तुर्की और सीरिया में भूकंप से हुई तबाही की दास्तान जिसने भी सुना या देखा उसकी रूह कांप गई। मिनटों और सेकेंडों में मौत इतनी रफ्तार में आई कि संभलने का मौका ही नहीं दिया। एक ही झटके में मौत ने बहुतों को निगल लिया, लेकिन बहुत से सौभाग्यशाली ऐसे भी रहे, जिन्होंने मौत को मात देकर जिंदगी की जंग में आगे निकलने में कामयाब हुए।
तुर्की में आए भुकंप ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है। इस हादसे में कुछ खिलाड़ी इमारतों के मलबे में दबे हुए हैं।
भूकंप आने से पहले कुछ प्राकृतिक परिवर्तन दिखाई देने लगते हैं। प्रकृति हमें आगाह करती है लेकिन हम इसपर ध्यान नहीं देते। भूकंप आने से पहले अचानक गर्मी बढ़ जाती है और हवा रुक जाती है। इसका पता कुत्तों को चिडियों को सांप को और चूहों को पता चल जाता है।
तुर्की में पांचवीं बार भूकंप आने की वजह से धरती हिली है। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.4 मापी गई है। अब तक तुर्की में आए भूकंप की वजह से 5000 लोगों की मौत हो चुकी है और ये आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
वहीं तुर्की ने भारत की मदद की तारीफ की है और भारत को सच्चा दोस्त बताया है। भारत में तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल ने भारत सरकार की ओर से इस मदद के लिए धन्यवाद दिया है।
तुर्की और सीरिया में आए इस भयानक भूकंप के बाद जानकार बता रहे हैं कि अगले एक साल तक इस इलाके में नुकसान पहुंचाने वाले भूकंप के झटके आते रहेंगे। सोमवार की सुबह 7.8 की तीव्रता वाले झटके बाद भूकंप के 3 और झटके आ चुके हैं।
तुर्की और सीरिया में आई इस आपदा के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि मृतकों की संख्या 20 हजार के पार जा सकती है। वहीं अगर अभी मृतकों की संख्या की बात करें तो यह 4500 से पार जा चुकी है। मृतकों का आंकड़ा पल-पल बढ़ता ही जा रहा है।
यह वीडियो शक्तिशाली भूकंप से ठीक पहले का है। वीडियो में पक्षियों का शोर साफ सुना जा सकता है। पक्षियों में बेचैनी भी साफ नजर आ रही है।
तुर्की और सीरया में हजारों लोगों की भूकंप की वजह से मौत हुई है। इस बीच WHO का कहना है कि यहां मरने वालों की संख्या 8 गुना बढ़ सकती है। भूकंप के बाद अभी भी हजारों लोग लापता हैं और हजारों घायल हैं।
तुर्की और सीरया में सोमवार को आए भूकंप ने जो कहर बरपाया है, उसे देखकर लोग इसे इतिहास की बड़ी त्रासदी बता रहे हैं। लेकिन चीन में साल 1556 में जो भीषण भूकंप आया था, उसमें 8 लाख से ज्यादा लोगों की जान गई थी।
तुर्की और सीरिया में भुकंप से अबतक 5,000 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। मृतकों की संख्या और भी बढ़ सकती है। राहत और बचाव कार्य जारी है। आज सुबह तुर्की में फिर से झटके महसूस किए गए हैं।
तुर्की में सोमवार 6 फरवरी को 7.8, 7.6 और 6.0 तीव्रता के लगातार तीन विनाशकारी भूकंप आए। अभी काफी लोग इमारतों के मलबों में भी फंसे हुए हैं, जिन्हें राहत और बचाव दलों के सदस्य बाहर निकालने की कोशिशों में लगे हुए हैं।
तुर्की और सीरिया में 7.8 की तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप में अब तक 2300 से अधिक लोगों की मौत हो गई। लेकिन ये बात जानकर हर कोई हैरान है कि इस प्रयल की भविष्यवाणी तीन दिन पहले ही कर दी गई थी।
तुर्की और सीरिया में आज विनाशकारी भूकंप के ऐसे झटके आए कि लाशों का हिसाब रखना मुश्किल हो रहा है। हर तरह मौत का मंजर ही नजर आ रहा है।
Earthquakes- तुर्की और सीरिया में आज आए भूकंप ने भारी तबाई मचाई है। इस भूकंप ने सैकड़ों लोगों की जान ले ली है। आइए जानते हैं कि ये भूकंप कैसे आते हैं और इसकी तीव्रता कैसे मापी जाती है?
तुर्की और सीरिया में भीषण भूकंप से मरने वालों का आंकड़ा अब 1300 के पार पहुंच चुका है। 5 हजार से अधिक लोग घायल हैं। भूकंप में मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ने का अंदेशा है। इधर तुर्की और सीरिया में भूकंप के बाद से कई ऐसे वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसे देखकर आपकी रूह कांप जाएगी।
तुर्की में सोमवार सुबह भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.8 आंकी गई है, जो काफी अधिक होती है। जानिए अब तक आए विनाशकारी भूकंपों के बारे में। कई जगह भूकंप से भयानक सुनामी आई, तो कई जगह विनाशकारी भूकंप की वजह से लाखों लोगों की जानें गईं।
तुर्की में सोमवार को तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.8 मापी गई। भूकंप के झटकों से भारी जानमाल का नुकसान हुआ है। तुर्की के साथ-साथ सीरिया में भी भूकंप से भारी नुकसान हुआ है।
अफगानिस्तान में भी भूकंप आया है। इस देश में शनिवार सुबह करीब 9.07 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.3 थी।
मणिपुर के उखरुल में भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई।
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