आमतौर पर, इमरजेंसी फंड का इस्तेमाल किसी भी छोटे या बड़े अनियोजित बिल या पेमेंट के लिए किया जा सकता है जो आपके नियमित खर्च का हिस्सा नहीं होते हैं। सेविंग्स के बिना एक छोटा वित्तीय झटका भी व्यक्ति को पीछे की ओर धकेल देता है।
कोरोना संकट ने लोगों को कई अहम सबक दिए हैं, जिसमें से एक ये भी है कि लोगों को अपने सामर्थ्य के अनुसार बचत करना जरूरी है जो कि किसी भी आर्थिक संकट के समय आम खर्चों को पूरा कर सके।
विश्व बैंक ने बीते गुरुवार को भारत को कोरोना वायरस से निपटने के लिए एक अरब डॉलर की आपातकालीन वित्तीय सहायता के लिए मंजूरी दे दी।
वर्ल्ड बैंक ने 3 मार्च को घोषणा की थी कि वो विकासशील देशों को अपनी स्वास्यि सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए तुरंत 12 अरब डॉलर की सहायता उपलब्ध कराएगा
आप म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते हैं तो यह खबर आपको मुश्किल में डाल सकती है। सरकार अगल वित्त वर्ष से डिविडेंड पर 10 फीसदी टैक्स लगाने की तैयार कर रही है।
जीवन में अक्सर आने वाली आपात स्थिति से मुकाबले के लिए इंडिया टीवी पैसा की टीम आपको बताने जा रही है कि आपको कितना और कैसे इमर्जेंसी फंड बनाना चाहिए।
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