रक्षाबंधन में महिलाओं को दो दिन मुफ्त में यात्रा का ऐलान करते हुए उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर ने बताया कि कुंभ मेला में डीजल-पेट्रोल गाड़ी नहीं चलेंगी। मेले को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए सात हजार नई बस और पांच सौ इलेक्ट्रिक बस खरीदी जा रही हैं।
वर्तमान में दिल्ली की सड़कों पर कुल 7,379 बसें दौड़ रही हैं, जो अब तक की सबसे अधिक बसों की संख्या है। इलेक्ट्रिक बसों की संख्या कुल 1,650 हो गई है। सरकार का कहना है कि जल्द ही दिल्ली के पास 2,280 इलेक्ट्रिक बसें हो जाएंगी।
रेटिंग एजेंसी इक्रा का कहना है कि इलेक्ट्रि्क बसों की डिमांड लगातार बनी रहेंगी। उम्मीद है कि इलेक्ट्रिक बसें भारत के इलेक्ट्रिफिकेशन अभियान में सबसे आगे रहेंगी।
यूपी में अब धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं के आवागमन की सुविधाएं बढ़ाने और प्रदूषण से निजात दिलाने के लिए योगी सरकार ने इलेक्ट्रिक बसों को चलाने का फैसला किया है।
उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब राज्य में ज्यादा इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। रोडवेज की बसों में किराया भी पहले की अपेक्षा कम होगी।
यूपीएसआरटीसी ने बड़ी खुशखबरी दी है। निगम ने लखनऊ के लिए 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाने का फैसला किया है तो वहीं महिला कर्मचारियों के लिए मातृत्व सुविधा देने की भी बात कही है।
मुंबई की सड़कों पर अगले सप्ताह से इलेक्ट्रिक डबल डेकर बसें दौड़ती नजर आएंगी। इन बसों का किराया भी आम एसी बसों के जितना ही होगा और सुरक्षा का इसमें खास ख्याल रखा गया है। जानिए खासियत-
गडकरी ने लोगों को सार्वजनिक परिवहन प्रणाली का उपयोग करने के लिये प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
देश में बढ़ते प्रदुषण (Pollution) के चलते स्थिति भयावह होती जा रही है। केंद्र से लेकर राज्य की सरकारें कई तरह की नीतियां बना रही हैं ताकि प्रदुषण पर काबू पाया जा सके। गाड़ियों से निकलने वाला धुआं भी इसका एक बड़ा कारण हैं।
Nitin Gadkari on Electric Buses: गडकरी ने सोमवार को इंदौर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि देशभर के राज्यों के सड़क परिवहन निगम कभी फायदे में नहीं आ सकते, क्योंकि इनकी बसें महंगे डीजल से चलती हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा हरी झंडी दिखाने के बाद ये बसें दिल्ली के प्रमुख रूटों- रिंग रोड पर तीवर मुद्रिका, रूट नं. 502 मोरी गेट और महरौली टर्मिनल के बीच, रूट नंबर ई-44 आईपी डिपो, कनॉट प्लेस, सफदरजंग, साउथ एक्सटेंशन, आश्रम, जंगपुरा, इंडिया गेट रूट पर चलेंगी।
सरकार की योजना लखनऊ सहित प्रदेश के 14 अन्य प्रमुख शहरों में 700 इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की है। इसके लिए नगरीय परिवहन निदेशालय के अधिकारियों की ओर से काम को तेज गति से पूरा किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बस का कंडक्टर बस की छत पर चढ़कर एक डंडे की मदद से बिजली के तार को ऊपर उठा कर बस को निकालने की कोशिश की कर रहा था, इसी दौरान डंडे से बिजली का तार झटक कर कंडक्टर के गले में अटक गया। जिससे कंडक्टर और बस में करंट दौड़ गया।
देश में पर्यावरण प्रदूषण और ईंधन जैसी चुनौती से निपटने के लिए मोदी सरकार की ओर से इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने की कोशिशें चल रहीं हैं। मोदी सरकार ने 'फेम इंडिया' के दूसरे चरण में महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात और चंडीगढ़ के लिए 670 नई इलेक्ट्रिक बसों को मंजूरी दी है।
गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को गुजरात के अहमदाबाद में 18 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई। ये बसें देश में ही बनाई गईं हैं।
केंद्र सरकार ने देश के 64 शहरों के लिये 5,595 इलेक्ट्रिक बसों की मंजूरी दे दी है। इलेक्ट्रिक वाहनों को तेजी से बढ़ावा देने की फेम योजना के दूसरे चरण के तहत लायी जा रही इन बसों को शहरों के भीतर और शहरों के बीच चलाया जाएगा। आप भी जानिए पूरी लिस्ट किन शहरों में कितनी चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें।
नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने सोमवार को कहा कि अंतर-मंत्रालयी समिति ने 65 शहरों में परिचालन के लिये 5,645 इलेक्ट्रिक बसों को मंजूरी दी है।
नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार 2 लाख इलेक्ट्रिक बस की खरीद के लिए कम ब्याज पर वित्त पोषण को लेकर जापान की निवेश कंपनी सॉफ्टबैंक से बातचीत कर रही है।
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