महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बनने के बाद अब मंत्रिमंडल का बंटवारा हो चुका है। इस कड़ी में सीएम देवेंद्र फडणवीस के पास गृह विभाग, उर्जा समेत कई अन्य विभागों की जिम्मेदारी है। चलिए बताते हैं कि शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता अजित पवार को क्या जिम्मेदारी मिली है।
मंत्रियों के विभागों के बंटवारा नहीं होने पर विपक्ष ने चुटकी ली है। नितिन राऊत ने कहा यह इतिहास बन गया कि मंत्रियों के विभाग के बिना शीत सत्र संपन्न हो रहा है। हालांकि, मंत्रियों को उम्मीद है कि एक दो दिन में विभागों का बंटवारा हो जाएगा।
महाराष्ट्र में 2.5-2.5 साल के लिए मंत्री बनाए जा रहे हैं। अब इस मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार की चुटकी ली है। विपक्ष ने कहा कि हम उनको नया फॉर्मूला दे रहे हैं जिससे कोई विधायक नाराज नहीं होगा।
अजित पवार और एकनाथ शिंदे ने साफ किया है कि हर मंत्री को ढाई साल दिए जाएंगे। इसके बाद उन्हीं मंत्रियों का कार्यकाल आगे बढ़ेगा, जिनका प्रदर्शन अच्छा होगा।
महाराष्ट्र में मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह के बाद कैबिनेट की पहली बैठक हुई है। इस बैठक में दोनों डिप्टी सीएम शिंदे और पवार ने विभागों के बंटवारे को लेकर बयान दिया।
सांसद श्रीकांत शिंदे ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए शनिवार को लोकसभा में कहा कि नेता प्रतिपक्ष ‘अंगूठा काटने की बात’ कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस ने तो 1984 में ‘सिखों के गले काटे’ थे।
महाराष्ट्र में सरकार के गठन होने के बाद अब आवासों और बंगलों का बंटवारा शुरू हो चुका है। इस बीच रामगिरी बंगले में देवेंद्र फडणवीस रहेंगे। बता दें कि पहले इस बंगले में बतौर सीएम एकनाथ शिंदे रहा करते थे।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने BMC चुनावों को लेकर हुई एक बैठक के बाद कहा कि महायुति ने जैसे पूरी ताकत के साथ विधानसभा चुनाव लड़ा वैसे ही हम निकाय चुनाव भी लड़ेंगे और भारी बहुमत से जीतेंगे।
महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण के बाद से सबकी निगाहें मंत्रिमंडल विस्तार पर टिकी हुई हैं। महाराष्ट्र में सीएम, डिप्टी सीएम ने एक हफ्ते पहले शपथ ली थी लेकिन अभी तक विभागों का बंटवारा नहीं हुआ हैं। वहीं, अब खबर है कि पावर शेयरिंग के फॉर्मूले पर सहमति बन गई है।
महाराष्ट्र में महायुति की सरकार का कैबिनेट विस्तार जल्द किया जा सकता है। गठबंधन के 40 से ज्यादा विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी।
लातूर के किसानों की जमीन को लेकर वक्फ बोर्ड का नोटिस मिलने पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि सरकार किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देगी।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद अब महायुति की सरकार बन गई है। इस सरकार के मंत्रिमंडल में शिवसेना के किन विधायकों को एंट्री मिलेगी, इसे लेकर रिपोर्ड कार्ड तैयार किया जा रहा है।
संजय राउत ने एकनाथ शिंदे पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि शपथ ग्रहण समारोह के दौरान कुछ चेहरों पर खुशी नहीं दिखी। उन्होंने कहा, जब 2019 में उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी तब भी यही चेहरे उदास थे।
महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बन चुकी है। शनिवार से शुरू हो रहे महाराष्ट्र विधानमंडल के विशेष सत्र में कालिदास कोलंबकर को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है। नौ दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा और बहुमत साबित किया जाएगा।
एकनाथ शिंदे ने शपथ लेने के बाद कहा कि उन्होंने हमेशा "आम आदमी" के रूप में काम किया है और आगे भी आम आदमी के लिए समर्पित रहेंगे।
महाराष्ट्र में आज देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की और एकनाथ शिंदे एवं अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।
आज महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन हो गया..देवेन्द्र फडणवीस ने तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली...एकनाथ शिन्दे और अजीत पवार डिप्टी चीफ मिनिस्टर बन गए...शपथ ग्रहण के बाद देवेन्द्र फडणवीस ने कामकाज भी संभाल लिया..और कैबिनेट की पहली मीटिंग भी हो गई.
सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि फडणवीस मंत्रालय का फॉर्मूला तय हो गया है। बीजेपी के कोटे से 20 मंत्री हो सकते हैं। बीजेपी गृह और फाइनेंस भी अपने पास रखेगी।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमारी राजनीति बदले की नहीं, बल्कि बदलाव की होगी। हम विपक्ष का सम्मान करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि अगले पांच साल तक राज्य में स्थिर सरकार रहे।
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