Paush Month 2023-2024 Festival Calendar: व्रत-त्योहार के नजरिए से पौष का महीना काफी महत्वपूर्ण है। इस माह में हिंदू धर्म से जुड़े कई बड़े त्योहार आने वाले हैं। आइए यहां जानते हैं पौष के महीने में पड़ने वाले प्रमुख व्रत-त्योहार की तारीखों के बारे में।
Mokshada Ekadashi 2023: आज मोक्षदा एकादशी का व्रत रखा जा रहा है। ऐसे में आज के दिन इन विशेष उपायों को करने से प्रभु नारायण की कृपा से जीवन की हर परेशानी दूर हो जाती है।
वैकुंठ एकादशी मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी को भी कहते हैं। पंचांग के मुताबिक इस महीने यह एकादशी 23 दिसंबर, शनिवार को है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। मान्यता है कि वैकुंठ एकादशी के दिन विधि-विधान से व्रत रखने और पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है। वैकुंठ एकादशी के लिए शुभ मुहूर्त
यह मार्गशीर्ष का महीना चल रहा है और अब ये अपने अंतिम चरण में है। इस महीने की शुक्ल पक्ष की मोक्षदा एकादशी को लेकर लोगों में बड़ी असमंजस है। 22 या 23 दिसंबर आखिर कब रखा जाएगा मोक्षदा एकादशी का व्रत। आइए जानते हैं इसकी सही तारीख क्या है।
आज मार्गशीर्ष मास की उत्पन्ना एकादशी है और इस दिन खान-पान को लेकर कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। एकादशी पर जो सबसे वर्जित काम है वो चावल का सेवन करना। आइए जानते हैं आखिर एकादशी पर चावल खाने कि क्यों मनाही।
हिंदू धर्म में कई त्योहार और व्रत आते हैं लेकिन आज हम आपसे एकादशी तिथि के व्रत के बारे में बात कर रहे हैं। यह तिथि श्री नारायण को सबसे ज्यादा प्रिय है। आज उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखने वालों से भगवान विष्णु शीघ्र प्रसन्न होते हैं। आइए जानते हैं एकदाशी पर किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
एकादशी तिथि भगवान विष्णु को अति प्रिय है। साल में वैसे तो 24 एकादशी पड़ती हैं और महीने के हिसाब से दो। साल 2023 के खत्म होनें में अब दिसंबर का ही महीना बचा है और इस महीने आखिरी एकादशी कब मनाई जाएगी और क्या रहेगा उसका शुभ मुहूर्त आइए जानते हैं।
Utpanna Ekadashi 2023 Date: एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस व्रत को करने से हर दुख-तकलीफ दूर हो जाती है। तो आइए जानते हैं कि दिसंबर में आने वाली उत्पन्ना एकादशी व्रत की सही तिथि क्या है।
December 2023 Vrat- Festival List: हिंदू धर्म में साल का आखिरी महीना दिसंंबर काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इस माह में एकादशी व्रत से लेकर अन्नपूर्णा जयंती तक आते हैं।
मार्गशीर्ष के पावन महीने का शुभारंभ हो चुका है। वैसे यह महीना भगवान कृष्ण की भक्ति को समर्पित है। लेकिन इस पावन महीने में एकादशी देवी का भी जन्म हुआ था। आइए जानते हैं आखिर एकादशी माता का जन्म कैसे हुआ और क्यों इस महीने उत्पन्ना एकादशी मनाई जाती है।
Margashirsha Month 2023 Festival Calendar: व्रत-त्योहार के नजरिए से मार्गशीर्ष का महीना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। कार्तिक के बाद मार्गशीर्ष का महीना शुरू हो रहा है। इस माह में कई बड़े त्योहार आने वाले हैं। तो आइए यहां जानते हैं मार्गशीर्ष के महीने में पड़ने वाले त्योहार की तारीखों के बारे में।
Dev Uthani Ekadashi 2023: आज देवउठनी एकादशी का व्रत रखा जा रहा है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है।
Dev Uthani Ekadashi 2023 Upay: आज देवउठनी एकादशी के दिन किन उपायों को करने से शुभ फलों की प्राप्ति होगी जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
23 November 2023 Ka Panchang: आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए 23 नवंबर का शुभ मुहूर्त क्या है। साथ ही जानें गुरुवार का राहुकाल और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय।
साल की सबसे बड़ी कार्तिक मास की देवउठनी एकादशी 22 या 23 नवंबर आखिर कब मनाई जाएगी। इस बात को लेकर लोगों के मन में बड़ी असमंजस है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि देवउठनी एकादशी का व्रत कब रखा।
Dev Uthani Ekadashi 2023: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। खासतौर से कार्तिक मास में आने वाली देवउठनी एकादशी का। इस दिन भगवान विष्णु अपने शयनकाल से जागते हैं।
Rama Ekadashi Remedies: आज रमा एकादशी का व्रत रखा जा रहा है। इस दिन भगवान विष्णु की आराधना करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। इसके साथ ही आज इन विशेष उपायों को भी जरूर करें।
Rama Ekadashi 2023: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। इस व्रत को करने से भगवान विष्णु की आराधना की जाती है। तो आइए जानते हैं कि इस साल रमा एकादशी का व्रत किस दिन रखा जाएगा।
आज पापंकुशा एकादशी है। भगवान विष्णु की सबसे प्रिय तिथि पर उनका आशीर्वाद पाने का सबसे महत्वपूर्ण दिन है। आइये जानते हैं पापंकुशा एकादशी का व्रत किस तरह रखें और क्या है व्रत रखने की सही विधि।
Indira Ekadashi 2023 Vrat: अगर आप अपने पूर्वजों को मोक्ष दिलाना चाहते हैं तो इंदिरा एकादशी का व्रत जरूर करें। हिंदू धर्म में इस एकादशी को काफी प्रभावशाली माना गया है। इस व्रत के प्रभाव से पितरों को सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।
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