इस हमले के बाद यूकेएमटीओ ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि भारत के वेरावल से 200 समुद्री मील दक्षिण पश्चिम में एक जहाज पर किए गए ड्रोन हमले से धमाका हुआ और आग लग गई।
अरब सागर में एक व्यापारिक जहाज पर ड्रोन से हमले की सूचना सामने आई है। इस जहाज पर कुल 22 लोग हैं जिसमें से 21 भारतीय हैं। सैन्य सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर अबतक सामने नहीं आई है।
हिंद महासागर में अज्ञात हमलावरों ने एक व्यापारिक जहाज पर बड़ा ड्रोन हमला किया है। यह व्यापारिक जहाज सऊदी अरब के एक बंदरगाह से भारत के मेंगलुरु की ओर कच्चा तेल लेकर जा रहा था। हमले के बाद जहाज में तेज विस्फोट हुआ और उसमें आग लग गई। चालक दलों में 20 भारतीय थे, जो सुरक्षित हैं।
अयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से पहले सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है। पूरी अयोध्या को अभेद्य किले में तब्दील किया जाएगा और बिना अनुमति के ड्रोन नहीं उड़ा सकेंगे। जानें डिटेल्स-
इजरायल-हमास युद्ध के बीच एक पत्रकार की दर्दनाक मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि अलजजीरा के दो पत्रकार दक्षिणी गाजा में कवरेज की लिए मौजूद थे। वहां एक हमला हुआ था। इसी दौरान स्कूल पर इजरायल ने एक और ड्रोन हमला कर दिया। इसमें अलजजीरा का कैमरामैन मलबे में दब गया। जबकि रिपोर्टर घायल होकर बच निकला। कैमरामैन की मौत हो गई।
इजराइल और हमास में जंग के बीच ईरान जो कि इजराइल को कई बार हमले की चेतावनी दे चुका है, अब अपनी सैन्य क्षमता को तेजी से बढ़ा रहा है। ईरान ने अपने कर्रार ड्रोन में माजिद मिसाइल को लैस किया है। सवाल यही उठ रहा है कि कहीं ईरान कोई हमले का 'बड़ा' कदम तो नहीं उठाने जा रहा है?
इजरायल-हमास युद्ध के बीच लाल सागर जंग का नया अड्डा बन गया है। हमास के समर्थन में यमन की ओर से लगातार लालसागर में मौजूद अमेरिकी और अन्य देशों के युद्धपोत को निशाना बनाया जा रहा है। इस बार फ्रांस के युद्धपोत पर ड्रोन हमला किया गया है। फ्रांस के अधिकारियों ने बताया हमलावर ड्रोन यमन की ओर से आते देखा गया।
पंजाब के अमृतसर जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक बार फिर से एक ड्रोन मिला है। यह ड्रोन चीन का बना है। संदेह है इससे अवैध हथियार गिराए गए होंगे। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इस देश में सेना की एक गलती की वजह से मुस्लिम समुदाय के लोग जो धार्मिक त्योहार मना रहे थे, उनकी मौत हो गई। ये संख्या दर्जनों में है। एक स्थानीय नागरिक के दावे को मानें तो यह संख्या 85 के करीब है। इस घटना में बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए।
ड्रोन और उसके सामान की कुल लागत लगभग 10 लाख रुपये है। लागत का करीब 80 प्रतिशत या आठ लाख रुपये तक केंद्र द्वारा प्रदान किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि ड्रोन पायलट को 15,000 रुपये और सह-पायलट को करीब 10,000 रुपये का मानदेय मिलेगा।
रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर शनिवार को सबसे घातक ड्रोन हमला किया है। इससे कीव थर्रा उठा है। यूक्रेनी सेना ने रूस की ओर से किया गया इसे अब तक का सबसे भीषण हमला बताया है। इसमें दर्जनों मकान ध्वस्त हो गए और आरंभिक तौर पर 5 लोग घायल बताए जा रहे हैं।
यीडा रीजन में फिनटेक हब बनाने के लिए एक वृहद डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी कंपाइल की जाएगी जिसको पूर्ण करने के लिए कंसल्टेंट्स को आबद्ध किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
24 फरवरी 2022 से शुरू हुआ रूस और यूक्रेन युद्ध अब भी जारी है। रूस तो हमलावर है ही, यूक्रेन भी जोरदार पलटवार कर रहा है। रूस ने 16 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराए हैं। क्योंकि यूक्रेन रूसी सैन्य ठिकानों पर बड़ा हमला करने वाला था।
इजरायल के खिलाफ जंग लड़ने वाला अब हमास सिर्फ अकेला नहीं रह गया है, बल्कि लेबनान के हिजबुल्लाह के बाद अब यमन का हूती समूह भी जंग में कूद चुका है। गुरुवार को सुबह यमन ने इजरायल की ओर कई ड्रोन हमले लॉन्च किए मगर अमेरिकी युद्धपोत ने उनमें से अधिकांश को समुद्र में ही मारकर गिरा दिया।
जम्मू-कश्मीर में एनआईए को एक और सफलता मिली है। आतंकियों तक ड्रोन के जरिए हथियार पहुंचाने के मामले में एनआईए ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है।
रूस और यूक्रेन की जंग अभी भी खत्म नहीं हुई है। ठंड का मौसम शुरू होने से पहले रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर जोरदार ड्रोन अटैक किए। 20 ईरानी ड्रोन से हमले करके रूस ने एक बार फिर अपने खतरनाक इरादे जहिर कर दिए।
इजरायल ने दक्षिणी लेबनान में बड़ा मिसाइल हमला किया है। ये हमला इजरायली सेना ने ड्रोन के जरिये किया है। हमला इतना अधिक घातक था कि लेबनान का एल्युमीनियम संयंत्र तबाह हो गया। लेबनान पर हमले के बाद इजरायली सेना ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
सोशल मीडिया पर आजकल एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा जो भक्तों के दिलों को छू लेगा। वीडियो में ड्रोन की मदद से बजरंगबली हवा में उड़ते हुए दिख रहे हैं। यह देखने के लिए वहां भक्तों की भारी भीड़ इकट्ठी हो गई।
नाटो संगठन के एक देश ने दूसरे के खिलाफ ही हमला कर दिया है। तुर्की के हमलावर ड्रोन से अमेरिकी सुरक्षाबलों को खतरा लगा। इस पर कार्रवाई करते हुए अमेरिकी सुरक्षाबलों ने हमलावर ड्रोन को मार गिराया। जानिए कैसे हुआ यह दुर्लभ मामला?
सीरिया के सैन्य ठिकाने पर अज्ञात लोगों द्वारा किए गए भीषण ड्रोन हमले में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में 10 नागरिक भी शामिल बताए जा रहे हैं। घटना एक स्नातक समारोह के दौरान हुई। अचानक समारोह में बमों की बारिश होने लगी और लाशें बिछने लगीं। अभी तक किसी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
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