नए साल के अवसर पर जापान में भीषण भूकंप देखने को मिला था। इस भूकंप ने जापान में खूह तबाही मचाई थी। बता दें कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.6 मापी गई। बता दें कि इस भूकंप से अबतक 100 लोगों की मौत हो चुकी है।
अरब सागर में आए भूकंप की वजह से महाराष्ट्र और गुजरात के कई इलाकों में हल्के झटके महसूस किए गए। हालांकि इससे किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।
भारत और नेपाल के रिश्ते फिर से मजबूत होने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। भूकंप पीड़ित नेपाल के लिए भारत ने अपने खजाने का पिटारा खोल दिया है। नेपाल के 2 दिवसीय दौरे पर गए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने वहां के भूकंप पीड़ितों के पुनरुत्थान के लिए 7.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर मदद का ऐलान किया है।
शुक्रवार की सुबह एक बार से भारत के मिजोरम राज्य में भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह भूकंप शुक्रवार की सुबह 7 बजकर 18 मिनट पर महसूस किए गए।
जापान में भूकंप से ध्वस्त इमारतों के मलबे में अभी भी जीवित लोग फंसे हुए हैं। मलबे में फंसे इन जीवित लोगों की तलाश जारी है। इसके लिए प्रशिक्षित डॉग्स का उपयोग लिया जा रहा है।
जापान में 2 दिन पहले आए विनाशकारी भूकंप में मौतों का आकंड़ा अब 62 पहुंच गया है। अभी भी मलबे में दबे जीवितों की उम्मीद में तलाश की जा रही है। जापान बचाव दल खोजी कुत्ते के साथ मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रहे हैं। काफी संख्या में इमारतों के नीचे अभी लोगों के दबे होने की आशंका है।
नेशनल सेंटर फोर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, बुधवार को रात 12 बजकर 28 मिनट पर अफगानिस्तान के फैजाबाद में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
आज की सुबह जम्मू-कश्मीर में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। वहीं भूकंप के झटकों से यहां के लोग सहम से गए। लोगों के बीच भूकंप को लेकर दहशत का माहौल बन गया है।
जापान में सोमवार को आए शक्तिशाली भूकंप से अबतक 45 लोगों की मौत हो गई है। राहत और बचाव कार्य जारी है। भूवैज्ञानिकों ने आने वाले समय में बड़े भूकंप को लेकर चेतावनी दी है। देखें भूकंप के वीडियो-
जापान में तेज भूकंप के झटकों से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। भूकंप के दौरान प्रत्यक्षदर्शियों ने घटना का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। यह वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा। इस वीडियो में लोग जान बचाने के लिए यहां-वहां भागते दिख रहे हैं।
जापान में तेज भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.4 मापी गई है। इस बीच जापान स्थित भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है और इस बाबत इमरजेंसी कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।
एपी की रिपोर्ट के अनुसार, जापान ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में 7.5 तीव्रता के भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की है। जानकारी के मुताबिक लोगों को तटीय क्षेत्र से तुरंत हटने के निर्देश दिए गए हैं।
नेपाल में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। वहीं भूकंप के झटके महसूस होते ही नए साल का जश्न मना रहे लोग सहम से गए। लोगों के बीच एक बार फिर से दहशत का माहौल बन गया।
इंडोनेशिया एक बार फिर तेज भूकंप के झटकों से कांप उठा है। भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत फैल गई। लोग झटकों को महसूस करते ही अपने-अपने घरों से बाहर की ओर भाग निकले। काफी देर तक वह खुले स्थान में जुटे रहे। झटकों के शांत होने के काफी देर बाद तक भी लोग दोबारा घरों में नहीं जा रहे थे। भूकंप की तीव्रता 5.9 रही।
लद्दाख में आज सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 दर्ज की गई। भूकंप का केंद्र लेह में था। भूकंप के झटके से किसी प्रकार के नुकसान की खबर नहीं है।
चीन में इस हफ्ते आए विनाशकारी भूकंप से भारी नुकसान हुआ है। अब तक इस भूकंप में मरने वालों की संख्या 148 पहुंच गई है। वहीं चीन के मत्स्य और कृषि उद्योग को 7.46 करोड़ अमेरिकी डॉलर की चपत लगी है। इससे यह प्रमुख चीनी उद्योग कंगाली के कगार पर पहुंच गया है।
ताइवान में तेज भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.3 रही। भूकंप का केंद्र 10 किमी (6.21 मील) की गहराई पर था। चीन में भी सोमवार की रात पिछले 9 सालों का सबसे तेज भूकंप आया था जिसमें अबतक 148 लोगों की जान चली गई।
भूकंप का कहर झेलने के बाद अब चीन में एक कोयला खदान ढह गई है। इस हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 13 लोग घायल हुए हैं। हादसा ऐसे वक्त में हुआ, जब मजदूर खदान में काम कर रहे थे। अचानक कोयले की खदान ऊपर से भरभरा कर ढहने लगी। इससे उसके नीचे काफी संख्या में मजदूर दब गए।
चीन में भूकंप के कारण बड़ी तबाही हुई है। जैसे तैसे भूकंप प्रभावितों को मलबे से निकालकर मशक्कत के बाद सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। लेकिन यहां एक और नई मुसीबत खड़ी हो गई है। इस नई चुनौती से भूकंप पीड़ितों को कड़ा सामना करना पड़ रहा है।
चीन में भूकंप से हुई 131 मौतों के बाद वैज्ञानिकों ने बड़ा दावा किया है। चीनी वैज्ञानिकों का कहना है कि भूकंप आने के पहले ही उन्हें संकेत मिल चुके थे। हालांकि यह नहीं पता चल पाया था कि भूकंप किधर आएगा। बता दें कि अभी तक भूकंप से पूर्व सूचना का कोई सटीक तरीका दुनिया में मौजूद नहीं है।
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