Opposition Unity एंटी मोदी मोर्चा बनने से पहले ही बिखरता दिख रहा है. शुरुआत महाराष्ट्र से हुई है जहां महाअघाड़ी में सेंध लग गयी. अजित पवार अब बीजेपी के साथ आकर बैठ गए हैं. यूपी में ओम प्रकाश राजभर योगी से मुलाकात के बाद बदले सुर में हैं.
महाराष्ट्र में जो हुआ वो चौंकाने वाला नहीं है। अजित पवार ये प्रयोग 2019 में ही कर चुके थे.. वो फिर बीजेपी की शरण में चले गए। नए गठबंधन को नाम दिया है महायुति। हालांकि इसका अनुमान पहले ही लगाया जा रहा था। मगर मुंबई से लेकर नागपुर तक जो चर्चा है वो चौंकाने वाली है.
अजित पवार ने अपने नए गठबंधन का किया ऐलान, बीजेपी और एकनाथ शिंदे के साथ बनाई 'महायुति'.
महाराष्ट्र के शिंदे सरकार में मंत्री गुलाबराव पाटिल ने बड़ा दावा किया है और कहा है कि अब कांग्रेस में भी बड़ी टूट होने वाली है, 17 विधायक पार्टी छोड़ेंगे।
इस वक्त महाराष्ट्र में जबरदस्त सियासी हलचल है। शरद पवार की राजनीति विसर्जित हो रही है। कुनबा बगावत करके पवार को छोड़ गया लेकिन पवार कहते हैं कि वह तीन महीने के भीतर पार्टी को फिर खड़ी कर देंगे।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आज ‘गुरु पूर्णिमा’ के अवसर पर शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के स्मारक पर जाकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इससे पहले शरद पवार भी अपने राजनीतिक गुरु और पूर्व सीएम यशवंत राव चव्हाण को श्रद्धांजलि देने सतारा के कराड पहुंचे थे।
Maharashtra Political Crisis News: हिंदुस्तान की इस वक्त की पॉलिटिक्स में दो नेताओं को चाणक्य कहकर बुलाया जाता था। अमित शाह(Amit Shah) और शरद पवार(Sharad Pawar)
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में आज दोपहर ढाई बजे जो हुआ उसकी तैयारी ढाई महीने से चल रही थी. अचानक कुछ नहीं हुआ है. दिल्ली से मुंबई लगातार बातचीत हो रही थी..एक के बाद एक पत्ते बिछाए जा रहे थे.
एक साल पहले शिवसेना में टूट हुई थी और अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की टूट ने राज्य की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ है। इस प्रकरण के बाद आगामी लोकसभा चुनाव के लिए हालात काफी बदल गए हैं।
महाराष्ट्र की राजनीति में फिर बड़ा खेल हुआ है। इस बार एनसीपी के 30 विधायकों के साथ अजित पवार शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं। उन्हें सरकार में डिप्टी सीएम बनाया गया है।
ठाकरे परिवार के करीबी और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने एकनाथ शिंद की सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि जनता की सुनवाई नहीं हो रही है।
महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे के करीबी नेता ने उनकी पार्टी को छोड़कर एकनाथ शिंदे की शिवसेना का दामन थाम लिया है।
17 जुलाई से शुरू हो रहे महाराष्ट्र विधानमंडल के मानसून सत्र से पहले ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। एकनाथ शिंदे ने इस दौरान कहा कि मंत्रिमंडल के विस्तार में कोई दिक्कत नहीं है।
इन दिनों नरेंद्र मोदी सरकार की कैबिनेट के विस्तार के कयास लगाए जा रहे हैं। अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले मोदी सरकार का यह अंतिम कैबिनेट विस्तार हो सकता है
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में मॉनसून की पहली बारिश के साथ ही सरकार और विपक्ष के बीच आरोपों-प्रत्यारोपों की झड़ी लग गई है।
सीएम शिंदे ने कहा कि जो बालासाहेब कश्मीर से धारा 370 हटाने को लेकर लड़ाई लड़ रहे थे और जो परिवार इसे कायम रखने के लिए लड़ रहा था उस महबूबा मुफ्ती के बगल में उद्धव बैठे थे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वह भ्रष्ट लोगों के साथ मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाने के लिए पटना तक पहुंच गए।
पिछले साल उद्धव ठाकरे से बगावत कर महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने वाले एकनाथ शिंदे को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। राज्य सरकार के एक मंत्री का कहना है कि अगर यह तख्तापलट सफल नहीं रहता तो शिंदे खुद को गोली मार लेते।
मणिपुर हिंसा पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि ये लोग विकृत हैं। दुसरों को तकलीफ देना इन्हें आता है। मणिपुर जल रहा और पीएम अमेरिका जा रहे हैं। ये लोग कह रहें कि उनपर बोलना मतलब सूरज पर थूकना है।
शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने आज मुंबई में एकनाथ शिंदे और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे के सीने में कितनी हवा है, ये मुझे पता है। राउत ने ये भी कहा कि हम कोई कायदा कानून नहीं मानते, कायदा कानून गया चूल्हे में।
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