फिलीपींस प्रशांत महासागर के पश्चिमी हिस्से में बसा हुआ है। इसे रिंग ऑफ फायर भी कहा जाता है, जहां भूकंप और ज्वालामुखी फटने जैसी लगातार प्राकृतिक आपदाएं आती रहती हैं।
पहला भूकंप सुबह 10.54 बजे आया। इसके बाद 11.43 बजे भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि, तीव्रता कम होने के कारण नुकसान नहीं हुआ।
जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। हालांकि, भूकंप की तीव्रता बहुत ज्यादा नहीं थी। इस वजह से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है।
चिली में आज सुबह एक भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 7.3 मापी गई है।
हमारी धरती अपनी चाल बदल रही है। इस वजह से अब दिन लंबे होंगे और रातें छोटी हो जाएंगी। पोलर रीजन में बर्फ पिघलने की रफ्तार तेज होने से पृथ्वी की गति पर पड़ रहा है। जानिए और क्या-क्या बदलेगा?
जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार की दोपहर भूकंप के तेज झटके महसूस हुए हैं जिससे लोग डरे हुए हैं। नेशनल सेंटर फोर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र प्रदेश के बारामूला में था।
महाराष्ट्र के हिंगोली में आज सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.5 मापी गई है। इस बात की जानकारी राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने दी है।
Earthquake Uttarakhand: उत्तराखंड के चमोली में रविवार देर रात आए भूकंप के चलते फिलहाल जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
जापान ने उत्तर कोरिया की बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण का करारा जवाब दिया है। आज जापान ने अपना नया पृथ्वी निगरानी उपग्रह प्रक्षेपित किया है। जापान के एच3 नंबर 3 रॉकेट ने दक्षिण पश्चिमी के एक द्वीप पर तानेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी और करीब 16 मिनट बाद तय योजना के अनुसार अपना ‘पेलोड’ (उपग्रह) छोड़ा।
धरती आग के गोले की तरह क्या फिर से दहकने की ओर आगे बढ़ रही है, क्या अब पृथ्वी पर जीवित रह पाना मुश्किल हो जाएगा?... लगातार बढ़ता धरती का तापमान तो फिलहाल यही संकेत दे रहा है। भारत से लेकर अब देशों तक हीट वेव और हीट स्ट्रोक के कहर से सैकड़ों मौतें हो चुकी हैं।
ईरान के बाद अब पाकिस्तान में भी राजधानी इस्लामाबाद समेत देश के कई हिस्से में बुधवार को जोरदार भूकंप आया। पाकिस्तान में 4.7 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि, अभी तक जान-माल के नुकसान होने की कोई सूचना नहीं है। वहीं ईरान में भूकंप से 4 लोगों की मौत हो गई है।
ईरान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.9 मापी गई है। भूकंप की वजह से 4 लोगों की मौत हो गई है जबकि 120 लोग घायल हुए हैं।
प्रमुख डेल्टाओं से होकर बहने वाली अन्य नदियों की तरह, गंगा भी नियमित रूप से अपना मार्ग बदलने के लिए जानी जाती है। स्टेकलर ने कहा, नदियों को अपना मार्ग बदलने में वर्षों या दशकों का समय लग सकता है, लेकिन भूकंप लगभग तुरंत ही भूस्खलन का कारण बन सकता है।
एक बार फिर हिमाचल प्रदेश की धरती भूकंप के झटकों से थर्रा उठी। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक भूकंप के झटके सुबह 3.39 मिनट पर महसूस किए गए।
दक्षिण कोरिया भूकंप के झटके महसूस किए गए है। भूकंप के झटकों से लोग सहम उठे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.8 मापी गई है।
शनिवार के दिन राजस्थान के सीकर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 3.9 मैग्नीट्यूड रही।
भूमिगत जल गर्म हो रहा है। भले ही यह महसूस ना हो लेकिन ऐसा हो रहा है। यह बहुत ही धीमी प्रक्रिया के साथ हो रहा है। मानव जीवन के साथ-साथ यह हमारे पूरे पारिस्थितिकी तंत्र के लिए बहुत बड़ा खतरा है।
जापान के इशिकावा में दो बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए गए हैं। भूकंप की वजह से किसी के घायल होने की खबर नहीं है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
नासा के वैज्ञानिकों ने धरती और शुक्र के बीच एक नई और बेहद दिलचस्प दुनिया का पता लगाया है। यहां जीवन की मौजूदगी और संभावना को लेकर वैज्ञानिक बेहद उत्सुक हैं।इस नई दुनिया के मिलने से वैज्ञानिक भी हैरान हैं। क्या यहां भी इंसान हो सकते हैं या रह सकते हैं, यह जानना भी काफी दिलचस्प होगा।
पापुआ न्यू गिनी के एक गांव में भूस्खलन की वजह से तबाही मच गई है। भूस्खलन की चपेट में आने से कम से कम 100 लोगों की मौत हो गई है। भूस्खलन से कई घर तबाह हो गए है।
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