क्या भूकंप के बाद तुर्की 10 फीट खिसक गया ? सोचिए, क्या एक देश अपनी जगह से 10 फीट खिसक सकता है ?, आज इसका वीडियो भी सामने आया और इस वीडियो का proof देने वाली सैटेलाइट तस्वीरें भी सामने आईं. अगर तुर्की वाकई 10 फीट खिसका, तो ऐसा क्यों हुआ. इसके पीछे वजह क्या है ?
देखिए भूकंप पीड़ित देश TURKEY से INDIA TV की EXCLUSIVE Reporting.
सीरिया के सराकिब शहर के अहमद इदरीस से भूकंप ने सब कुछ छीन लिया है। उनके परिवार के 25 लोगों की इस भूकंप की वजह से मौत हुई है। मरने वालों में इदरीस की बेटी, दामाद, बेटे और पोता शामिल है।
तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए भूकंप की वजह से हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। हॉस्पिटल घायलों से पटे पड़े हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार चलाया जा रहा है।
तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के रोंगटे खड़े कर देने वाले वीडियो सामने आ रहे हैं। तबाही का ऐसा तांडव देखकर हर किसी का कलेजा फटा जा रहा है और आत्मा रो रही है। तुर्की और सीरिया में भूकंप के अब 3 दिन हो चुके हैं। इसके बावजूद चमत्कारिक रूप से काफी संख्या में लोगों को जिंदा निकाला जा रहा है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमें एक भारतीय नागरिक के लापता होने की जानकारी है जो वहां कारोबार से जुड़े कामों के लिये गया था।
तुर्की और सीरिया में आए भूकंप के बाद अब तक का सबसे बड़ा चमत्कार नजर आया है। बचाव और राहत दल ने मलबे के नीचे दबी 2 माह की बच्ची को रेस्क्यू किया है। राहत दल भी इस बच्ची को जिंदा देखकर हैरान रह गया। मौके पर भारी संख्या में राहत और बचाव दलों के साथ स्थानीय लोग भी मौजूद रहे।
तुर्की में आए 7.8 की तीव्रता के भूकंप में भारी नुकसान हुआ है। इसके कारण तुर्की के एक स्टार फुटबॉल खिलाड़ी की मौत हो गई।
Turkey earthquake | भूकंप ने तुर्की का नक्शा बदलकर रख दिया है। भूकंप के बाद के मंजर दिल दहलाने वाले हैं। हम आपको तस्वीरों के जरिए दिखाते हैं कैसे तबाह हो गए शहर के शहर।
इस हादसे के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और अन्य अधिकारियों तुर्की के साथ एकजुटता दिखाने के लिए भूकंप प्रभावित इलाकों का दौरा करना चाहते थे।
Earthquake In Turkey, Syria: तुर्की और सीरिया में विनाशकारी भूकंप के बाद हालात बेहद खराब हो चुके हैं। एक के बाद एक आए भूकप के झटकों ने कई जिंदगियां छीन ली हैं। कई इमारतों ज़मीदोज़ हो गई हैं। मलबे के नीचे अभी भी सैकडों ज़िंदगियां फंसी हैं।
तुर्की-सीरिया के कई शहरों में टूटी हुई बिल्डिंग्स का मलबा बिखरा है. हर तरफ चीख पुकार है, हर तरफ आंसू हैं.आपदा इतनी भयानक है कि साउथ वेस्ट टर्की के 10 शहर मलबे के ढेर में तब्दील हो गए हैं और 6 हज़ार से ज़्यादा इमारतें ढह गई हैं
सीरिया में भूकंप से मची भीषण तबाही के बाद उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद को एक ध्वनि संदेश में शोक संवेदना जताई है। किम जोंग ने कहा है कि जल्द ही लोगों का जीवन स्थिर होगा।
सोमवार को आए इस शक्तिशाली भूकंप का केंद्र तुर्की के गाजियांटेप शहर के पास करीब 17.9 किलोमीटर की गहराई में था। इस शहर में लगभग 20 लाख लोग रहते हैं।
आधुनिक समय में विज्ञान और तकनीक की मदद से हम चांद तक पहुंच चुके हैं लेकिन भूकंप से पहले उसका अनदजा नहीं लगाया जा सकता है। भूकंप से भारी तबाही होती है लेकिन अगर हम कुछ बातों का ख्याल रखें तो नुकसान को कम या रोका भी जा सकता है।
भूकंप ने तुर्की और सीरिया को भारी नुकसान पहुंचाया है। यहां की हजारों इमारतें जमींदोज हो चुकी हैं और मलबे के नीचे अभी भी हजारों लोगों के दबे होने की आशंका है। इस प्राकृतिक आपदा से अब तक हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। भारत लगातार मौके पर मदद पहुंचा रहा है।
तुर्की और सीरिया में 6 फरवरी को आए भूकंप से हजारों लोगों की मौत हुई है। मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है और यहां के अस्पतालों में घायलों को जगह भी नहीं मिल पा रही है क्योंकि अस्पताल पहले से ही फुल हैं।
तुर्की और सीरिया के भयावह भूकंप को आए दो दिन होने को हैं। राहत और बचाव दल लगातार मलबे के नीचे दबे लोगों को जीवित निकालन के प्रयास में जुटे हैं। मंगलवार को राहत दलों ने उत्तर सीरिया में 40 घंटे तक मलबे में दबे एक पूरे परिवार को जीवित निकालने में सफलता पाई है। आखिर में परिवार के दो बच्चों तकबीर और जॉय को जिंदा निकाला।
तुर्की और सीरिया के विनाशकारी भूकंप में पीड़ितों को आपातकालीन राहत पहुंचाने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है। करीब 6 टन आपातकालीन राहत सामग्री और दवाएं लेकर 99 सदस्यों की मेडिकल टीम के साथ भारत का एक अन्य विमान सीरिया के लिए रवाना हो गया है। तुर्की के लिए भी ऐसा ही विमान भारत ने भेजा है।
तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के वीडियो और तस्वीरें बेहद डरावने हैं। एक बड़े पत्थर के मलबे में दबी 7 वर्षीय एक बच्ची की तस्वीर अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसने अपने नन्हें भाई को आगोश में छुपाए रखा है। ताकि मौत उसका बाल बांका न कर सके। इस पत्थर के नीचे अपने भाई के समेत यह बच्ची 17 घंटे तक दबी रही।
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