पिछले कई दिनों से अलग-अलग जगहों पर आए दिन भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। निकोबार द्वीप समूह में आज दोपहर को भूकंप के झटके महसूस किए गए है।
भूकंप की तीव्रता भले ही कम रही लेकिन इसका खौफ लोगों पर साफ दिखा। लोग दहशत में आकर अपने घरों से बाहर निकल पड़े।
लद्दाख में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.5 मापी गई है। हालांकि खबर लिखे जाने तक किसी तरह के बड़े नुकसान की बात सामने नहीं आई है।
पापुआ न्यू गिनी के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में सोमवार की सुबह 7.0 तीव्रता का तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप से भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने जानकारी दी है।
भूकंप के ये झटके अफगानिस्तान के फैजाबाद में महसूस किए गए हैं। इस बात की जानकारी राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने दी है। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.3 मापी गई है।
मध्य प्रदेश के कई जिलों में आज सुबह 11 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 3.6 मापी गई है।
कराची: तुर्की और सीरिया में आए भूकंप के बाद यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, किसी न किसी देश में धरती लगातार झटके खा रही है। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में भूकंप के चलते 3 बच्चों की जान चली गई है। साथ ही 5 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। हालांकि भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर मध्यम स्तरीय थी।
दक्षिण अमेरिकी देश चिली में कल रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। देर रात आए भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 6.2 मापी गई है। इसके बाद अफगानिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस हुए हैं।
काबुल में बुधवा की सुबह 5:49 बजे 4.3 रिक्टर स्केल की तीव्रता से भूकंप आया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप का केंद्र काबुल से 85 किमी पूर्व दिशा की ओर था।
वहीं इससे पहले 24 मार्च शुक्रवार को भी जापान के इजू आइलैंड्स में भूकंप के झटके महसूस किये गए थे। रिक्टर स्केल भूकंप के इन झटकों की तीव्रता 4.6 दर्ज की गई थी।
मध्यप्रदेश के ग्वालियर के पास भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। ये भूकंप ग्वालियर से 28 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में आया है। ग्वालियर के पास ये भूकंप सुबह 10 बजकर 31 मिनट पर महसूस किया गया।
मणिपुर में आज भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.8 मापी गई है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने ये जानकारी दी है। ये भूकंप आज शाम 6.51 बजे आया है।
दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 2.7 मापी गई है। मंगलवार रात में भी दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदुकुश में था।
भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान का हिंदुकुश इलाका था लेकिन इसका असर अफगानिस्तान के अलावा पाकिस्तान और उत्तर भारत तक दिखा। भूकंप के समय, रावलपिंडी के एक बाजार में भगदड़ मच गई। खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के स्वाबी में एक मकान की छत गिरने से एक ही परिवार के कम से कम पांच सदस्य घायल हो गए।
भारत के कई हिस्सो में मंगलवार की रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 6.6 बताई गई। कभी भी भूकंप आए तो उसे लेकर सावधानी बरतें, भूलकर भी ऐसी गलती ना करें।
जब से तुर्की और सीरिया में भूकंप के बाद तबाही मची उसके बाद भूकंप के नाम से भी लोग कांप उठते हैं। मंगलवार देर रात जैसे ही दिल्ली-एनसीआर और पंजाब समेत देश के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए उसके बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।
दिल्ली-एनसीआर और पंजाब समेत देश के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। ये झटके इतने तेज थे कि लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में था।
यूरोपीय आयोग ने कहा कि कुल 6.05 बिलियन यूरो तुर्की को अनुदान और ऋण के रूप में और सीरिया को 950 मिलियन यूरो अनुदान के रूप में प्रदान किए जाएंगे। अनुदान का 50 प्रतिशत से अधिक (3.6 बिलियन यूरो) यूरोपीय आयोग और यूरोपीय संघ के सदस्य राज्यों के साथ-साथ यूरोपीय निवेश बैंक और पुनर्निर्माण और विकास के लिए यूरोपीय बैंक से आएगा।
भूकंप सोमवार सुबह 7 बजकर 35 मिनट पर आया, जिसका केंद्र कच्छ जिले के भचाऊ शहर से करीब 10 किलोमीटर उत्तर-पूर्वोत्तर (एनएनई) में था। कच्छ जिले में भूकंप का खतरा अधिक बना रहता है और नियमित रूप से यहां हल्के झटके महसूस किए जाते हैं।
कंप का केंद्र इक्वाडोर के दूसरे सबसे बड़े शहर गुआयाकिल से लगभग 50 मील (80 किलोमीटर) दक्षिण में केंद्रित था। सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में लोगों को गुआयाकिल की सड़कों पर इकट्ठा होते देखा जा सकता है।
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