बुलेटिन में कहा गया है कि देश में वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में जो कुछ सुस्ती देखी गयी थी, वो अब पीछे छूट गई है। इसका कारण ये है कि निजी खपत घरेलू मांग को गति दे रही है और त्योहारों के दौरान खर्च ने तीसरी तिमाही में वास्तविक गतिविधियों को बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य में विश्वभर के लिए निवेश के नए अवसर खोलने के लिए हम आगामी नौ से 11 दिसम्बर को ‘राइजिंग राजस्थान वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन’ का आयोजन करने जा रहे हैं। इस सम्मेलन के तहत अब तक 20 लाख करोड़ रुपये के एमओयू हो चुके हैं।
जापान के लिए एक और चिंता का विषय कमजोर होती मुद्रा है। हाल ही में अमेरिकी डॉलर लगभग 155 जापानी येन पर कारोबार कर रहा है, जो एक साल पहले 140-येन के स्तर से ऊपर है।
भारत के बारे में, मूडीज ने कहा कि घरेलू खपत में सुधार, मजबूत निवेश और मजबूत विनिर्माण गतिविधि के कारण 2024 की दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद में साल-दर-साल 6.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान निर्यात 3. 18 प्रतिशत बढ़कर 252. 28 अरब डॉलर हो गया, जबकि आयात 5. 77 प्रतिशत बढ़कर 416. 93 अरब डॉलर हो गया।
एयर इंडिया एक्सप्रेस मौजूदा समय में इकोनॉमी और बिजनेस क्लास सीट मुहैया कराती है। इसके बेड़े में करीब 90 विमान बोइंग 737 एनजी, 737-8 और ए320 फैमिली विमान हैं। एयरलाइन छोटे शहरों और कस्बों को महानगरों से जोड़ने के साथ-साथ नए विदेशी गंतव्यों के लिए फ्लाइट संचालित करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
विश्व आर्थिक परिदृश्य में आईएमएफ ने कहा कि लेटेस्ट आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024-25 में जीडीपी वृद्धि 2023-24 में 8.2 प्रतिशत से घटकर 6.5 से 7 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।
सितंबर तिमाही में 62.1 प्रतिशत कंपनियों को उम्मीद थी कि अगले छह महीनों में समग्र आर्थिक स्थिति सुधरेगी। जबकि 58 प्रतिशत कंपनियों को इसी अवधि में अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार होने की उम्मीद थी।
यह एक बड़ा कदम होगा और यह एक तरह से चुनौती भी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए, ब्रांड इंडिया की धारणा को बदलना होगा और यह धारणा सिर्फ क्वालिटी पर मानसिकता बदलने के साथ ही बदल सकती है।
भारत सरकार देश में शिपबिल्डिंग और शिप रिपेयर क्लस्टर स्थापित करने के लिए जापानी और कोरियाई शिपयार्ड से निवेश और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर को प्रोत्साहित कर रही है।
पूरे भारत में मैनुफैक्चरिंग क्षेत्र की वृद्धि में मामूली गिरावट आई है। कारखाना उत्पादन और बिक्री में वृद्धि की दर में लगातार तीसरे महीने कमी आई है।
एसएंडपी ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि आरबीआई जल्द से जल्द अक्टूबर में दरों में कटौती शुरू कर देगा और चालू वित्त वर्ष (मार्च 2025 में समाप्त होने वाले) में दो बार दरों में कटौती की योजना बनाएगा।
एसएंडपी ग्लोबल की रिपोर्ट में कहा गया है कि मजबूत वृद्धि संभावनाओं और बेहतर रेगुलेशन के कारण शेयर बाजारों के गतिशील और प्रतिस्पर्धी बने रहने का अनुमान है। भारत के प्रमुख उभरते मार्केट इंडेक्स में शामिल होने के बाद से भारत सरकार के बॉन्ड में विदेशी निवेश में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
विश्व बैंक ने कहा कि दक्षिण एशिया क्षेत्र के बड़े हिस्से के लिए जिम्मेदार भारत की वृद्धि दर वित्त वर्ष 2024-25 में 7 प्रतिशत पर मजबूत रहने की उम्मीद है। सेवाएं मजबूत बनी रहेंगी। कृषि में अपेक्षित सुधार के कारण ग्रामीण निजी खपत में सुधार होगा।
भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है, क्योंकि अप्रैल-जून तिमाही में चीन की जीडीपी वृद्धि 4.7 प्रतिशत रही।
मई 2024 में देश के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने जानकारी दी थी कि मात्रात्मक रूप से, पूरे देश में दक्षिण पश्चिम मानसून मौसमी वर्षा ±4 प्रतिशत की मॉडल त्रुटि के साथ लंबी अवधि के औसत (एलपीए) का 106 प्रतिशत होने की संभावना है।
बुलेटिन के मुताबिक, आने वाले प्रोजेक्ट्स की फंडिंग की चरणबद्ध रूपरेखा से पता चलता है कि इनके लिए अनुमानित पूंजीगत व्यय 2023-24 के 1.59 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2024-25 में 2.45 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा।
बांग्लादेश में आर्थिक संकट बढ़ा है। रोजमर्रा की चीजों के दाम भी बढ़े हैं। ऐसे में अब जनता को राहत देने के मकसद से अंतरिम सरकार ने अर्थव्यवस्था पर खास ध्यान देने की बात कही है।
इजरायल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स में एक घातक रॉकेट हमले ने इस बात की चिंता बढ़ा दी है कि इजरायल और ईरान समर्थित लेबनानी समूह हिजबुल्लाह एक पूर्ण युद्ध में शामिल हो सकते हैं।
समीक्षा कहती है, “भारत के वृद्धि पथ में अपनी केंद्रीय भूमिका के बावजूद कृषि क्षेत्र को संरचनात्मक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिसका देश की आर्थिक वृद्धि पर प्रभाव पड़ सकता है।”
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