चुनाव आयोग ने उद्धव गुट को बड़ा झटका देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े को शिवसेना का नाम और ‘तीर-कमान’ चुनाव चिह्न आवंटित करने का आदेश दिया।
चुनाव आयोग ने कहा कि 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिवसेना के 55 विजयी उम्मीदवारों में से एकनाथ शिंदे का समर्थन करने वाले विधायकों के पक्ष में लगभग 76 फीसदी मत पड़े।
उद्धव ठाकरे को बहुत बड़ा झटका लगा है। चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला लिया है। शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट को शिवसेना नाम मिला है। धनुष बाण चुनाव निशान एकनाथ शिंदे गुट को मिला है।
त्रिपुरा के विधानसभा चुनावों पर लोगों की खास नजर रहने वाली है क्योंकि पिछले चुनावों में बीजेपी ने लंबे समय से सत्ता में रही मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी को हटाकर अपना परचम लहराया था।
संजय राउत ने कहा कि अभी तक इन संस्थानों में स्वतंत्रता और स्वायत्तता नहीं दिखी है। इन संस्थानों में लोगों की नियुक्ति सरकार द्वारा की जाती है। हमें उम्मीद है कि हमें न्याय मिलेगा और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को न्याय मिलेगा।
चार राष्ट्रीय दलों ने हाल में इलेक्शन कमीशन को प्राप्त चंदे की अपनी नवीनतम रिपोर्ट पेश की थी, जिसने दस्तावेजों को मंगलवार को सार्वजनिक किया।
उत्तर प्रदेश के रामपुर और खतौली विधानसभा सीट पर उपचुनाव होंगे। वहीं, यूपी के एक संसदीय निर्वाचन क्षेत्र मैनपुरी में भी उपचुनाव है। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट खाली है। इसके अलावा ओडिशा, राजस्थान, बिहार और छत्तीसगढ़ में भी एक-एक सीट पर उपचुनाव 5 दिसंबर को होना है।
गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों को लेकर चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा है।
Pakistan Imran Khan: इमरान खान पर पांच साल के लिए चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खुशी जताई और उन्हें प्रमाणित चोर कहा।
MCD Election 2022: दिल्ली में तीनों नगर निगमों के एकीकरण के बाद दिसंबर में एमडीडी के चुनाव कराए जा सकते हैं। इसको लेकर चुनाव आयोग जल्द ही औपचारिक एलान करेगा।
Congress Allegation on EC: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्वाचन आयोग पर ही सीधे सवाल खड़ा कर दिया। उन्होंने हिमाचल प्रदेश व गुजरात के विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम अलग-अलग रखे जाने को लेकर इलेक्शन कमीशन पर आरोप लगाया है।
चुनाव आयोग ने आज हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा तो कर दी लेकिन गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीख नहीं बताई। इसको लेकर समूचा विपक्ष सवाल उठा रहा है। लिहाजा चुनाव आयोग ने इसको लेकर कारण बताया है।
Gujarat Election 2022 Date: गुजरात सरकार का कार्यकाल 23 फरवरी 2023 को खत्म हो रहा है। पिछली बार के मुकाबले साल 2022 का गुजरात का चुनाव एक हफ्ते आगे या पीछे हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक 8 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के साथ ही गुजरात के नतीजे भी आ सकते हैं।
Gujarat Assembly Election Date: गुजरात विधानसभा में कुल 182 सीटें हैं और बहुमत के लिए 92 सीटें जरूरी होती हैं। यहां पिछली बार दो चरणों में 9 दिसंबर और 14 दिसंबर 2017 को वोटिंग हुई थी।
Shiv Sena Symbol: अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए इलेक्शन कमीशन ने आज मंगलवार को शिंदे खेमे वाली शिवसेना को भी चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया। निर्वाचन आयोग ने शिंदे खेमे को ‘दो तलवार और एक ढाल’ चुनाव चिह्न के रूप में आवंटित किया।
ShivSena: शिंदे गुट अपने आपको असली शिवसेना बताकर चुनाव चिह्न ‘तीर-धनुष’ पर अपना दावा पेश कर चुका है। वहीं ठाकरे गुट खुद को असली शिवसेना मानता है। दोनों का ही ‘तीर-धनुष’ चुनाव चिह्न पर दावा है।
न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति अभय एस ओका की पीठ ने अपने आदेश में कहा, ‘‘EVM लंबे समय से इस्तेमाल में है, लेकिन समय-समय पर मुद्दों को उठाने की मांग की जाती रही है। ऐसा मालूम होता है कि जिस दल को चुनाव प्रक्रिया के तहत मतदाताओं से मान्यता नहीं मिली है, वह याचिकाएं दायर करके मान्यता लेना चाहता है।’’
Jammu Kashmir: कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि वह जम्मू कश्मीर में मतदाता सूची यानी वोटर लिस्ट में गैर स्थानीय मतदाताओं को शामिल करने का विरोध करेगी और वह इस मुद्दे को कानूनी चुनौती देने पर विचार कर रही है।
Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को इलेक्शन से पहले फ्रीबीज यानी मुफ्त में सामान बांटने या फिर उसका वादा करने वाले दलों पर रोक लगाने को लेकर एक याचिका पर सुनवाई करते हुए चुनाव आयोग पर तल्ख टिप्पणी की।
Madhya Pradesh News: इस वीडियो में एडीएम उमेश शुक्ला बोल रहे हैं कि- लोकतंत्र हमारे देश की सबसे बड़ी गलती, वोट डालकर हमने भ्रष्ट नेता पैदा किए। इतना ही नहीं शुक्ला आगे कह रहे हैं कि वोट डालकर आप क्या करोगे और अब तक हमने भी वोट डालकर क्या किया है।
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