पिछले साल तीन बार बिजली की दरें बढ़ाई गई थीं। दूसरी तरफ, उत्तराखंड जल संस्थान ने सरकार से पानी की दरों में 15 फीसदी वृद्धि करने की मंजूरी ले ली है। पहली अप्रैल से प्रदेश भर में पानी प्रति तिमाही 150 से 200 रू मंहगा हो जाएगा।
बता दें कि, अभी कुछ ही महीने पहले यूपी में बिजली के दाम बढ़ाए गए थे, जिस पर प्रदर्शन हुए थे और राज्य की विपक्षी पार्टियों ने प्रदेश की योगी सरकार की जमकर आलोचना की थी।
उत्तर प्रदेश में बिजली के दाम बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने वर्ष 2019-20 के लिए शहर से लेकर गांवों तक की घरेलू बिजली दरों में 20 से 25 फीसदी से भी ज्यादा की बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव पेश किया है।
उच्च मांग के कारण इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (आईईएक्स) में बृहस्तपतिवार को बिजली की हाजिर कीमत 15.37 रुपये प्रति यूनिट तक पहुंच गयी, जो नौ साल का उच्चतम स्तर है।
मोदी सरकार के कोयला सेक्टर को लेकर उठाए कदमों का असर अब दिखने लगा है। देश में अब बिजली आपूर्ति सुधरी है और बिजली के दाम भी घट गए है।
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