कोरोनावायरस को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन दूसरा चरण शुरू हो गया है। इस दौरान राज्य की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए और श्रमिकों को आर्थिक मदद पहुंचाने के लिए योगी सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
संगठन के मुताबिक लॉकडाउन बढ़ने से लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग में मदद मिलेगी
तेजी से बढ़ती कोविड-19 महामारी से हर जगह के अर्थव्यवस्थाएं प्रभावित हो रही हैं, जो दुनिया के लिये एक अभूतपूर्व चुनौती है। वायरस का प्रकोप भारतीय अर्थव्यवस्था तथा वित्तीय बाजारों के लिये सबसे बड़े खतरों में से एक बन चुका है।
सरकार से बैंकिंग औऱ एनबीएफसी सेक्टर को राहत देने की अपील
अगले हफ्ते के आंकड़ों से आगे की रणनीति पर पड़ेगा असर
लॉकडाउन खत्म होने से पहले हो सकता है राहत पैकेज का ऐलान
एक न एक दिन इंसान कोरोना वायरस की महामारी पर विजय प्राप्त कर लेगा लेकिन इसके बाद जो दुनिया होगी निश्चित रूप से महामारी से पहले वाली नहीं होगी।
रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में आई मंदी का भारत पर भी बुरा असर पड़ेगा
यूएन कांफ्रेंस आन ट्रेड एंड डेवलपमेंट (अंकटाड) ने आशंका जताई है कि पाकिस्तान कोरोना वायरस महामारी के कारण आर्थिक रूप से इससे सर्वाधिक प्रभावित देशों में से एक हो सकता है।
विश्व बैंक का अनुमान है कि 1.1 करोड़ से अधिक संख्या में लोग गरीबी के दायरे में आ जाएंगे।
IMF के मुताबिक 80 देश मदद के लिए उनके पास पहुंच चुके हैं
जानकारों के मुताबिक कोरोना संकट का सबसे ज्यादा असर असंगठित क्षेत्र पर होगा
अर्थव्यवस्था के लिए राहत पैकेज को अंतिम रूप देने के करीब पहुंची सरकार
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को रेटिंग एजेंसियों के आकर्षण से बाहर आकर अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करना चाहिए। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री इस बारे में ज्यादा चिंतित हैं कि मूडी या ट्रंप क्या कहेंगे।"
चीन में वायरस से संक्रमण के सिर्फ 19 नए मामले मिले
सर्विस सेक्टर में जनवरी 2013 के बाद की सबसे तेज बढ़त
कोर सेक्टर में बढ़त से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को मदद मिलने की उम्मीद
वित्त मंत्री के मुताबिक सरकारी बैंकों के विलय की प्रक्रिया तय योजना के मुताबिक जारी
आयोग की 2020-21 के लिये रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद उसकी सलाहकार परिषद की यह पहली बैठक होगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के मुताबिक भारतीय अर्थव्यवस्था में रिकवरी के संकेत दिखने लगे हैं
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