इस बार के लोकसभा चुनाव सात चरणों में कराए जाएंगे। पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होगा और सातवें चरण का मतदान 1 जून को होगा। इसके साथ ही देश के विभिन्न राज्यों की 26 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव भी होंगे।
लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है। चुनाव आयोग ने देश भर में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों की घोषणा कर दी है। चुनाव आयोग के मुताबिक अलग-अलग राज्यों में भिन्न-भिन्न तारीखों पर 7 चरणों में चुनाव कराए जाएंगे। मतों की गणना 04 जून को होगी।
लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है। चुनाव आयोग ने देश भर में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों की घोषणा कर दी है। चुनाव आयोग के मुताबिक अलग-अलग राज्यों में भिन्न-भिन्न तारीखों पर 7 चरणों में चुनाव कराए जाएंगे। मतों की गणना 04 जून को होगी।
इस बार पुरुष वोटरों की संख्या 49.7 करोड़, महिला वोटरों की संख्या 47.1 करोड़ और पहली बार के वोटर 1.8 करोड़ है। इसके साथ ही 85 से अधिक उम्र के वोटर्स 82 लाख हैं और 18 से 19 साल की महिला वोटर्स की संख्या 85.3 लाख है। 20 से 29 साल के 19.74 करोड़ वोटर्स हैं।
चाहे केंद्र सरकार हो या राज्य सरकारें, सभी चुनाव आचार संहिता के दायरे में आती हैं। 2024 लोकसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान होने के बाद आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी जिसका मतलब चुनाव आयोग के वो निर्देश जिनका पालन चुनाव खत्म होने तक हर पार्टी को करना होता है।
अमेरिकी सीनेटर ने सोशल मीडिया कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) से यह भी कहा कि उनके मंच एआई से बनी सामग्री को रोकने के साथ-साथ पारंपरिक फर्जी सामग्री को रोकने में भी नाकाम साबित हुए हैं। भारत, अमेरिका समेत कई देशों में इस वर्ष चुनाव हैं। ऐसे में झूठ के दुष्प्रचार को रोकना होगा।
लोकसभा चुनावों के दौरान पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है। पूरे देश में परोक्ष रूप से चुनाव आयोग का शासन हो जाता है। वहीं जिलाधिकारी जिला निर्वाचन अधिकारी बन जाते हैं।
कल होगा लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान कल दोपहर 3 बजे लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान चुनाव आयोग कल चुनाव तारीखों का एलान करेगा
लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों की घोषणा निर्वाचन आयोग (इलेक्शन कमीशन) शनिवार (16 मार्च) को दोपहर 3 बजे करेगा. चुनाव आयोग दोपहर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा जिसमें पूरे चुनावी कार्यक्रम की जानकारी दी जाएगी. इस बीच देश में कितने चरणों में चुनाव हो सकता है इसको लेकर अहम जानकारी सामने आ रही है.
लोकसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा में महज एक दिन बचा हुआ है। चुनाव आयोग शनिवार यानी 16 मार्च, 2024 को दोपहर 3 बजे तारीखों का ऐलान करेगा। उससे पहले हम यहां आपको 2019 के लोकसभा चुनाव की जानकारी दे रहे हैं। आइए जानते हैं 2019 में कब-कब वोटिंग हुई थी।
लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कल होगा। कल दोपहर 3 बजे चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। वर्तमान में निर्वाचन आयोग का नेतृत्व राजीव कुमार कर रहे हैं। इनके अलावा दो नए चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू ने भी अपना कार्यभार संभाल लिया है।
इलेक्टोरल बॉन्ड मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। कोर्ट ने चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अपलोड डेटा को वापस करने के ईसीआई के अनुरोध को भी स्वीकार कर लिया है।
चुनावी इलेक्टोरल बॉन्ड में जिस कंपनी ने 1368 करोड़ रुपये दान किए हैं। उस कंपनी के मालिक का नाम है सैंटियागो मार्टिन। बता दें कि सैंटियागो मार्टिन को भारत में लॉटरी किंग के नाम से भी जाना जाता है, जिनका लॉटरी के क्षेत्र में बड़ा नेटवर्क है।
चुनाव आयोग में खाली चुनाव आयुक्तों के दो पदों पर नियुक्ति हो चुकी है। आज से ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू अपना कार्यभार संभालने जा रहे हैं। ऐसे में सभावना जताई जा रही है कि लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर शुक्रवार को अहम घोषणाएं हो सकती हैं।
चुनाव आयोग में खाली 2 पदों पर नए चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति हो गई है। इन दो पदों के लिए सुखबीर सिंह संधू और ज्ञानेश कुमार को चुना गया है। बता दें कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली समिति ने इस बाबत आज बैठक की थी, जिसके बाद इन नामों पर मुहर लगी है।
निर्वाचन आयोग में खाली दो पदों पर नियुक्ति के लिए 5 उम्मीदवारों के नाम की लिस्ट को तैयार कर लिया गया है। कानून मंत्री अर्जन राम मेघवाल की अध्यक्षता वाली खोज समिति ने निर्वाचन आयोग में खाली रिक्तियों को भरने के लिए बुधवार की शाम बैठक की।
सूत्रों ने बताया कि एसबीआई ने चुनावी बॉन्ड की पूरी डिटेल चुनाव आयोग को सौंप दी है। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को समयसीमा बढ़ाने को लेकर एसबीआई की याचिका खारिज कर दी थी।
Google ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले AI जेनरेटेड कॉन्टेंट पर लगाम लगाने की तैयारी कर ली है। टेक कंपनी ने भारतीय चुनाव आयोग के साथ साझेदारी की है, जिसका मकसद इस तरह के फर्जी कॉन्टेंट को फैलने से रोका जा सके।
अरुण गोयल ने भारतीय प्रशासनिक सेवा से वीआरएस लिया था। वे पंजाब कैडर के 1985-बैच के आईएएस अधिकारी थे। वह नवंबर 2022 में निर्वाचन आयोग में शामिल हुए थे।
इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया के चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के इस्तीफे के बाद विपक्ष ने इसपर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस पार्टी ने इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताया है। वहीं उन्होंने चुनाव आयोग पर भी सवाल खड़े किए हैं।
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