लाल सागर में हूतियों के आतंक से व्यापार पर विपरीत असर पड़ा है। इससे माल ढुलाई 60 फीसदी और बीमा प्रीमिय में 20 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी की आशंका जाहिर की गई है। इसकी वजह यह है कि हूतियों के हमले से बचने के लिए वाणिज्यिक जहाज अब वैकल्पिक रास्तों का उपयोग कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें काफी दूर घूमकर जाना पड़ रहा है।
इजरायल-हमास युद्ध के दौरान गाजा में हो रही आइडीएफ की सैन्य कार्रवाई से खफा हूतियों ने लाल सागर में ताबड़तोड़ हवाई हमले करना जारी रखा है। 19 दिसंबर से अब तक 15 दिनों में हूतियों ने 23 हमलों को अंजाम दिया है। ऐसे में अमेरिका समेत 12 देशों ने हूतियों को हमले बंद नहीं करने पर सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी है।
सीमा पार से ड्रोन के जरिये हथियार और मादक पदार्थ की तस्करी करके इन्हें भारतीय क्षेत्र में पहुंचाने की समस्या का जल्दी ही अंत हो जाएगा। इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि ये अंत कब तक किया जाएगा।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग और तेज हो गई है। दो दिन पहले रूस ने 18 घंटे तक लगातार यूक्रेन के विभिन्न इलाकों में बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला करके 30 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। यह रूस की ओर से यूक्रेन पर किया सबसे बड़ा हमला था। अब यूक्रेन भी रूस से बदला लेना चाहता है।
भारतीय नौसेना ने लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हमले को नाकाम करने के लिए पूरी तैयारी से उतर चुकी है। भारतीय नौसेना ने किसी भी देश के वाणिज्यिक वाहन को लाल सागर में अपने क्षेत्र में सुरक्षा मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। लिहाजा नौसेना ने हमलावरों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। भारतीय युद्धपोत तैनात कर दिया है।
अमेरिका ने हूती विद्रोहियों की ओर से किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम कर दिया है। इसकी जानकारी पेंटागन की ओर से दी गई है।
भारतीय नौसेना के विस्फोटक आयुध रोधी दल ने अरब सागर में ड्रोन हमले का शिकार हुए व्यापारिक जहाज का आज निरीक्षण किया। बता दें कि बीते दिनों दिनों पहले यह जानकारी सामने आई थी कि संदिग्ध ड्रोन से इस जहाज पर हमला किया गया था।
लाला सागर में जिस एमवी साईबाबा जहाज पर हमला हुआ है, उसके भारतीय ध्वजवाहक होने के दावे को अधिकारियों ने खारिज कर दिया है। पीटीआइ की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय अधिकारियों के अनुसार एमवी साईबाबा गैबन-ध्वजवाहक पोत है। अमेरिका ने इसके भारतीय होने का दावा किया था।
लाल सागर में पहली बार भारतीय झंडा लगे जहाज पर ड्रोन हमला किया गया है। इसमें 25 भारतीय चालक दल सवार थे। हमले के बाद सभी चालक दल सुरक्षित बताए जा रहे हैं। इस बीच पेंटागन ने रिपोर्ट दी है कि हूती विद्रोहियों ने भारतीय जहाज को निशाना बनाया है। इसके साथ ही गैबन-ध्वजांकित एमवी साईबाबा जहाज पर भी हमला किया गया है।
इस हमले के बाद यूकेएमटीओ ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि भारत के वेरावल से 200 समुद्री मील दक्षिण पश्चिम में एक जहाज पर किए गए ड्रोन हमले से धमाका हुआ और आग लग गई।
अरब सागर में एक व्यापारिक जहाज पर ड्रोन से हमले की सूचना सामने आई है। इस जहाज पर कुल 22 लोग हैं जिसमें से 21 भारतीय हैं। सैन्य सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर अबतक सामने नहीं आई है।
हिंद महासागर में अज्ञात हमलावरों ने एक व्यापारिक जहाज पर बड़ा ड्रोन हमला किया है। यह व्यापारिक जहाज सऊदी अरब के एक बंदरगाह से भारत के मेंगलुरु की ओर कच्चा तेल लेकर जा रहा था। हमले के बाद जहाज में तेज विस्फोट हुआ और उसमें आग लग गई। चालक दलों में 20 भारतीय थे, जो सुरक्षित हैं।
अयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से पहले सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है। पूरी अयोध्या को अभेद्य किले में तब्दील किया जाएगा और बिना अनुमति के ड्रोन नहीं उड़ा सकेंगे। जानें डिटेल्स-
इजरायल-हमास युद्ध के बीच एक पत्रकार की दर्दनाक मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि अलजजीरा के दो पत्रकार दक्षिणी गाजा में कवरेज की लिए मौजूद थे। वहां एक हमला हुआ था। इसी दौरान स्कूल पर इजरायल ने एक और ड्रोन हमला कर दिया। इसमें अलजजीरा का कैमरामैन मलबे में दब गया। जबकि रिपोर्टर घायल होकर बच निकला। कैमरामैन की मौत हो गई।
इजराइल और हमास में जंग के बीच ईरान जो कि इजराइल को कई बार हमले की चेतावनी दे चुका है, अब अपनी सैन्य क्षमता को तेजी से बढ़ा रहा है। ईरान ने अपने कर्रार ड्रोन में माजिद मिसाइल को लैस किया है। सवाल यही उठ रहा है कि कहीं ईरान कोई हमले का 'बड़ा' कदम तो नहीं उठाने जा रहा है?
इजरायल-हमास युद्ध के बीच लाल सागर जंग का नया अड्डा बन गया है। हमास के समर्थन में यमन की ओर से लगातार लालसागर में मौजूद अमेरिकी और अन्य देशों के युद्धपोत को निशाना बनाया जा रहा है। इस बार फ्रांस के युद्धपोत पर ड्रोन हमला किया गया है। फ्रांस के अधिकारियों ने बताया हमलावर ड्रोन यमन की ओर से आते देखा गया।
पंजाब के अमृतसर जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक बार फिर से एक ड्रोन मिला है। यह ड्रोन चीन का बना है। संदेह है इससे अवैध हथियार गिराए गए होंगे। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इस देश में सेना की एक गलती की वजह से मुस्लिम समुदाय के लोग जो धार्मिक त्योहार मना रहे थे, उनकी मौत हो गई। ये संख्या दर्जनों में है। एक स्थानीय नागरिक के दावे को मानें तो यह संख्या 85 के करीब है। इस घटना में बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए।
ड्रोन और उसके सामान की कुल लागत लगभग 10 लाख रुपये है। लागत का करीब 80 प्रतिशत या आठ लाख रुपये तक केंद्र द्वारा प्रदान किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि ड्रोन पायलट को 15,000 रुपये और सह-पायलट को करीब 10,000 रुपये का मानदेय मिलेगा।
रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर शनिवार को सबसे घातक ड्रोन हमला किया है। इससे कीव थर्रा उठा है। यूक्रेनी सेना ने रूस की ओर से किया गया इसे अब तक का सबसे भीषण हमला बताया है। इसमें दर्जनों मकान ध्वस्त हो गए और आरंभिक तौर पर 5 लोग घायल बताए जा रहे हैं।
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