मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी व्रत रखने का विधान हैं । जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और व्रत तथा के बारे में
हर काम में सफलता पाने, सुख-समृद्धि, सुखी वैवाहिक जीवन आदि के लिए उत्पन्ना एकादशी के दिन कौन से उपाय करना होगा शुभ।
जो लोग साल भर तक एकादशी व्रत का अनुष्ठान करना चाहते है उन्हें मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की एकादशी से ही व्रत शुरू करना चाहिए।
मांगलिक कार्यों को और भी मंगल बनाने के लिये प्रबोधिनी एकादशी के दिन तुलसी विवाह कराने की भी परंपरा है। इस दिन शालीग्राम और तुलसी का विवाह कराया जाता है।
आश्विन शुक्ल पक्ष की एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। इस दिन विष्णु की पूजा करने और व्रत करने से जीवन में वैभव की प्राप्ति होती हैष साथ ही मनचाही इच्छाओं की पूर्ति होती है।
परिवर्तिनी एकादशी का व्रत करने से दूसरे लोगों के बीच आपका वर्चस्व कायम होगा और आपके सुख सौभाग्य में बढ़ोतरी होगी।
उदया तिथि एकादशी होने से एकादशी का व्रत आज ही किया जायेगा। भाद्रपद कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को अजा एकादशी का व्रत करने का विधान है।
अगर आप अपनी संतान के सुख-सौभाग्य में बढ़ोतरी करना चाहते हैं, तो श्री विष्णु भगवान को चन्दन का तिलक लगाएं। साथ ही एक सिद्ध किया हुआ सौभाग्य बीसा यंत्र लेकर अपनी संतान को दे दें या फिर घर के मन्दिर में रख दें।
आज पड़ने वाली कामदा एकादशी के दिन कुछ खास उपाय करके आप केवल धन प्राप्ति नहीं करेंगे बल्कि कई अन्य समस्याओं से भी छुटकारा मिलेगा।
प्रत्येक साल श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को कामदा एकादशी का व्रत करने का विधान है। कुछ पुराणों के अनुसार कामदा एकादशी को उपवास करने से श्रेष्ठ संतान प्राप्त होती है।
आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को हरिशयनी एकादशी का व्रत करने का विधान है । इसकों देवशयनी, योगनिद्रा या 'पद्मनाभा' एकादशी के नाम से भी जाना जाता है ।
आषाढ़ पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है। इस बार योगिनी एकादशी 5 जुलाई को है। जानिए योगिनी एकादशी व्रत का शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि के बारे में।
हिंदू पंचांग के अनुसार जुलाई 2021 में कई प्रमुख व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं। जुलाई महीने की शुरुआत योगिनी एकादशी, श्री जगन्नाथ रथयात्रा जैसे व्रत-त्योहार पड़ रहे हैं।
अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार अक्सर जून या जुलाई महीने में आषाढ़ का महीना पड़ता है। आज से आषाढ़ का महीना शुरू हो रहा है और 24 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा के साथ समाप्त होगा।
निर्जला एकादशी में निर्जल यानी बिना पानी पिए व्रत करने का विधान है। इस एकादशी का पुण्य फल प्राप्त होता है। जानिए तिथि , शुभ मुहूर्त और पुूजा विधि।
जून माह में सूर्य ग्रहण, वट सावित्री व्रत, शनि जयंती, निर्जला एकादशी के साथ सोम प्रदोष व्रत सहित कई खास त्योहार है। देखें जून 2021 में पड़ने वाले पूरे व्रत-त्योहारों की लिस्ट।
वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को वरुथिनी एकादशी व्रत रखा जाता है। आज भगवान श्री विष्णु की विधि विधान से पूजा की जाती है
चैत्र शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि और दिन शुक्रवार है। एकादशी तिथि रात 9 बजकर 47 मिनट तक रहेगी | आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए शुक्रवार का पंचांग।
चैत्र शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि और दिन शुक्रवार है | चैत्र शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को कामदा एकादशी व्रत मनाया जाता है | कुछ पुराणों के अनुसार कामदा एकादशी को उपवास करने से श्रेष्ठ संतान प्राप्त होती है।
एकादशी व्रत में श्री विष्णु की पूजा- अर्चना करने और उनके निमित्त कुछ उपाय करने से आपको विशेष रूप से लाभ मिलेगा। आपको बिजनेस में प्रॉफिट मिलेगा, आपका फंसा हुआ पैसा जल्द ही आपको वापस मिलेगा।
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