पाकिस्तान में एक बार फिर भूकंप आया है। शाम 6 बजकर 6 मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.1 मापी गई है। हालांकि जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
दिल्ली-एनसीआर में दोपहर बाद तीन बजकर 36 मिनट पर भूकंप का झटका महसूस किया गया। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 2.6 मापी गई है।
यह सोचकर ही आपके होश फाख्ते हो जाएंगे कि महज 14 घंटे में किसी देश में 800 बार भूकंप आ जाए तो क्या होगा?...मगर आइसलैंड में यह घटना घटित हो जाने से हाहाकार मच गया है। यहां 14 घंटे में 800 बार धरती भूकंप के जोरदार झटकों से हिल चुकी है। इसके बाद सरकार ने इमरजेंसी लगा दी है।
राजस्थान के टोंक में रात 10.30 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। इन झटकों से लोगों में अफरा-तफर मच गई। हालांकि भूकंप से किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
नेपाल के बाद पूर्वी इंडोनेशिया भी शक्तिशाली भूकंप से दहल गया है। एक के बाद एक तीन सिलसिलेवार भूकंप से लोगों की जान सांसत में पड़ गई है। भूकंप की अधिकतम तीव्रता रिक्टर पैमान पर 7.0 दर्ज की गई है। आरंभिक तौर पर नुकसान की कोई खबर नहीं है। मगर तीव्रता को ध्यान में रखते हुए बड़े नुकसान की आशंका है।
नेशनल सेंटर फोर सिस्मोलॉजी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में सुबह तड़के 5 बजकर 32 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए।
दिल्ली-एनसीआर में पिछले तीन दिनों में भूकंप के दो तेज झटके महसूस किए गए। वहीं नेपाल में शुक्रवार की रात को आए भूकंप में जान-माल की काफी क्षति हुई है। बार-बार आ रहे भूकंप के झटके कहीं बड़े खतरे का संकेत तो नहीं, जानें वजह।
भूकंप के जोरदार झटकों से सोमवार दोपहर एक बार फिर नेपाल की धरती कां उठी है। तीन दिन में नेपाल में तीसरी बार भूकंप के झटकों से धरती डोली है। शुक्रवार रात जोरदार भूकंप आया था, जिससे सैकड़ों लोगों की मौत हो गई। इस झटके से उबरा भी नहीं था कि तीसरी बार सोमवार दोपहर को एक बार और तेज भूकंप आ गया।
नेपाल में एक घायल ने होश में आने पर बताया कि बचावकर्मियों को मुझ तक पहुंचने में लगभग आधे से एक घंटे का समय लग गया।’’ अस्पताल में भर्ती एक अन्य व्यक्ति टीका राम राणा ने कहा, ‘‘मैं सो रहा था कि रात को करीब 10-11 बजे सब हिलने लगा और मकान धंस गया। कई मकान ढह गए और कई लोग मलबे में दब गए।
नेपाल में 8 साल में आए सबसे भीषण भूकंप के दो दिन बाद एक बार फिर से धरती कांपी है। खबर है कि आज सुबह 4 बजकर 38 मिनट पर फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए।
भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक एक जनवरी 2023 से अब तक नेपाल में 4. 0 और उससे अधिक तीव्रता के कुल 70 भूकंप आए हैं। इनमें से 13 की तीव्रता पांच से छह के बीच थी जबकि तीन की तीव्रता 6.0 से ऊपर थी। कोइराला ने बताया कि टेक्टॉनिक प्लेट की गति के माध्यम से एकत्रित ऊर्जा को मुक्त करने को भूकंप आते हैं।
नेपाल में आए भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। प्रधानमंत्री पुष्प दहल कमल प्रचंड ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया है। साथ ही अपने हेलीकॉप्टर में साथ बैठकार काफी संख्या में घायलों को अस्पताल पहुंचाया है। इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल में आई आपदा पर दुःख जताते हुए हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।
नेपाल में भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। जानकारी के मुताबिक नेपाल में अबतक 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब नेपाल भूकंप की मार झेल रहा है। नेपाल में हमेशा भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं, क्योंकि इसके पीछे एक भौगोलिक कारण है।
नेपाल में आधी रात आए भूकंप से सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं पीएम मोदी ने ट्वीट कर इस हादसे में जान गवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि हम नेपाल की हर संभव मदद के लिए तैयार हैं।
नेपाल में तेज भूकंप झटकों ने तबाही मचाई है। भूकंप के कारण नेपाल में 72 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। इस भूकंप का असर भारत के अलग-अलग हिस्सों में भी देखने को मिला है। इस कारण लोगों में डर का माहौल देखने को मिला है।
नेपाल में भूकंप ने जमकर कहर बरपाया है। भूकंप की वजह से कई लोगों की मौत हुई है और कई घायल हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। काफी मात्रा में बिल्डिंगों को नुकसान पहुंचा है और लोग डरे हुए नजर आ रहे हैं।
गाजियाबाद कॉलोनी सबसे ज्यादा प्रदूषित है। यहां पर आंकड़ा 500 के पास पहुंच गया है।
रात 11 बजकर 32 मिनट पर अचानक पूरा उत्तर भारत भूकंप के झटकों से थर्रा उठा। भूकंप का केंद्र नेपाल में था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 आंकी गई है। फिलहाल जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
इंडोनेशिया के तिमोर आइलैंड में गुरुवार को भूकंप के जोरदार झटके लगे जिनकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.1 मापी गई है।
बुधवार की शाम को अंडमान द्वीप समूह पर भी तेज भूकंप के झटके देखने को मिले हैं। इस भूकंप के कारण लोगों के बीच दहशत का माहौल है।
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