भारतीय रेलवे द्वारा बताया गया कि वर्ष 2020-2021 में 6015 रूट किलोमीटर का इलेक्ट्रिफिकेशन किया गया, जो एक साल में सर्वाधिक है। रेलवे ने ये मुकाम कोविड-19 के मद्देनजर लगाए गए लॉकडाउन जैसी विपरित परिस्थितियों के बावजूद हासिल किया है। सा
इस साल के पहली अप्रैल तक 63 फीसदी ब्रॉडगेज लाइन का इलेक्ट्रिफिकेशन पूरा हो गया है, जिसकी कुल लंबाई 63631 रूट किलोमीटर है। वहीं अभी भी 23,765 रूट किलोमीटर का विद्युतीकरण होना बाकी है।
देश के हर घर में जनवरी के अंत तक बिजली की पहुंच सुनिश्चित हो जाएगी। इसके लिए सरकार द्वारा शुरू की गई सौभाग्य योजना के तहत 2.44 करोड़ परिवारों को बिजली कनेक्शन मिल चुका है।
केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना चला रखी है। योजना के तहत गरीबों को निशुल्क बिजली कनेक्शन दिए जा रहे हैं। कनेक्शन के साथ एक किट भी दी जा रही है जिसमें एक एलईडी बल्ब, मीटर, सर्विस कनेक्शन, सॉकेट और स्विच आदि हैं।
ग्रामीण विद्युतीकरण कार्यक्रम दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के अंतर्गत कुल 18,452 गांवों में से लगभग दो प्रतिशत ही गांव ऐसे बचे हैं जहां बिजली पहुंचाई जानी बाकी है। ये गांव ऐसे हैं जहां आजादी के करीब 70 साल बाद भी बिजली नहीं पहुंची थी।
भारतीय रेलवे ने 781 किलोमीटर रेल ट्रैक के विद्युतीकरण के लिए लार्सन एंड टुब्रो (L&T) को 1,050 करोड़ रुपए का ठेका दिया है।
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