ट्रंप ने शुक्रवार को सीमा सुरक्षा के मुद्दे पर व्हाइट हाउस राउंडटेबल के दौरान कहा, "हम फिलहाल राष्ट्रीय आपातकाल के बारे में विचार नहीं कर रहे हैं। मैं इसे इतनी जल्दी लगाने नहीं जा रहा हूं।"
ट्रम्प बुधवार को डेमोक्रेटिक नेताओं - प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी और सीनेट में अल्पमत के नेता शक शुमर के साथ इस मामले पर हुई बैठक बीच में ही छोड़कर आ गए थे, जिसके बाद से आपातकाल लागू करने की ओर उनका झुकाव बढ़ गया है।
भाजपा पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा कि बाबरी मस्जिद विध्वंस मामला राष्ट्रपति चुनाव के दौरान फिर से खुला था और अब लोकसभा चुनाव के पहले राम मंदिर का मुद्दा उठाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मानव अधिकारों के प्रति समर्पण ने देश को 70 के दशक में बहुत बड़े संकट से उबारा था
तुर्की में दो साल पहले लगाया गया आपातकाल आज खत्म हो गया है लेकिन विपक्ष को आशंका है कि अब इसकी जगह और अधिक दमनकारी कानून वैध तरीके से लागू किये जा सकते हैं।
अशोक गहलोत ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए आपातकाल को लेकर भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि अच्छा है मोदी जी आपातकाल को लेकर हमारी पब्लिसिटी कर रहे है, अच्छा होता प्रधानमंत्री जी उन बेहतरीन योजनाओं का भी जिक्र करते जिनकी शुरुआत इंदिरा जी ने की थी...
अपने ब्लॉग में अरुण जेटली ने आपातकाल के दौर के अपने सबसे अच्छे दोस्त रजत शर्मा ( चेयरमैन, एडिटर इन चीफ इंडिया टीवी) और मोदी कैबिनेट के उनके साथी विजय गोयल को भी याद किया।
दिल्ली सल्तनत के औरंगजेब से भी क्रूर शासक मोदी ने देश को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाया है।
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने भी नरेंद्र मोदी पर हमला बोला और कहा कि भारत अब सभी संस्थानों के व्यवस्थित विध्वंस का गवाह बन रहा है। लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करने वाले सभी संस्थान एक तानाशाह प्रधानमंत्री और अंहकारी सरकार के अधीन हैं...
भाजपा 1975 में आपातकाल लगाए जाने की निंदा करने के लिए आज देश भर में कई कार्यक्रम आयोजित कर रही है...
अपने उस रेडियो संदेश में इंदिरा गांधी भले ही देशवासियों से आतंकित नहीं होने को कह रही थी लेकिन इमरजेंसी के दौरान हिंदुस्तान में जो भी हुआ वो सियासी आतंक का पर्याय बनता चला गया। देश के बिगड़े अंदरूनी हालात का हवाला देकर वो सब कुछ हुआ जिसने आपातकाल को हिंदुस्तान के इतिहास का काला अध्याय बना डाला।
मोदी ने 25 जून, 1975 को लगाए गए आपातकाल का दृढ़ता से विरोध करने वाले नागरिकों के जज्बे को सराहा। उन्होंने कहा, "मैं उन सभी महान महिलाओं और पुरुषों के साहस को सलाम करता हूं जिन्होंने 43 साल पहले लगाए गए आपातकाल का दृढ़ता से विरोध किया था।"
इस मौके पर बीजेपी ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें पीएम मोदी और अमित शाह की जुबानी इमरजेंसी की कहानी बताई गई है। इस वीडियो में पीएम मोदी ने कहा है कि 25 जून की तारीख कोई भूल नहीं सकता, जब सत्ता के लिए देश को जेलखाना बना दिया गया था।
इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने 25 जून 1975 को देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की थी। भाजपा मुख्यालय में यहां एक कार्यक्रम में मंत्री ने कहा, ‘‘हमारे पाठ्यपुस्तकों में आपातकाल पर कुछ अध्याय और स्तंभ हैं, उसकी समीक्षा की जाएगी और इस काले अध्याय और देश में लोकतंत्र पर हमले को पुस्तकों में और जगह दी जाएगी, ताकि नई पीढ़ी को जागरूक किया जा सके...
आपातकाल की 43वीं बरसी पर जेटली ने यह भी कहा कि जर्मन तानाशाह की तरह गांधी भी भारत को एक वंशवादी लोकतंत्र में बदलने के लिए आगे बढ़ी थीं। उन्होंने कहा, हिटलर और गांधी दोनों ने कभी भी संविधान को रद्द नहीं किया। उन्होंने लोकतंत्र को तानाशाही में बदलने के लिए एक गणतंत्र के संविधान का उपयोग किया...
गौरतलब है कि आंतरिक व्यवधानों का हवाला देकर 25 जून, 1975 को देश में आपातकाल लागू किया गया था, जिसके तहत मौलिक अधिकार निलंबित हो गए थे...
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने कहा है कि वे देश में शांति स्थापित करने के लिए जरूरत पड़ने पर आपातकाल की स्थिति दसवीं बार बढ़ा सकते हैं।
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सीरीसेना ने देश में छह मार्च से लगे अपातकाल को समाप्त कर दिया है। गौरतलब है कि बहुसंख्यक बौद्धों और अल्पसंख्यक मुसलमानों के बीच हुई साम्प्रदायिक हिंसा के बाद पूरे देश में आपातकाल की घोषणा की गयी थी।
श्रीलंका में सिंहली बौद्ध बहुसंख्यकों और मुस्लिम अल्पसंख्यकों के बीच हिंसा की रिपोर्टो के बाद कैंडी जिले में तत्काल प्रभाव से अगली सूचना तक के लिए आज रोक लगा दी गई।
श्रीलंका की सरकार ने बौद्ध और मुस्लिम समुदाय के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए कैंडी शहर के कुछ इलाकों में 10 दिन इमरजेंसी लगाने का निर्णय लिया है।
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