भूकंप के तज झटकों से पाकिस्तान हिल गया है। पाकिस्तान के समय के अनुसार सुबह 10 बजकर 13 मिनट पर कई प्रांतों में धरती हिलने लगी। इससे लोग दहशत में आ गए।
जम्मू एवं कश्मीर में बुधवार को 5.2 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया और लोग घरों से बाहर निकल आए।
बीते कुछ समय से दुनियाभर में विभिन्न देशों में भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। अब यूरोप के एक देश में रविवार को लगातार दो बार तेज भूकंप आया है।
भूकंप के तेज झटकों से तुर्की में हड़कंप मच गया है। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.9 आंकी गई है। नुकसान की कोई तात्कालिक जानकारी नहीं मिल सकी है।
जापान में बेहद शक्तिशाली भूकंप ने लोगों को दहशत में डाल दिया है। आज सुबह आए 5.9 तीव्रता के भूकंप के बाद 1 मीटर तक ऊंची लहरें उठने और सुनामी की चेतावनी जारी की गई है।
यूरोप और अमेरिका महाद्वीप के 2 देशों में भूकंप से धरती हिल गई है। ये देश यूनान और अल सल्वाडोर हैं। अभी तक भूकंप से नुकसान की कोई सूचना नहीं है। मगर रिक्टर पैमाने पर यूनान में आए भूकंप की तीव्रता 5.2 और अलसल्वाडोर में 6.1 दर्ज की गई है।
जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। हालांकि, भूकंप की तीव्रता बहुत ज्यादा नहीं थी। इस वजह से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है।
जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार की दोपहर भूकंप के तेज झटके महसूस हुए हैं जिससे लोग डरे हुए हैं। नेशनल सेंटर फोर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र प्रदेश के बारामूला में था।
ईरान के बाद अब पाकिस्तान में भी राजधानी इस्लामाबाद समेत देश के कई हिस्से में बुधवार को जोरदार भूकंप आया। पाकिस्तान में 4.7 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि, अभी तक जान-माल के नुकसान होने की कोई सूचना नहीं है। वहीं ईरान में भूकंप से 4 लोगों की मौत हो गई है।
प्रमुख डेल्टाओं से होकर बहने वाली अन्य नदियों की तरह, गंगा भी नियमित रूप से अपना मार्ग बदलने के लिए जानी जाती है। स्टेकलर ने कहा, नदियों को अपना मार्ग बदलने में वर्षों या दशकों का समय लग सकता है, लेकिन भूकंप लगभग तुरंत ही भूस्खलन का कारण बन सकता है।
जापान एक बार फिर जोरदार भूकंप के झटकों से कांप उठा है। भूवैज्ञानिकों के अनुसार जापान में 6.3 तीव्रता का भूकंप आया। यह भूकंप पश्चिमी जापान में आया। इससे इमारतें हिलने लगीं और लोग अपने घरों से बाहर निकलकर भागने लगे। कुछ मकानों के गिरने की भी आशंका है। मगर अभी आधिकारिक आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है।
चीन की धरती 5.5 तीव्रता के भूकंप हिल गई है। कई इलाकों में अचानक भूकंप का झटका महसूस होने से लोग दहशत में आ गए। इमारतें हिलने लगीं। इससे लोग मकानों और इमारतों से बाहर निकलकर खुले आसमान की ओर भागने लगे। बताया जा रहा है कि यह भूकंप चीन के जिगांग प्रांत में आया। भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर मापी गई है।
ताइवान में 3 दिन पहले आए भूकंप के बाद अब भी लगातार भूकंप के झटके आ रहे हैं। शनिवार को 5.2 तीव्रता के झटके महसूस किए गए है। इससे लोगों में दहशत का माहौल हो गया है। इस बीच ताइवान की झुकी इमारत को गिराने का काम रोक दिया गया है।
ताइवान में भूकंप के 3 दिन बीत जाने के बाद भी 600 से ज्यादा लोग जिंदगी और मौत के बीच फंसे हैं। कई जगहों पर चट्टानें खिसक गई हैं और रास्तों से लोग कट गए हैं। ऐसे में उन तक राहत नहीं पहुंच पा रही है। अब तक ताइवान के भूकंप में 12 लोगों की मौत हो चुकी है।
ताइवान और इंडोनेशिया के बाद अब अमेरिका के न्यूयॉर्क सिटी में भी भूकंप आया है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार भूकंप की तीव्रता 4.8 मापी गई है। हालांकि अभी तक किसी नुकसान की सूचना नहीं है।
ताइवान दुनिया के सबसे परिष्कृत कंप्यूटर चिप्स और अन्य उच्च-प्रौद्योगिकी वस्तुओं का अग्रणी निर्माता है जो भूकंपीय घटनाओं के प्रति अत्यधिक संवेदनशील हैं। बिजली ग्रिड के कुछ हिस्सों को बंद कर दिया गया, जिससे संभवतः आपूर्ति शृंखला में बाधा उत्पन्न हुई और वित्तीय नुकसान हुआ।
पापुआ न्यू गिनी में भीषण भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। बता दें कि रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.9 मापी गई है। हालांकि अबतक किसी के मारे जाने की कोई खबर सामने नहीं आई है। बता दें कि पिछले साल आए भूकंप में यहां 7 लोगों की मौत हो गई थी।
इंडोनेशिया में जोरदार भूकंप का झटका महसूस किया गया है। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.4 आंकी गई है। भूकंप उस वक्त आया, जब लोग घरों में सो रहे थे। अचानक धरती हिलने से लोग घरों के बाहर निकल कर भागने लगे। अभी तक बड़े नुकसान की जानकारी नहीं है।
जापान के फुकुशिमा में शुक्रवार को एक बार फिर धरती डवांडोल हो गई। इससे लोगों के बीच में अफरातफरी मच गई। अचानक धरती में कंपन्न पैदा होने से लोग अपने घरों से निकलकर बाहर की ओर भागने लगे। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार यहू भूकंप पूर्वी जापान में शुक्रवार तड़के आया।
बता दें कि बीते कुछ समय से इस इलाके में कई बार भूकंप की घटना हो रही है। अब तक भूकंप के कारण किसी भी जान माल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है।
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