जनवरी को जयपुर पहुंच रहे हैं। वह 26 जनवरी को इंडिया गेट पर आयोजित कार्यक्रम में चीफ गेस्ट के तौर पर हिस्सा लेंगे। इससे पहले जयपुर में वह हवामहल, जंतर-मंतर व आमेर किले का दौरा करेंगे। फिर पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे।
पीएम मोदी ने इस साल गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के तौर पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को आमंत्रित किया था। मैक्रों ने निमंत्रण को स्वीकार करते हुए पीएम मोदी को धन्यवाद कहा था।
रूस से 2 वर्षों से युद्ध लड़ रहे यूक्रेन के पास अब हथियार और गोला-बारूद की भयंकर कमी हो गई है। अब उसे कोई आगे सहायता देने को तैयार नहीं है। ऐसे बुरे वक्त में फ्रांस ने एक बार फिर जेलेंस्की को मदद देने का ऐलान किया है। फ्रांस के राष्ट्रपति ने यूक्रेन को मिसाइल और बमों की आपूर्ति करने का ऐलान किया है।
फ्रांस की इमानुएल मैक्रों सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के तहत फ्रांस में विदेशी इमामों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अब वे ही विदेशी इमाम फ्रांस में रह सकेंगे, जो सरकार के कानून के दायरे में आएंगे। जानिए पूरी डिटेल।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों आगामी 26 जनवरी को रिपब्लिक डे पर भारत के मुख्य अतिथि होंगे। उनके इस दौरे से पहले दिल्ली में गतिविधियां तेज हो गई हैं।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों आगामी 26 जनवरी को रिपब्लिक डे पर भारत के मुख्य अतिथि होंगे। इसके लिए भारत ने फ्रांस को न्यौता भेजा था, जिसे मैक्रों ने स्वीकार कर लिया है। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के भारत के मेहमान बनने की खबरें थीं। लेकिन वे निजी वजहों से शामिल नहीं हो पाएंगे।
भारत-फ्रांस के संबंधों में लगातार मधुरता और मजबूती बढ़ रही है। पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मौक्रों काफी अच्छे दोस्त हैं। विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दोनों नेता गर्मजोशी के साथ मिलते हैं। दुबई में भी पीएम मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात और द्विपक्षीय वार्ता की।
हमास से जंग के बीच इजराइल को अमेरिका और पश्चिमी देशों का भी पूरा साथ मिल रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन और ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक के बाद अब फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों भी इजराइल के समर्थन में तेल अवीव पहुंचे हैं।
फ्रांस के 3 हवाई अड्डे पर उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब एयरपोर्ट अधिकारियों को धमकी भरा ईमेल प्राप्त हुआ। अधिकारियों ने एहतियात बरतते हुए तीनों एयरपोर्ट को एक साथ खाली करवाया। मगर जांच में कुछ नहीं मिलने से राहत की सांस ली गई।
इजरायल हमास युद्ध के बाद से ही फ्रांस में यहूदी आतंकियों के मुख्य टार्गेट बन गए हैं। इसे लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों काफी संजीदा हैं। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा है। इसके बावजूद लोगों में दहशत बनी हुई है। कुछ दिनों पहले एक शिक्षक की हत्या के बाद अब उसी स्कूल में बम की सूचना से खलबली है।
इजरायल हमास युद्ध को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का बड़ा बयान सामने आया है। मैक्रों ने हमास को आतंकवादी संगठन करार दिया है। मैक्रों के इस बयान ने मध्य-पूर्व के देशों में खलबली मच गई है। फ्रांस के बयान से इजरायल के संघर्ष को जहां मजबूती मिली है, वहीं फिलीपींस का समर्थन करने वालों को झटका लगा है।
जुलाई महीने में नाइजर के सैन्य तख्तापलट के बाद से फ्रांस और नाइजर के बीच संबंध काफी खराब हो चुके हैं। नाइजर की जुंटा ने ने यूरोपीय देश पर उनके मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया था। अब इसी क्रम में फ्रांस ने एख बड़ा फैसला लिया है।
नाइजर सेना ने फ्रांस के राजदूत को बंधक बना लिया है। यह जानकारी साझा करते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि वे दूतावास में हैं और उन्हें बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा है। साथ ही वे सैन्य राशन खा-पी रहे हैं हैं, जबकि नाइजर सेना द्वारा उन्हें राशन नहीं भिजवाया जा रहा है।
फ्रांस मे आग लगने की खबर है। यह आग एक हॉलिडे होम में लगी। इस हादसे में 11 लोगों की जलने से मौत हुई है। इस संबंध में राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों ने शोक जताया है। भीषण आग के दौरान 17 लोगों को बाहर निकाला गया।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन को चंदन सितार उपहार में दिया गया। इसके अलावा राष्ट्रपति मैक्रों की पत्नी, फ्रांस की पीएम एलिजाबेथ बोर्न और फ्रांसीसी सीनेट के अध्यक्ष लार्चर को भी भारतीय शिल्प कला के बेहद खूबसूरत उपहार भेंट किए गए।
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