इस योजना की पेशकश करते हुए भारी उद्योग मंत्रालय में एडिशनल सेक्रेट्री हनीफ कुरैशी ने कहा कि पूरे प्रोसेस को आसान बनाने के लिए एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया जाएगा, जिसके जरिए योजना के तहत सब्सिडी प्राप्त करने के लिए ई-वाउचर बनाया जा सकेगा।
भारत में तेजी से बढ़ रही इलेक्ट्रिक व्हीकल की डिमांड के बीच ओबेन इलेक्ट्रिक भी इस बाजार में अपनी जगह बनाने के लिए तैयार है। कंपनी का लक्ष्य इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट के 70% हिस्से को अपने प्रोडक्ट्स से कवर करना है।
भाविश अग्रवाल ओला इलेक्ट्रिक की प्रॉफिटेबिलिटी पर पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे, क्योंकि कंपनी के शेयर की कीमत 76 रुपये के लिस्टिंग प्राइस से दोगुना होना चिंता का विषय बना हुआ है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि Cell प्रॉफिटेबिलिटी के रोडमैप का केन्द्र बिन्दु है।
ओला की पहली इलेक्ट्रिक बाइक का मुकाबला टॉर्क क्रेटोस आर और रिवोल्ट आरवी400 जैसे एंट्री-लेवल मॉडल से हो सकता है। माना जा रहा है कि कंपनी हाई-परफॉर्मेंस सेगमेंट को टारगेट कर यह प्रोडक्ट ला रही है।
सोशल मीडिया पर एक खौफनाक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स इलेक्ट्रिक बाइक की बैटरी को लिफ्ट के अंदर लेकर दाखिल होता है, जैसे ही लिफ्ट का दरवाजा बंद होता है वैसे ही बैटरी ब्लास्ट हो जाती है।
जियो थिंग्स का ‘स्मार्ट डिजिटल क्लस्टर’ और ‘ऑपरेटिंग सिस्टम’ वास्तविक समय पर आंकड़ों का विश्लेषण करता है। वाहन पर बेहतर नियंत्रण के लिए यह उपयुक्त है।
गर्मी की वजह से लगी आग से जुड़ी घटनाओं के वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे है। आग लगने का एक ताजा मामला सामने आया है, जहां इलेक्ट्रिक स्कूटर्स से भरे ट्रक में आग लग गई।
पिछले महीने इलेक्ट्रिक दोपहिया स्कूटर्स की बिक्री केवल 64,000 यूनिट्स की ही हुई है। मार्च में ये आंकड़ा 1.36 लाख से ज्यादा था।
मंगलवार की रात हुए विस्फोट के कारण मकान की छत और पड़ोस के मकान से सटी दीवार ढह गई है। जिस घर में बैटरी में विस्फोट हुआ उसमें रहने वाली 28 वर्षीय महिला और पड़ोस के घर में रहने वाले 66 वर्षीय पुरुष और 56 साल की महिला घायल हो गई हैं।
ई-बाइक की बैटरी फटते ही घर में चारो तरफ आग लग गई। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजा से वायरल हो रहा है। आप भी ये वीडियो देखें।
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत लिथियम उत्पादन में आत्मनिर्भर हो जाता है तो इससे इलेक्ट्रिक बैटरियां सस्ती होंगी और अंततः इलेक्ट्रिक कारों की कीमत भी कम हो सकेंगी। भारत सरकार ने 2030 तक ईवी को 30 फीसदी तक बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है। इस लक्ष्य को हासिल करने में लिथियम सबसे आवश्यक धातु है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो धड़ल्ले से शेयर किया जा रहा है। जिसमें एक लड़का अपने इलेक्ट्रिक स्कूटी का हॉर्न बजाता है और सड़क पर चल रहे लोग हंसने लगते हैं।
कंपनी अगली तिमाही में दो नए ई-स्कूटर पेश करने की योजना बना रही है। इनके दाम मौजूदा ब्रांड जैसे ओला, एथर, ओकिनावा और हीरो से काफी कम हो सकते हैं।
Electric Scooter Buying: 2 Wheeler EV वाहन की अधिकांश आबादी के लिए अफोर्डेबल है। माइलेज फैक्टर भी अब चिंता का विषय नहीं है, क्योंकि किसी भी इलेक्ट्रिक स्कूटर की औसत रेंज 100-150 किमी तक होती है, फिर ऐसी कौन सी समस्या है कि मैं बोल रहा हूं कि खरीदने से पहले ध्यान दें। आइए जानते हैं।
वहीं 25 किलोमीटर से अधिक रफ्तार वाले खंड में 7,26,976 वाहन बिके। इस तीव्र बिक्री वृद्धि के बावजूद 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की स्वीकार्यता की दर नीति आयोग के लक्ष्य से 25 प्रतिशत से अधिक पीछे रही है।
भारत में एक से बढ़कर एक इलेक्ट्रिक बाइक लॉन्च हो रही हैं, जहां इसी क्रम में ओडिसी ने अपनी शानदार इलेक्ट्रिक बाइक वेडर (Vader) को पेश किया है, जिसे आप महज 999 रुपये में आज ही बुक भी कर सकते हैं।
इलेक्ट्रिक कार और स्कूटर खरीदने वाले लोगों की शिकायत बैटरी की हेल्थ को लेकर रहती है। इसे खराब हो जाने के बाद लोग इसके ऊपर हजारों रुपये खर्च करते हैं। वारंटी खत्म हो जाने के बाद इसके ऊपर कितने रुपये का आता है खर्च और खराब होने से पहले समझे ये संकेत।
eTryst 350 vs Revolt RV400 यह दोनों इलेक्ट्रिक बाइक आमतौर पर सड़कों पर देखने को मिल जाती है। क्या आप भी इलेक्ट्रिक बाइक खरीदना चाहते हैं? इन दोनों की कीमत और फीचर्स के बीच तुलना करने के बाद आप ये समझ पाएंगे कि इन दोनों में कौन ज्यादा बेहतर है।
इलेक्ट्रिक व्हीकल की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पेट्रोल और डीजल पर होने वाले खर्च को बचाने के लिए लोग इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर तेजी से शिफ्ट हो रहे हैं। आप इस पर बिना खरीदे भी फ्री में सफर कर सकते हैं। इलेक्ट्रिक कार और बाइक पर फ्री में सफर करने के लिए ये कंपनी दे रही है ऑफर।
इलेक्ट्रिक बाइक न केवल आपके खर्चों में कटौती करती है, बल्कि प्रदूषण की संभावनाओं पर भी लगाम कसती है। साथ ही, ई-बाइक वाहन कंपनियों को भी बड़े नुकसान से बचाने का काम करेगी। खासतौर से समय पर EMI न भरने वालों को तो अब और भी ज्यादा सतर्क रहना होगा।
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