गर्मी के मौसम में अधिकांश घरों में कूलर और एसी का इस्तेमाल किया जाता है। कुछ लोग इस बात को लेकर काफी ज्यादा कंफ्यूज होते हैं कि लोहे का कूलर या फिर एयर कंडीशनर किसमें ज्यादा बिल आता है। अगर आप भी नहीं जानते तो आज हम आपको कंफ्यूजन दूर करने वाले हैं।
मुजफ्फरपुर जिला से बिजली विभाग का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। विभाग ने एक साधारण मजदूर को 31 लाख का बिल थमा दिया है।
Jharkhand Free Electricity: झारखंड में घरेलू उपभोक्ताओं को अब मुफ्त में 200 यूनिट बिजली मिलेगी। पहले सरकार 125 यूनिट प्रति माह लोगों को फ्री बिजली देती थी। जिसे अब बढ़ाकर 200 यूनिट प्रति माह कर दिया गया है।
झारखंड की सरकार महिलाओं को एक हजार रुपये महीने देगी। इसके अलावा 200 युनिट बिजली भी उपभोक्ताओं को मिलेगी। कैबिनेट ने इस योजना की मंजूरी दे दी है।
पूरे देश में कहीं भी एसएमएस अलर्ट के लिए चार्ज नहीं लिया जाता है। रीकनेक्शन और डिस्कनेक्शन पर फीस इसलिए दी जाती है क्योंकि विभाग को सीढ़ी ले जाकर कनेक्शन काटना और जोड़ना पड़ता है।
दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग 8,656 मेगावाट के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। बिजली वितरण कंपनियों ने इसकी जानकारी दी। एक दिन पहले मंगलवार को दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग 8,747 मेगावाट रही थी।
झारखंड में किसानों व आम जनता के लिए खुशखबरी है, राज्य के मुख्यमंत्री ने ऐलान किया है कि किसानों के 2 लाख रुपये तक के लोन माफ किए जाएंगे साथ ही यह भी कहा कि फ्री इलेक्ट्रिसिटी बिल भी बढ़ाया जाएगा।
लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद अब पंजाब के लोगों को जोर का झटका लगने वाला है। दरअसल, राज्य में अब बिजली महंगी होने वाली है। पीएसईआरसी ने बिजली की नई दरों की घोषणा कर दी है।
मध्य प्रदेश में बिजली चोरी पर लगाम लगाने के लिए अभियान चलाया गया। विद्युत वितरण कंपनी ने बिजली चोरी करने वालों से 26 करोड़ रुपये की वसूली की है।
ही में विद्युत मंत्रालय द्वारा जारी एक नोटिस में कहा गया है कि इन सेवाओं (ऊपर उल्लिखित) को प्रदान करने में किसी भी तरह की देरी से वितरण कंपनी द्वारा उपभोक्ताओं को मुआवजा दिया जाएगा।
गर्मी के दिनों में बिजली का बिल काफी तेजी से बढ़ने लगता है। अगर आप भी बिजली का बिल बढ़ने से परेशान हैं तो अब आपकी समस्या खत्म होने वाली है। हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं जिससे आप बिजली बिल के बोझ को बेहद आसानी से कम कर सकते हैं।
गर्मी के मौसम में एसी की डिमांड काफी बढ़ चुकी है। अगर आप भी नया एसी खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपको कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए। एसी चलाने से बिजली का बिल ज्यादा आता है इसलिए आपको यह मालूम होना चाहिए कि विंडो या फिर स्प्लिट कौन सा एसी बिजली की खपत अधिक करता है।
देश में इन दिनों गर्मी अपना कहर बरपा रही है, लोग गर्मी से बेहाल नजर आ रहे हैं। इसी बीच खबर आ रही कि इस भीषण गर्मी के बीच में मंत्रियों के बंगले की भी बिजली काट दी गई थी।
गुजरात के कुछ इलाकों में स्मार्ट मीटर्स को लेकर काफी विरोध देखने को मिल रहा है। ऐसे में इस बात की पड़ताल की गई कि विरोध क्यों हो रहा है और क्या वाकई में स्मार्ट मीटर्स की व्यवस्था लोगों की जेब पर डाका डाल रही है।
आपने अक्सर देखा होगा कि बिजली कर्मचारी अक्सर एक स्क्रू ड्राइवर जैसे दिखने वाले टूल से प्लग के अंदर के लाइन को टेस्ट करते हैं। इसे टेस्टर कहा जाता है। क्या आपने कभी सोचा है कि जो बिजली हमें तेज करंट देती है उसे अगर टेस्टर के माध्यम से छुया जाए तो करंट क्यों नहीं लगता। आइए आपको इसका कारण बताते हैं।
गर्मी के मौसम में एयर कंडीशन जब भी ऑन होता है तो हमें ठंडी हवा तो मिलती है लेकिन इसके ऑन होते ही बिल बढ़ने की टेंशन भी होने लगती है। कई लोग बिजल बिल बढ़ने की टेंशन की वजह से एसी को कम इस्तेमाल करते हैं। आज हम आपको एक ऐसा तरीका बताने वाले हैं जिससे आप बेहद आसानी से एसी के बिल को कम कर सकते हैं।
टाटा पावर डीडीएल और बीएसईएस ने कहा है कि दिल्ली में इस साल गर्मियों में मैक्सिमम डिमांड को पूरा करने के मकसद से नेटवर्क की क्षमता बढ़ाने और टेक्नोलॉजी को एडवांस बनाने पर भी निवेश किया गया है।
Free Electricity Scheme : केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर कोई राज्य किसी भी कैटेगरी के लोगों को मुफ्त बिजली देना चाहता है, तो वह ऐसा कर सकता है। लेकिन उन्हें इसके लिए भुगतान करना होगा।
अगर आप इस गर्मी घर में लगे एसी को चलाने की तैयारी कर रहे हैं या फिर नया एसी लेने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपके लिए ये खबर काम की है। एसी चलाने से पहले आपको अपने बिजली मीटर के बारे में कुछ जरूरी जानकारी ले लेना चाहिए नहीं तो बिजली विभाग आप पर भारी जुर्माना लगा सकता है।
केंद्रीय बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने बिजली मांग में बढ़ोतरी की संभावना को देखते हुए कई तैयारी बैठकें की हैं। इनमें गर्मी के दौरान बिजली कटौती को शून्य रखने की जरूरत पर जोर दिया गया।
संपादक की पसंद