देश में बिजली खपत जुलाई के पहले सप्ताह में पिछले साल इसी अवधि के मुकाबले करीब 18 प्रतिशत बढ़कर 30.33 अरब यूनिट रही और कोविड-19 से पहले के स्तर पर पहुंच गई।
आंकड़ों के अनुसार सात जुलाई, 2021 को देश में बिजली की खपत 450.8 करोड़ यूनिट दर्ज की गई, जो कि अब तक सबसे अधिक दैनिक बिजली खपत है।
उत्तराखंड में चुनाव के मद्देनजर अपने दौरे से एक दिन पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को लोगों से पूछा कि बिजली का उत्पादन करने वाले पर्वतीय राज्य के लोगों को राष्ट्रीय राजधानी के निवासियों की तरफ मुफ्त में बिजली क्यों नहीं मिल सकती।
बिजली मंत्रालय के ताजा आंकड़े के अनुसार बिजली की अधिकतम मांग यानी सर्वाधिक आपूर्ति बुधवार को 200,570 मेगावाट पहुंच गयी।
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने ‘मुफ्त बिजली’ को लेकर इशारों-इशारों में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। सिद्धू ने कहा है कि पंजाब में दिल्ली मॉडल नहीं चलने वाला।
मंत्रालय ने कहा कि पांच जुलाई का आंकड़ा इससे पहले 30 जून को रिकार्ड 1,91,510 मेगावाट को पार कर गया है।
मंगलवार को दिन के 11.43 बजे बिजली की अखिल भारतीय मांग अब तक सर्वोच्च स्तर 1,97,060 मेगावाट पहुंच गयी। सरकार ने मांग के 2,00,000 मेगावाट पहुंचने का अनुमान दिया है
संगठन ने कहा कि सरकार को पहले राज्यों की बिजली वितरण कंपनियों के प्रदर्शन की समीक्षा करनी चाहिए और उसके बाद विद्युत संशोधन विधेयक का मसौदा चर्चा के लिये सार्वजनिक करे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरु कर दी है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को पंजाब कि जनता से वादा किया कि पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बनने पर प्रत्येक घर को 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली हर महीने दी जाएगी।
राजग सरकार ने विधानसभा चुनाव के समय बिहार में 19 लाख नौकरियों का वादा किया था और आईटी क्षेत्र में रोजगार सृजन की काफी संभावनाएं हैं।
मध्य प्रदेश में जो भी व्यक्ति बिजली चोरी की सूचना देगा उसे वसूली गई राशि में से 10 प्रतिशत बतौर पुरस्कार दिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज प्रदेश की उच्चस्तरीय टीम 9 के बैठक में अधिकारियों से साफ कहा कि उत्तर प्रदेश में बिजली के दाम अभी नहीं बढ़ेंगे।
दिल्ली की बिजली वितरण कंपनियों ने नियामक डीईआरसी से लागत की दृष्टी से उचित और प्रमितशील दर ढांचा रखने की मांग की है ताकि उनका ताकि एकल आधार पर उनके बढ़ते राजस्व घाटे को कम किया जा सके।
देश में बिजली की खपत चालू माह (मार्च) के पहले 12 दिन में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 16.5 प्रतिशत बढ़कर 47.67 अरब यूनिट पर पहुंच गई। बिजली मंत्रालय के आंकड़ों से यह जानकारी मिली।
अचानक हुई बिजली कटौती पर शुरुआत में किसी भी पाकिस्तानी को कुछ भी समझ में नहीं आया। कुछ पाकिस्तानी अचानक यूं हुए ब्लैक आउट की वजह से भारतीय वायुसेना से होने वाले खतरे को बता रहे थे।
इसके अनुसार वितरण कंपनियां सभी ग्राहकों को 24 घंटे भरोसेमंद बिजली देंगी। हालांकि बिजली नियामक कृषि जैसे कुछ श्रेणी के ग्राहकों के लिये कम घंटे की बिजली की व्यवस्था तय कर सकते हैं।
इस ड्राफ्ट का मुख्य फीचर सेवा का भरोसा है। राज्य विद्युत नियामक आयोग डिस्कॉम के लिए प्रति उपभोक्ता प्रति वर्ष औसत बिजली कटौती की सीमा तय कर पाएंगे।
नवंबर के महीने के दौरान कोल इंडिया द्वारा बिजली क्षेत्र को की गई ईंधन की आपूर्ति 3.938 करोड़ टन पर स्थिर रही। पिछले साल के इसी महीने में कोल इंडिया द्वारा कोयले की आपूर्ति 3.912 करोड़ टन हुई थी।
देश में बिजली खपत इस साल दिसंबर के पहले पखवाड़े में 4.8 प्रतिशत बढ़कर 50.36 अरब यूनिट रही।
ऊर्जा मंत्री ने निर्देश दिए कि आगामी गर्मियों के ²ष्टिगत राजधानी व डिस्कॉम के अधीन आने वाले सभी महानगरों में ट्रिपिंग फ्री निर्बाध आपूर्ति के लिए आवश्यक संसाधन जुटाने व अपने वितरण नेटवर्क को सुधारा जाए।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़