पाकिस्तान की आर्थिक हालत किस कदर खस्ताहाल हो चुकी है, इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि उसके पास 2 राज्यों में चुनाव कराने के लिए पैसे नहीं हैं। जबकि चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा चुका है। मगर सरकार की ओर से चुनाव के लिए धनराशि जारी नहीं की जा रही है।
दिवालिया पाकिस्तान को कर्ज मिलने की एक धुंधली सी उम्मीद जागी थी, लेकिन वो भी फना हो गई...IMF से कर्ज की बात फाइनल करने के लिए पाकिस्तान के वित्तमंत्री को अमेरिका जाना था लेकिन
महंगाई और कर्ज से कंगाल हुआ पाकिस्तान यदि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता करने में कामयाब ना हुआ तो उसे दिवालिया होने से कोई नहीं बचा सकता। दरअसल पाकिस्तान आईएमएफ के साथ 1.1 अरब डालर के राहत पैकेज पर कर्मचारी स्तर का समझौता नहीं कर सका है। जबकि यह समझौता होना पाकिस्तान के लिए बहुत जरूरी है।
पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के आंकड़ों के अनुसार मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि यह 45.64 फीसदी सालाना है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सप्ताह दर सप्ताह आधार पर टमाटर, आलू और गेहूं का आटा महंगा होने के कारण अल्पकालिक मुद्रास्फीति में 1.80 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने मंगलवार को यह कहा कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र के ज्यादातर वित्तीय संस्थानों का अमेरिका के विफल बैंकों से कोई सरोकार नहीं है और सिलिकॉन वैली बैंक की तरह वे ऋण प्रतिभूति होल्डिंग को लेकर जोखिम में भी नहीं हैं।
सिलिकॉन वैली बैंक, अमेरिका का 16वां सबसे बड़ा बैंक है। बैंक की कैलिफोर्निया और मैसाचुसेट्स में 17 शाखाएं हैं। इसके पास करीब 210 अरब डॉलर की संपत्ति है।
पाकिस्तान की गरीब अवाम को खाने को रोटी नसीब नहीं हो पा रही है। जिंदगी जीना मुहाल हो गया है। कंगाली की इस हालत का बुरा असर पाकिस्तान की सेना पर भी पड़ा है। पाक आर्मी के पास खाने पीने के सामान की कमी आ गई है।
Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान के अंदर से एक ऐसी आवाज़ सुनाई दे रही है। जो 75 साल में कभी सुनाई नहीं दी। पाकिस्तानी बड़ी हिम्मत से खुल्लम खुल्ला बोल रहे हैं कि चाहे PoK ले लो, लेकिन पाकिस्तान की मदद कर दो।
भारत से मुकाबला करने का सपना देखने वाला कंगाल पाकिस्तान बर्बादी के कगार पर पहुंच चुका है। सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि उसका रुपया भी भारत की तुलना में कहीं नहीं ठहरता। मौजूदा दौर में पाकिस्तानी रुपये की वैल्यू भारत के मुकाबले साढ़े 3 गुना तक कमजोर हो चुकी है। इससे पाकिस्तान की बाजार ध्वस्त होने की स्थिति में है।
महंगाई, भुखमरी और आर्थिक तंगी का सामना कर रहे पाकिस्तान में जनता अब भड़क उठी है। पाकिस्तान में कई महीने से आटा, दाल, चावल के लिए लोगों को बड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है। ऐसे में जनता ने सड़क पर उतरने का मन बना लिया है।
पाकिस्तान पूरी दुनिया में घूम आया पर उसे कहीं से भी कर्जा नहीं मिला। सिर्फ 1 बिलियन डॉलर के पाकिस्तान IMF की कड़ी से कड़ी शर्तें मान रहा है। पाकिस्तान में जीना अब बहुत मुश्किल हो गया है। ऐसे में उन्हें सिर्फ अब भारत से ही आस दिख रही है।
दुनिया भर में घूम-घूम कर भीख मांग रहे पाकिस्तान को अब कोई शर्म- हया नहीं बची रह गई है। पाकिस्तान जिस चीन को अपना पक्का दोस्त बताता था, उसने जब उसे फूटी कौड़ी भी देने से मना कर दिया तो भी पाक ने ड्रैगन का पीछा नहीं छोड़ा। यह कहकर पीछे लगा रहा कि कुछ तो दे दो...जितना हो सके उतना ही दे दो...।
पाकिस्तान के दिवालिया होने का एलान हो चुका है. क्या है पाकिस्तान के लिए आगे का रास्ता ? देखिए इस पूरी रिपोर्ट में.
Pakistan Economic Crisis Updates: बर्बादी के रास्ते पर पाकिस्तान एक कदम और आगे बढ़ गया है। कागजों में भले ही अभी नहीं आया हो, लेकिन पाकिस्तान डिफॉल्ट यानी दिवालिया हो चुका है। ये बात खुद पाकिस्तान की सरकार में शामिल मंत्री कह रहे हैं.
Pakistan Economic Crisis Updates: कंगाल और दिवालिया कहा जाने पर कोई भी चिढ़ जाता है लेकिन दुनिया के नक्शे पर पाकिस्तान ऐसा देश बन गया है जिसने मान लिया है कि हम बर्बाद हो चुके हैं। Shehbaz सरकार के बड़े बड़े मंत्री दिवालिया होने के इकबालिया बयान जारी कर रहे हैं। पाकिस्तान को और कर्ज देने को कोई तैया
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने शनिवार को कहा कि उनका देश पहले ही दिवालिया हो चुका है। इसलिए अब जमीन बेचने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर महंगी सरकारी जमीन पर बने दो गोल्फ क्लबों को बेच दिया जाए तो पाकिस्तान का एक-चौथाई कर्ज चुकाया जा सकता है।
कंगाल पाकिस्तान दो वक्त की रोटी को मोहताज हो गया है। आर्थिक तबाही से पाकिस्तान में भूख और गरीबी तांडव दिखा रही है। इस बीच पाकिस्तान के लिए एक और बुरी खबर है। इसके बाद मौजूदा हालातों से उबर पाना पाकिस्तान के लिए बहुत मुश्किल हो जाएगा। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) ने पाकिस्तान कई बड़ी शर्तें और लगा सकता है।
आर्थिक बदहाली से जूझ रहे पाकिस्तान को अब अल्लाह ही बचा सकते हैं। यह कहना है पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार का। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तरक्की के लिए अल्लाह जिम्मेदार हैं। वही पाकिस्तान को अमीर बना सकते हैं। इशाक डार ने कहा कि देश की समृद्धि और विकास को अल्लाह ही दुरुस्त कर सकते हैं
श्रीलंका केंद्रीय बैंक के गवर्नर नंदलाल वीरसिंघे ने 2.9 अरब डॉलर का राहत पैकेज जारी करने को मांगी जरूरी वारंटी जारी करने के लिए भारत का आभार जताया
सरकार कम व्यय के प्रस्तावों को अंतिम रूप दे रही है क्योंकि इसे अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से और सहायता मिलने की अपेक्षा है लेकिन सरकार उसकी शर्तों को लागू करने में हिचकिचा रही है।
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