सरकार ने उम्मीद जताई कि केंद्र और राज्यों की ओर से विभिन्न किस्म की पहले से ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में भारत का स्थान बेहतर हो सकता है।
DIPP की एक रैंकिंग में व्यापार सुगमता में सुधार के लिए उठा गए कदमों के लिहाज से बिहार को सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में सबसे उपर रखा गया है।
भारत इस साल ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में 30 विकासशील देशों के बीच 13 पायदान की उछाल लगा कर दूसरे स्थान पर आ गया है। चीन पहले पायदान पर है।
जेटली ने कहा कि सरकार ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस बनाने के लिए कई सुधारों को आगे बढ़ाया है। एक-दो साल में भारत ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में तेजी से आगे बढ़ेगा।
ग्लोबल अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव के बीच राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारत को स्थायित्व की स्थली करार दिया है। सरकार ने भारत में ईज ऑफ डूइंग पर जोर दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'Make in India' को भारत का अब तक का सबसे बड़ा ब्रांड बताया। उन्होंने कहा कि देश में स्टेबल टैक्स सिस्टम लागू किया जाएगा।
देश में कारोबार करने को और आसान बनाने के लिए सरकार जल्द ही कंपनियों के लिए बिजनेस आईडेंटीफिकेशन नंबर जारी करेगी।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और घटते एक्सपोर्ट में तेजी लाने के लिए निर्यातकों से विशिष्ट सुझाव लेकर आने को कहा है। इसके लिए सरकार ने निर्यातकों से की मुलाकात
दिल्ली में कारोबार करना आसान बनाने के लिए अरविंद केजरीवाल ने खुदरा व्यापारियों से सुझाव मांगे हैं। नुकसान पहुंचाने वाले कानून हटाएंगे केजरीवाल।
नए साल में कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय कारोबार सुगमता के मामले में देश की रैंकिंग सुधारने के लिए भारी भरकम कंपनी कानून में कुछ और बदलाव कर सकता है।
फोर्ब्स ने बेस्ट कंट्रीज फॉर बिजनेस 2015 नामक एक लिस्ट जारी की है। 144 देशों की इस लिस्ट में भारत की रैंक 97वें है।
जयंत सिन्हा ने भरोसा जताया कि वर्ल्ड बैंक की अगले साल की 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' संबंधी लिस्ट में भारत टॉप 100 में शामिल होगा। कारोबार करना आसान हुआ है।
वर्ल्ड बैंक की रैंकिंग से वित्त मंत्री अरुण जेटली नाखुश है। जेटली ने कहा कि कारोबार के माहौल में सुधार के लिहाज से भारत को और भी ऊंचा स्थान मिलना चाहिए था।
भारत में बिजनेस करना अब पहले की तुलना में ज्यादा आसान हो गया है। वर्ल्ड बैंक की ताजा रैंकिंग में भारत की रैंक सुधरकर 130 हो गई है, जो कि पिछले साल 142 थी।
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