चीन में इस हफ्ते आए विनाशकारी भूकंप से भारी नुकसान हुआ है। अब तक इस भूकंप में मरने वालों की संख्या 148 पहुंच गई है। वहीं चीन के मत्स्य और कृषि उद्योग को 7.46 करोड़ अमेरिकी डॉलर की चपत लगी है। इससे यह प्रमुख चीनी उद्योग कंगाली के कगार पर पहुंच गया है।
ताइवान में तेज भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.3 रही। भूकंप का केंद्र 10 किमी (6.21 मील) की गहराई पर था। चीन में भी सोमवार की रात पिछले 9 सालों का सबसे तेज भूकंप आया था जिसमें अबतक 148 लोगों की जान चली गई।
भूकंप का कहर झेलने के बाद अब चीन में एक कोयला खदान ढह गई है। इस हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 13 लोग घायल हुए हैं। हादसा ऐसे वक्त में हुआ, जब मजदूर खदान में काम कर रहे थे। अचानक कोयले की खदान ऊपर से भरभरा कर ढहने लगी। इससे उसके नीचे काफी संख्या में मजदूर दब गए।
चीन में भूकंप के कारण बड़ी तबाही हुई है। जैसे तैसे भूकंप प्रभावितों को मलबे से निकालकर मशक्कत के बाद सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। लेकिन यहां एक और नई मुसीबत खड़ी हो गई है। इस नई चुनौती से भूकंप पीड़ितों को कड़ा सामना करना पड़ रहा है।
चीन में भूकंप से हुई 131 मौतों के बाद वैज्ञानिकों ने बड़ा दावा किया है। चीनी वैज्ञानिकों का कहना है कि भूकंप आने के पहले ही उन्हें संकेत मिल चुके थे। हालांकि यह नहीं पता चल पाया था कि भूकंप किधर आएगा। बता दें कि अभी तक भूकंप से पूर्व सूचना का कोई सटीक तरीका दुनिया में मौजूद नहीं है।
कारगिल और लद्दाख में मंगलवार सुबह आया भूकंप। अब तक पिछले 24 घंटे में भूकंप से 11 बार भूकंप से कश्मीर की धरती हिल उठी है। भूकंप जमीन से 10 किलोमीटर गहराई में था।
चीन में भयानक भूकंप से कई लोगों की मौतें हुई हैं। पहले 95 मौतों की खबर आई। फिर 100 के करीब, फिर 111 और अब 116 लोगों की मौत की खबर है। मौतों का यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। 6.2 तीव्रता के भूकंप से सड़कें टूट गईं और भारी तबाही की तस्वीरें सामने आई हैं।
चीन से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां तीव्रता इतनी तेज थी कि कम से कम 111 लोगों की मौत हो गई है और ये आकंड़ा अभी बढ़ सकता है।
भारत के केंद्रशासित प्रदेश लदाख और जम्मू-कश्मीर में सोमवार को एक के बाद एक 3 भूकंप के झटके आए हैं। भूकंप के झटके काफी तेज थे जिस कारण लोगों में खौफ का माहौल हो गया।
साल 2023 विदा होने को है। इस साल अंतरराष्ट्रीय जगत में कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिन्होंने लोगों को झकझोर कर रख दिया। प्राकृतिक आपदाओं ने जहां हजारों लोगों की जान ले ली। वहीं गाजा पट्टी में हमास और इजराइल की जंग के कारण 18 से भी ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं। जानिए इस साल की 10 बड़ी घटनाएं कौनसी रहीं?
अफगानिस्तान में तेज भूकंप से एक बार फिर धरती कां उठी है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, अफगानिस्तान में रिक्टर पैमाने पर 5.2 तीव्रता का भूकंप आया है। झटका सुबह करीब सात बजकर 3 मिनट पर महसूस किया गया।
गुजरात के कच्छ में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। बताया जा रहा है कि आज सुबह 9 बजे कच्छ में धरती कांपी है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 3.9 मापी गई है।
पिछले कुछ दिनों से देश के कई हिस्सों में लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। इसी क्रम में आज सुबह असम के गुवाहाटी में भी हल्की तीव्रता का भूकंप आया।
उत्तर पश्चिम तुर्की में सोमवार को मध्यम तीव्रता का यह भूकंप आया है। भूकंप के कारण लोग दहशत में आ गए और घरों से बाहर निकल आए।
भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में रात करीब 11 बजकर 52 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किये गए। वहीं फिलीपींस में भी देर रात 6.8 तीव्रता का भूकंप आया। इससे पहले भी फिलीपींस में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, जिसके बाद सुनामी को लेकर अलर्ट जारी किया जा चुका है।
एक बार फिर फिलीपींस की धरती भूकंप के तेज झटकों से हिल उठी । रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.5 मापी गई जिसके बाद सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया गया।
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, मंगलवार की सुबह 3:38 बजे पाकिस्तान की धरती भूकंप से कांप उठी। इसके अलावा भी कई जगहों पर भूकंप देखे गए जिस कारण लोग सहम गए हैं।
भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान के बाद अब म्यामांर में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.7 मापी गई है। इस भूकंप के झटके म्यामार के पड़ोसी देश थाईलैंड और लाओस में भी महसूस किए गए।
पाकिस्तान में एक बार फिर भूकंप आया है। शाम 6 बजकर 6 मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.1 मापी गई है। हालांकि जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
दिल्ली-एनसीआर में दोपहर बाद तीन बजकर 36 मिनट पर भूकंप का झटका महसूस किया गया। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 2.6 मापी गई है।
संपादक की पसंद