एलियंस को लेकर कई तरह की भ्रांतिया हैं लेकिन ‘द डार्क फॉरेस्ट’ किताब में कहा गया है कि ब्रह्मांड में परग्रही जीवों या एलियन की कमी नहीं है और अपने अस्तित्व को बचाने के लिए खुद को छिपाते हुए वो सक्रिय हैं।
अंतरिक्ष में हर समय लगातार लाखों गतिविधियां होती रहती हैं। कई बार ये गतिविधियां हमारे सौरमंडल और पृथ्वी पर भी प्रभाव डालती हैं। ऐसी ही एक घटना हुई है। भू-चुंबकीय तूफान पृथ्वी से टकराया है।
धरती पर एलियन के आने का दावा दुनिया के तमाम देश करते रहे हैं। क्या किसी अन्य ग्रह के प्राणी कहे जाने वाले एलियन कभी धरती पर वाकई दौरा करने के लिए गुप्त रूप से आए थे। आसमान में अक्सर दिखाई देने वाली उड़न तश्तरियों का रहस्य क्या है। बहुत से तथ्यों पर जांच जारी है। मगर पेंटागन ने इस बीच एलियन पर बड़ी रिपोर्ट दी है।
वैलेंटाइन डे के मौके पर आसमान में एक अद्भुत घटना देखने को मिलेगी। 14 परवरी यानी आज के ही दिन एक विशालकाय एस्टेरॉयड पृथ्वी के बिल्कुल करीब से गुजरेगा। जानिए इसके बारे में सबकुछ-
एलन मस्क को यह भी उम्मीद है कि इस साल तीसरा स्टारशिप उड़ान परीक्षण कक्षा में पहुंचेगा और साबित करेगा कि अंतरिक्ष यान विश्वसनीय रूप से कक्षा से बाहर निकल सकता है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने धरती से 137 प्रकाश वर्ष दूर एक सुपर अर्थ ढूंढ निकाला है, जो पृथ्वी से काफी बड़ा है लेकिन नेपच्यून से छोटा है। इस ग्रह पर मनुष्य के जीवन की काफी संभावना है।
नासा ने पृथ्वी की अद्भुत तस्वीरें शेयर की हैं। आपने अगर नहीं देखा हो तो देख लें। इस तस्वीर को नासा ने शेयर किया है जिसमें पृथ्वी चमकीली और गजब की सुंदर दिख रही है।
जापान के स्पेसक्राफ्ट कागुया ने चांद की सतह से एक वीडियो रिकॉर्ड किया है जो कि सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में चांद की सतह से पृथ्वी अस्त होते हुए दिख रही है।
सोशल मीडिया पर धरती के घूमने का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसे देखने के बाद लोग हैरान हो रहे हैं। वीडियो में धरती गोल-गोल घूमते हुए दिख रही है।
वर्ष 2023 के नवंबर ने ही नहीं, बल्कि इस बार की पूरी शरद ऋतु ने ही एक बड़ा रिकॉर्ड बनाया है। वैज्ञानिकों का दावा है कि वर्ष 2023 से पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। दुनिया भर के मौसम वैज्ञानिकों ने इस बार की शरद ऋतु को धरती पर सबसे गर्म माना है।
दुनिया के इस जगह पर इंसानों को नहीं बल्कि मशीनों को दफनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) को भी यहीं दफनाने का प्लान बनाया गया है।
भारतीय एजेंसी इसरो ने एक और बड़ी उपलब्धि को अपने नाम किया है। दरअसल इसरो ने जानकारी देते हुए बताया है कि चंद्रयान-3 के प्रोपल्शन मॉड्यूल को चंद्रमा की कक्षा से पृथ्वी की कक्षा में वापस सफलतापूर्वक लाया गया है।
नासा ने चेतावनी दी है और कहा है कि शुक्रवार, 30 नवंबर को शक्तिशाली सौर तूफान पृथ्वी से टकरा सकता है जिसकी वजह से इंटरनेट, रेडियो और जीपीएस सिग्नल को बाधित हो सकता है। जानिए और क्या तबाही ला सकता है सौर तूफान-
वैज्ञानिकों का दावा है कि दम घुटने से पृथ्वी पर जीवन का अंत हो जाएगा। उनका कहना है कि पृथ्वी पर ऑक्सीजन की मात्रा धीरे-धीरे कम हो रही है और इससे जीवन खतरे में है। दूसरे ग्रहों पर ऑक्सीजन की तलाश की जा रही है। पढ़ें पूरी खबर-
सूर्य, जिसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। हिंदू शास्त्र- पुराणों और वेदों में इसे देवता माना गया है। प्रातःकाल में उगते सूरज की उपासना करना और इसके साथ ही डूबते सूर्य को भी अर्घ्य देने की परंपरा रही है। जानिए सूरज के बारे में कुछ रोचक तथ्य-
अंतरिक्ष यात्री एंड्रियास मोगन्सन ने अंतरिक्ष से पृथ्वी की तस्वीरें शेयर की हैं। जिसमें आप बादलों से ढकी पृथ्वी को देख सकते हैं।
हमारी धरती एक बड़ी तबाही से बच गई। 13 सितंबर को एक खतरनाक एस्टेरॉयड हमारी धरती से टकराने वाला था। इसे लेकर स्पेस एजेंसियां अलर्ट मोड पर थीं। इस बात की जानकारी खुद NASA ने दी है।
आसमान में 13 अग्स्त को अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। आसमान से धरती पर उल्कापिंडों की बारिश होगी। आप इस उल्कापिंड की बारिश को अपनी आंखों से देख सकेंगे।
पृथ्वी से खतरनाक सोलर तूफान के टकराने से हाहाकार मच गया है। कोरोनल मास इजेक्शन के कारण यह घटना हुई है। इसके बाद वैज्ञानिकों ने धरती के कई हिस्सों में भूकंप आने का अंदेशा जताया है।
अगस्त में दो बार बड़ी आकाशीय घटना दिखाई देगी। पहली घटना एक अगस्त यानी मंगलवार की रात को दिखाई देगी जब चांद धरती के काफी करीब होगा। इस घटना को सुपर मून या ब्लूमून कहते हैं। जानें पूरी डिटेल्स-
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