येरुसलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, कभी ड्रग तस्करी के माध्यम से आईएसआईएस सदस्यों के लिए राजस्व का स्रोत रहा कैप्टागन अब सीरिया के लिए आय का एक प्रमुख स्रोत बन गया है और आतंकी संगठन हिजबुल्लाह भी इसी से अपनी कमाई करता है।
मुंबई पुलिस की एंटी-नारकोटिक्स सेल ने ड्रग तस्करों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए लाखों रुपये के गांजा और चरस के साथ 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।
यूपी पुलिस ने चरस की तस्करी के आरोप में एक सब-इंस्पेक्टर और उसके सहयोगी को गिरफ्तार करके उनके पास से 33 किग्रा ड्रग्स बरामद किया है।
असम में पिछले काफी समय से लगातार ड्रग्स के मामले सामने आ रहे हैं। 7 सितंबर को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई)ने असम के कछार जिले में एक ट्रक में 47 किलोग्राम मेथमफेटामाइन टैबलेट (4.70 लाख टैबलेट) की तस्करी के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
नासिक में ड्रग्स की फैक्ट्री पर पुलिस ने छापेमारी की है। पुलिस ने इस छापेमारी में 150 किग्रा ड्रग्स को जब्त किया है। इस ड्रग्स की कीमत बाजार में करीब 300 करोड़ रुपये है। पुलिस ने इस छापेमारी में 12 लोगों को गिरफ्तार किया है।
मिजोरम में हाल के कुछ ही हफ्तों में सैकड़ों करोड़ रुपये की ड्रग्स पकड़ी गई हैं और अक्सर इनकी तस्करी में म्यांमार के नागरिकों को लिप्त पाया गया है।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी दो मोटरसाइकिल पर सवार होकर 521 ग्राम अवैध स्मैक बेचने जा रहे थे। आरोपियों ने बताया है कि ये स्मैक उन्हें रुद्रपुर में इंदिरा चौक के पास किसी व्यक्ति को देनी थी।
पुणे पुलिस ने एक बड़ी स्मगलिंग के मामले का पता लगाया है, जो उनके ही गिरफ्त में रह रहा आरोपी अस्पताल में बैठकर कर रहा था। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने इलाज के बहाने ड्रग्स की तस्करी कर रहा था।
अहमदाबाद साइबर क्राइम सेल ने ड्रग्स तस्करी को लेकर एक इंटरनेशनल रैकेट का भंडाफोड़ किया है। यह रैकेट कनाडा से ऑपरेट किया जा रहा था, जो भारत में ड्रग्स सप्लाई करते थे।
पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया और आज कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आगे की जांच के लिए तीनों आरोपियों को पुलिस कस्टडी में भेजा है।
बीते कुछ समय से मिजोरम में ड्रग्स का नेटवर्क बढ़ता जा रहा है। राज्य में प्रशासन द्वारा समय-समय पर कई लोगों को तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अब असम राइफल्स और नारकोटिक्स ने ड्रग्स की एक बड़ी खेप पकड़ी है।
मिजोरम के चम्फाई जिले में एक बार फिर ड्रग्स की खेप पकड़ी गई है और एक विदेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि इस इलाके में विभिन्न विभागों की सक्रियता के चलते लगातार ड्रग्स की खेपें जब्त हो रही हैं।
वहीं इससे पहले साथ सितंबर को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई)ने असम के कछार जिले में एक ट्रक में 47 किलोग्राम मेथमफेटामाइन टैबलेट (4.70 लाख टैबलेट) की तस्करी के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
अहमदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच शाखा ने नारोल के पास लगभग 500 ग्राम एमडी ड्रग्स जब्त किया, वहीं चारोडी गांव के पास लगभग 595 ग्राम एमडी ड्रग जब्त की गई। इन दोनों मामलों में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मिजोरम में ड्रग तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए असम राइफल्स ने 30 करोड़ रुपये की मेथामफेटामाइन टैबलेट को जब्त किया है और एक विदेशी तस्कर को गिरफ्तार किया है।
पाकिस्तान के खुफिया ब्यूरो की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे पिछले कुछ सालों में माफिया की वजह से देश की अर्थव्यवस्था को अरबों रुपये का नुकसान पहुंचा है।
अगस्त महीने में करीमगंज जिले में पुलिस और BSF द्वारा चलाए गए एक संयुक्त अभियान के दौरान 4 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई थी।
पंजाब पुलिस ने ड्रग्स तस्करी के एक गिरोह को बड़ी चोट पहुंचाते हुए पाकिस्तान से नदी के रास्ते ड्रग्स मंगवाने वाले एक तस्कर को गिरफ्तार किया है।
मिजोरम में इस साल जनवरी से अगस्त तक 8 माह में कुल 179 किलोग्राम ड्रग्स जब्त किए जा चुके हैं। सूबे में जब्त होने वाली ड्रग्स में हेरोइन, मेथमफेटामाइन और गांजा शामिल हैं।
भारत में ड्रग्स और हथियारों की सप्लाई करने वाला पाकिस्तान अब चुपचाप भारतीय सेना के अहम ठिकानों की जानकारी जुटाने में लगा हुआ है। इसे लेकर बड़ा खुलासा हुआ है।
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