गुजरात के कच्छ में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। बताया जा रहा है कि आज सुबह 9 बजे कच्छ में धरती कांपी है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 3.9 मापी गई है।
पिछले कुछ दिनों से देश के कई हिस्सों में लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। इसी क्रम में आज सुबह असम के गुवाहाटी में भी हल्की तीव्रता का भूकंप आया।
वर्ष 2023 के नवंबर ने ही नहीं, बल्कि इस बार की पूरी शरद ऋतु ने ही एक बड़ा रिकॉर्ड बनाया है। वैज्ञानिकों का दावा है कि वर्ष 2023 से पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। दुनिया भर के मौसम वैज्ञानिकों ने इस बार की शरद ऋतु को धरती पर सबसे गर्म माना है।
दुनिया के इस जगह पर इंसानों को नहीं बल्कि मशीनों को दफनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) को भी यहीं दफनाने का प्लान बनाया गया है।
भारतीय एजेंसी इसरो ने एक और बड़ी उपलब्धि को अपने नाम किया है। दरअसल इसरो ने जानकारी देते हुए बताया है कि चंद्रयान-3 के प्रोपल्शन मॉड्यूल को चंद्रमा की कक्षा से पृथ्वी की कक्षा में वापस सफलतापूर्वक लाया गया है।
उत्तर पश्चिम तुर्की में सोमवार को मध्यम तीव्रता का यह भूकंप आया है। भूकंप के कारण लोग दहशत में आ गए और घरों से बाहर निकल आए।
भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में रात करीब 11 बजकर 52 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किये गए। वहीं फिलीपींस में भी देर रात 6.8 तीव्रता का भूकंप आया। इससे पहले भी फिलीपींस में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, जिसके बाद सुनामी को लेकर अलर्ट जारी किया जा चुका है।
एक बार फिर फिलीपींस की धरती भूकंप के तेज झटकों से हिल उठी । रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.5 मापी गई जिसके बाद सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया गया।
नासा ने चेतावनी दी है और कहा है कि शुक्रवार, 30 नवंबर को शक्तिशाली सौर तूफान पृथ्वी से टकरा सकता है जिसकी वजह से इंटरनेट, रेडियो और जीपीएस सिग्नल को बाधित हो सकता है। जानिए और क्या तबाही ला सकता है सौर तूफान-
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, मंगलवार की सुबह 3:38 बजे पाकिस्तान की धरती भूकंप से कांप उठी। इसके अलावा भी कई जगहों पर भूकंप देखे गए जिस कारण लोग सहम गए हैं।
वैज्ञानिकों का दावा है कि दम घुटने से पृथ्वी पर जीवन का अंत हो जाएगा। उनका कहना है कि पृथ्वी पर ऑक्सीजन की मात्रा धीरे-धीरे कम हो रही है और इससे जीवन खतरे में है। दूसरे ग्रहों पर ऑक्सीजन की तलाश की जा रही है। पढ़ें पूरी खबर-
भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान के बाद अब म्यामांर में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.7 मापी गई है। इस भूकंप के झटके म्यामार के पड़ोसी देश थाईलैंड और लाओस में भी महसूस किए गए।
पाकिस्तान में एक बार फिर भूकंप आया है। शाम 6 बजकर 6 मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.1 मापी गई है। हालांकि जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
दिल्ली-एनसीआर में दोपहर बाद तीन बजकर 36 मिनट पर भूकंप का झटका महसूस किया गया। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 2.6 मापी गई है।
यह सोचकर ही आपके होश फाख्ते हो जाएंगे कि महज 14 घंटे में किसी देश में 800 बार भूकंप आ जाए तो क्या होगा?...मगर आइसलैंड में यह घटना घटित हो जाने से हाहाकार मच गया है। यहां 14 घंटे में 800 बार धरती भूकंप के जोरदार झटकों से हिल चुकी है। इसके बाद सरकार ने इमरजेंसी लगा दी है।
राजस्थान के टोंक में रात 10.30 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। इन झटकों से लोगों में अफरा-तफर मच गई। हालांकि भूकंप से किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
नेपाल के बाद पूर्वी इंडोनेशिया भी शक्तिशाली भूकंप से दहल गया है। एक के बाद एक तीन सिलसिलेवार भूकंप से लोगों की जान सांसत में पड़ गई है। भूकंप की अधिकतम तीव्रता रिक्टर पैमान पर 7.0 दर्ज की गई है। आरंभिक तौर पर नुकसान की कोई खबर नहीं है। मगर तीव्रता को ध्यान में रखते हुए बड़े नुकसान की आशंका है।
नेशनल सेंटर फोर सिस्मोलॉजी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में सुबह तड़के 5 बजकर 32 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए।
दिल्ली-एनसीआर में पिछले तीन दिनों में भूकंप के दो तेज झटके महसूस किए गए। वहीं नेपाल में शुक्रवार की रात को आए भूकंप में जान-माल की काफी क्षति हुई है। बार-बार आ रहे भूकंप के झटके कहीं बड़े खतरे का संकेत तो नहीं, जानें वजह।
भूकंप के जोरदार झटकों से सोमवार दोपहर एक बार फिर नेपाल की धरती कां उठी है। तीन दिन में नेपाल में तीसरी बार भूकंप के झटकों से धरती डोली है। शुक्रवार रात जोरदार भूकंप आया था, जिससे सैकड़ों लोगों की मौत हो गई। इस झटके से उबरा भी नहीं था कि तीसरी बार सोमवार दोपहर को एक बार और तेज भूकंप आ गया।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़