भारत सरकार भूकंप से बचाव के लिए नीतियां बना रही है, सुरक्षा दिशानिर्देश तैयार कर रही है और लोगों को जागरूक कर रही है। सरकारी एजेंसियां भूकंप की निगरानी और आपदा से निपटने के तरीकों पर काम कर रही हैं, जिससे भूकंप की स्थिति में नुकसान कम हो सके।
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो दिल्ली-एनसीआर में आए भूकंप के दौरान का है। आइये जानते हैं इस दावे का पूरा सच क्या है।
भूकंप आने से पहले ही आपका फोन अलर्ट कर सकता है ताकि आप आसानी से सुरक्षित स्थान पर पहुंच सके। गूगल ने इस फीचर को कुछ समय पहले जारी किया है। आप अपने स्मार्टफोन में इसे आसानी से इनेबल कर सकते हैं।
दिल्ली-एनसीआर के बाद बिहार में भी सोमवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। सुबह 8 बजकर 2 मिनट में बिहार के सीवान में भूकंप के झटके महसूस किए गए। लोग डर की वजह से अपने घरों से बाहर निकल आए।
दिल्ली में सोमवार तड़के आए भूकंप से लोग सहम गए। लोगों ने दावा किया कि दिल्ली में तेज आवाज के साथ धरती हिली थी। लोग अपने घरों से निकल कर बाहर आ गए।
दिल्ली में सोमवार की सुबह 4,0 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे लोगों ने तेज झटके महसूस किए। लोगों के मन में सवाल है कि अगर भूकंप की तीव्रता कम थी तो झटके तेज क्यों महसूस किए गए। जानें दिल्ली को भूकंप से ज्यादा खतरा क्यों है?
आज दिन की शुरुआत दिल्ली और NCR वालों के लिए ठीक नहीं हुई क्योंकि सुबह-सुबह ही भूकंप के तेज झटकों ने दिल्ली-NCR वालों की नींद उड़ा दी। इसके बाद लोगों ने एक्स प्लेटफॉर्म पर अपना रिएक्शन भी दिया है।
दिल्ली में सोमवार तड़के तेज आवाज के साथ भूकंप के झटके लगे हैं। लोग डर की वजह से अपने घरों से बाहर निकल आए। पीएम मोदी ने भूकंप के झटकों को लेकर लोगों से खास अपील की है।
मंगलवार को आए भूकंप ने तिब्बत में तबाही मचाई है। जानकारी के मुताबिक, अब तक कम से कम 95 लोगों की मौत हो चुकी है। भूकंप के झटके नेपाल में भी महसूस किए गए।
दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। इस भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदुकुश पर्वत को बताया जा रहा है।
नेशनल सेंटर फोर सिस्मोलॉजी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में सुबह तड़के 5 बजकर 32 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए।
Earthquakes in Nepal : भूकंप से दहला नेपालनेपाल की कांपी धरती, 70 लोगों की मौत
नेपाल में भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। जानकारी के मुताबिक नेपाल में अबतक 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब नेपाल भूकंप की मार झेल रहा है। नेपाल में हमेशा भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं, क्योंकि इसके पीछे एक भौगोलिक कारण है।
नेपाल में आधी रात आए भूकंप से सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं पीएम मोदी ने ट्वीट कर इस हादसे में जान गवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि हम नेपाल की हर संभव मदद के लिए तैयार हैं।
नेपाल में भूकंप ने जमकर कहर बरपाया है। भूकंप की वजह से कई लोगों की मौत हुई है और कई घायल हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। काफी मात्रा में बिल्डिंगों को नुकसान पहुंचा है और लोग डरे हुए नजर आ रहे हैं।
भूगर्भ विशेषज्ञों के अनुसार, भारत के कुल भूभाग के लगभग 59 फीसदी हिस्से को भूकंप के लिहाज से संवेदनशील माना जाता है। हमारी धरती के भीतर 7 टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार अपने स्थान पर घूमते रहती हैं। हालांकि, कभी-कभी इनमें टकराव या घर्षण भी होता है। इस कारण भूकंप आता है।
भारत के कई हिस्सो में मंगलवार की रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 6.6 बताई गई। कभी भी भूकंप आए तो उसे लेकर सावधानी बरतें, भूलकर भी ऐसी गलती ना करें।
भूकंप कितना तेज था इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके झटके उत्तराखंड में भी महसूस किए गए।
Earthquake In Delhi-NCR: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आस-पास के इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इसके अलावा कश्मीर में भी धरती हिली है। कश्मीर में आए भूकंप की रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 6 मापी गई है। कश्मीर में आए भूकंप का केंद्र हिंदू कुश क्षेत्र, अफगानिस्तान बताया जा रहा है।
Earthquake in Meghalaya: नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, यह भूकंप मेघालय के 60 किमी ENE नोंगपोह में आया था। भूकंप की गहराई जमीन से 10 किमी नीचे थी।
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