राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने गुरूवार को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के चुनाव परिणाम में अध्यक्ष समेत तीन पदों पर कब्जा कर लिया।
सचिव पद पर चुनाव जीतने वाले एनएसयूआई उम्मीदवार आकाश चौधरी ने कहा कि विद्यार्थियों के प्यार से ही उनकी जीत संभव हो पायी है। वैसे उन्होंने अन्य एनएसयूआई उम्मीदवारों की हार के लिए चुनाव में गड़बड़ी को जिम्मेदार ठहराया।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव के नतीजे आज घोषित हो गए हैं। इसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को 3 और नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) को एक सीट पर जीत मिली है।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनावों के लिए गुरूवार को ईवीएम में खराबी और छात्रों के हंगामे के कारण डूसू चुनाव मतगणना निलंबित कर दी गई।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव के लिए राष्ट्रीय राजधानी के कॉलेजों में 52 केंद्रों पर मतदान चल रहा है। एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि डूसू चुनावों में 1.35 लाख छात्र 23 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला कर सकेंगे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् भाजपा से, एनएसयूआई कांग्रेस से, ऑल इंडिया स्टुडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) वामपंथी दलों से तथा छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) आम आदमी पार्टी से संबद्ध है।
बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच किंग्सवे कैंप के पास एक सामुदायिक सभागार में DUSU के मतों की गिनती हुई। NSUI के रॉकी तूशीद ने अध्यक्ष पद जीतकर ABVP के चार साल के दबदबे को खत्म कर दिया।
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