एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसे देखने के बाद एक पल के लिए आप भी डर जाएंगे। वीडियो को देखने के बाद काफी लोगों ने कमेंट करके अपना रिएक्शन भी दिया है।
जांच के बाद ही जानकारी मिल सकेगी कि हाथी की मौत करंट लगने से हुई या इसका कोई अन्य कारण हो सकता है। राज्य के रायगढ़ जिले के एक वन क्षेत्र में 26 अक्टूबर को एक शावक सहित तीन हाथियों की करंट लगने से मौत हो गई थी।
11 हाथियों के एक झुंड ने पहाड़ी पर बनी एक झोपड़ी पर हमला किया। इस दौरान माता-पिता भागने में सफल रहे जबकि हाथियों के हमले में बच्चों की मौत हो गयी।
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि हाथी का बच्चा एक युवक के पीछे दौड़ रहा है और युवक अपनी जान बचाने के लिए जंगल में पूरी ताकत के साथ दौड़ रहा है।
मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत से हड़कंप मच गया था लेकिन विसरा रिपोर्ट आने के बाद मामला पूरी तरह साफ लगने लगा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में गधे और हाथी का रोचक इतिहास है। डेमोक्रेटिक पार्टी का चुनावी प्रतीक गधा है तो वहीं रिपब्लिकन पार्टी का चुनावी प्रतीक हाथी है। चलिए इसके पीछे की दिलचस्प कहानी जानते हैं।
हाथी टास्क फोर्स बनाकर बाकी वन्य प्राणियों के साथ उनको कैसे रखना चाहिए, कैसी सावधानी रखना चाहिए इसलिए एमपी सरकार ने दीर्घकालिक योजना बनाने का निर्णय लिया है।
हाथी शावक के गले और पैर में जलने तथा चोट के निशान हैं। आशंका है कि शिकार की नीयत से बिछाए गए बिजली के तारों से उलझ कर शावक की मौत हुई है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हाथियों की मौत के मामले में आपातकालीन बैठक ली। उन्होंने इस मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच दल भेजने का निर्देश दिया है। बता दें कि इस मामले पर कांग्रेस लगातार राज्य सरकार पर हमले कर रही है।
एसटीएसएफ ने डॉग स्क्वॉड के साथ घटनास्थल से 5 किमी के दायरे के इलाके में छानबीन की है। डॉग स्क्वायड की मदद से 7 खेतों और 7 घरों की ली तलाशी ली गई है और 5 लोगों से पूछताछ की गई है। पोस्टमार्टम के आधार पर, पशु चिकित्सकों ने संकेत दिया कि मौत का कारण कोदो से जुड़े संदिग्ध माइकोटॉक्सिन हो सकते हैं।
वंतारा में ट्यूनीशिया से तीन अफ्रीकी हाथियों को लाया जा रहा है। इन हाथियों को यहां नया जीवन मिलेगा। वह लंबे समय से भोजन और देखभाल की कमी से परेशान थे।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खतौली और पत्तोर रेंज के सलखनिया इलाके में 13 हाथी घूम रहे थे। इनमें से 8 हाथियों की मौत 48 घंटे के अंदर हो गई।
गुवाहाटी से लामडिंग जा रही कामरूप एक्सप्रेस हादसे का शिकार होते-होते बाल-बाल बची। दरअसल, असम में 60 से भी ज्यादा हाथियों का झुंड रेलवे ट्रैक पर आ गया। जिसके बाद लोको पायलट की समझदारी से ट्रेन और हाथी दोनों को हादसे से बचा लिया गया।
इंस्टाग्राम पर एक भैंसे का शिकार करते हुए शेरों के झुंड का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में एक जंगली भैंसे को ढेर सारे शेर मिलकर मारने की कोशिश कर रहे हैं।
कुछ लोग एक हाथी को लेकर मैसूरु पैलेस पहुंचे जहां उसे जुलूस का अभ्यास कराया जाना था क्योंकि वो हाथी दशहरे के उत्सव में भाग लेगा। मगर अचानक वह हाथी कुछ देर के लिए बेकाबू हो गया।
भेड़िए के अलावा हाथी और तेंदुए भी लोगों के लिए खतरा बने हुए हैं। छत्तीसगढ़ में हाथी के हमले में एक महीने के अंदर पांच लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, गुजरात में तेंदुआ जानलेवा बना हुआ है।
सोशल मीडिया पर इन दिनों हाथी के फुटबॉल खेलने का एक बेहद ही प्यारा वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें एक नन्हा और प्यारा-सा हाथी अपनी मम्मी के साथ फुटबॉल खेल रहा है।
हाथी ने सबसे पहले पिता और पुत्री पर हमला किया। जब इन्होंने चीखना चिल्लाना शुरू किया तो चाचा को लगा कि पिता-पुत्री झगड़ा कर रहे हैं। झगड़ा छुड़ाने के उद्देश्य से चाचा जब वहां पहुंचा तो हाथी ने उसे भी लपेटे में लिया।
कटघोरा वन मंडल के अंतर्गत आने वाले गांव खैरभवना में जंगली हाथी ने हमला कर दिया। इस हमले में एक ही परिवार की दो महिलाओं की मौत हो गई है।
जब हाथी रलिया गांव के सड़क पर था तब वहां सुबह सैर के लिए निकली एक महिला का सामना हाथी से हो गया। अधिकारियों ने बताया कि जब महिला वहां से भागने लगी तभी हाथी ने उसे पकड़ लिया और कुचल दिया।
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