श्रीधर ने कहा कि जब मैं कहता हूं कि मैं सक्रिय राजनीति छोड़ रहा हूं, इसका मतलब यह नहीं है कि मैं राजनीति छोड़ रहा हूं। जब मैं चुनाव हार गया तो मुझे दुख हुआ, लेकिन अब मैं दुखी नहीं हूं।
केरल विधानसभा चुनाव में कम से कम 35 सीटें जीतने का दावा करने वाला भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) रविवार को अपनी एकमात्र नेमोम सीट भी नहीं बचा पाया और ‘मेट्रोमैन’ के नाम से प्रसिद्ध ई श्रीधरन और पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख के सुरेंद्रन समेत उसके सभी बड़े उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा।
मेट्रो मैन ऑफ इंडिया के तौर पर पहचाने जाने वाले डॉ. ई. श्रीधरन ने राजनीति में भले ही देर से प्रवेश किया हो, मगर उन्हें मध्य और उच्च वर्ग से भारी प्रतिक्रिया मिल रही है।
अपने ट्वीट का बचाव करते हुए, वी मुरलीधरन ने बाद में टिप्पणी की कि वह इस धारणा के तहत थे कि ई। श्रीधरन की उम्मीदवारी की घोषणा पार्टी प्रमुख द्वारा की गई थी।
केरल में भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने ई श्रीधरन के नाम की घोषणा की है। 2 हफ्ते पहले ही ई श्रीधरन ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली थी
88 साल के 'मेट्रो मैन' ई श्रीधरन ने बीजेपी में शामिल होने से पहले शुक्रवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि उनका मुख्य लक्ष्य केरल में पार्टी को सत्ता में लाना है और अगर केरल में भाजपा की सत्ता आती है तो वो मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को एक बेहद ही महत्वपूर्ण ऐलान करते हुए कहा ‘मेट्रो मेन’ ई. श्रीधरन केरल विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी में शामिल होंगे।
भारतीय जनता पार्टी की तरफ से कहा गया है कि 21 फरवरी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्रन केरल में जिस विजय यात्रा को शुरू करने जा रहे हैं उस विजय यात्रा के दौरान ई श्रीधरन भाजपा में शामिल होंगे
श्रीनगर का यह मेट्रो प्रोजेक्ट पूरा एलिवेटेड होगा जिसमें टोकन और स्मार्ट कार्ड का प्रयोग किया जाएगा। यहां 3 डिब्बों वाली मेट्रो सबसे पहले शुरू होगी।
मेट्रोमैन व लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन (एलएमआरसी) के प्रधान सलाहकार इंजीनियर श्रीधरन ने एलएमआरसी को अपना इस्तीफा भेज दिया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की महिलाओं को दिल्ली मेट्रो में फ्री सफर कराने की स्कीम को दिल्ली मेट्रो के पहले प्रबंध निदेशक ई श्रीधरन ने नुकसानदायक बताया है।
ई श्रीधरन के नाम पर सत्ता पक्ष में चर्चा शुरू हुई है। माना जा रहा है कि उनके नाम पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में सर्वसम्मति बनने की संभावना काफी है। सूत्र बताते हैं कि श्रीधरन के राष्ट्रपति बनने पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को कई मायनों में मदद मिल सक
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