म्यांमा में लोकतंत्र समर्थक समूहों ने राजधानी में कई जगहों को ड्रोन हमले से निशाना बनाया है। समूहों ने सेना के कई बेस पर भी हमले किए हैं। वर्ष 2021 से ही सेना ने जबरन तख्तापलट कर लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सां सू-की को जेल में डाल दिया था। तभी से सेना शासन कर रही है।
अमेरिकी सेना ने यमन में हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले और लाल सागर में बड़ी कार्रवाई की है। अमेरिकी फोर्सेस ने यहां ड्रोन नष्क किए हैं। अमेरिकी मध्य कमान ने ड्रोन्स को खतरा बताया था।
नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत अभी प्राथमिक स्तर पर 1100 महिलाओं को सरकार द्वारा ड्रोन दिए गए हैं और अगले 1 साल में 15000 और महिलाओं को ड्रोन दिए जाने का प्लान है।
रूस और यूक्रेन में जंग दो साल से जारी है। इसी बीच रूसी रक्षा मंत्रालय ने बड़ा दावा किया है। रूस ने कहा है कि उसने यूक्रेनी हमले को नाकाम कर दिया है। साथ ही 234 यूक्रेनी लड़ाकों को मार गिराया है।
हूती विद्रोही लगातार हमलावर हैं। वे कारोबारी जहाजों को निशाना बना रहे हैं, साथ ही अमेरिकी विध्वंसक जहाजों पर भी हमले करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामले में हूतियों ने अमेरिकी जंगी जहाजों पर ड्रोन अटैक किया है।
रूस और यूक्रेन में दो साल से जंग चल रही है। इसी बीच यूक्रेन ने बड़ा दावा किया है। यूक्रेन ने कहा है कि हमने जंग में अहमियत रखने वाले रूसी जहाज को काला सागर में डुबो दिया है।
हूतियों ने लाल सागर में फिर हवाई हमला किया है। इससे एक जहाज समुद्र में डूब गया है।
रूसी सेना ने यूक्रेन के ओडेसा शहर पर भीषण ड्रोन हमला किया है। यह हमला एक बहुमंजली इमारत को निशाना बनाकर किया गया है। यूक्रेन के दावे के अनुसार इस हमले में 3 वर्ष के एक बच्चे समेत 3 लोगों की मौत हुई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का आरोप है कि रूसी सेना नागरिकों से युद्ध कर रही है।
यह ड्रोन स्काई एयर नाम की होम डिलीवरी कंपनी का था। ड्रोन के माध्यम से यूनीटेक फ्रेस्को सोसाइटी में चिकन की डिलीवरी भेजी जा रही थी। स्काई एयर द्वारा ड्रोन का ऐसे समय उपयोग किया जा रहा था जब जिले में मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर के दौरे के कारण निषेधाज्ञा लागू थी।
तुर्की ने अपने दोस्त अजरबैजान को खतरनाक किलर ड्रोन दिया है। इसका उपयोग आर्मीनिया के लिए किया जा सकता है। अजरबैजान और उसके पड़ोसी देश आर्मीनिया में तनाव बना हुआ है। ऐसे में भारत ने आर्मीनिया को एंटी ड्रोन सिस्टम दिया है।
यूक्रेन की सेना ने काला सागर में रूस के एक युद्धपोत को ड्रोन हमले में समुद्र में डुबोने का दावा किया है। यूक्रेन ने दावे में कहा कि उसने रूसी पोत पर हमला करके उसे समुद्र में डुबो दिया है। वहीं रूसी जांच कर्ताओं ने दावा किया था कि यूक्रेन ने अमेरिका निर्मित 2 पैट्रियट मिसाइलों द्वारा पोत को मार गिराया था।
अमेरिका सेना ने इराक में मिलिशिया आतंकियों के 3 अहम ठिकानों पर बड़ा हवाई हमला किया है। ईरान समर्थित इन आतंकियों के ग्रुप को अमेरिका ने मिसाइल और ड्रोन हमलों से निशाना बनाया है। इन आतंकियों ने एक हमले में अमेरिकी सैनिकों को घायल कर दिया था।
यूक्रेन का रूस पर बड़ा हमला हुआ है। यूक्रेनी ड्रोन अटैक से रूस का तेल डिपो धू धू कर जल उठा है। जंग के बीच यूक्रेन भी रूस पर लगातार हमलावर हो रहा है।
बताया जा रहा है कि अदन की खाड़ी में मार्शल द्वीप के ध्वज वाले एक वाणिज्यिक जहाज पर बुधवार रात ड्रोन हमला हुआ, जिसके तुरंत बाद भारतीय नौसेना ने जवाबी कार्रवाई की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जहाज पर नौ भारतीयों सहित चालक दल के 22 सदस्य सवार थे।
जिस ईरान ने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक की है, कभी वह पाक का पक्का दोस्त था। दोनों देशों में भाई-भाई जैसा रिश्ता था। मगर वक्त का पहिया ऐसा घूमा कि धीरे-धीरे विभिन्न वजहों अब दोनों देश एक दूसरे के कट्टर दुश्मन हो गए। वहीं ईरान की करीबी इस बीच भारत के साथ बढ़ने लगी।
पाकिस्तान को ईरान ने बड़ा झटका देते हुए उस वक्त आतंकवादी समूह जैश-अल-अदल के ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला कर दिया, जब पीएम अनवर उल हक काकर ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन के साथ दाओस में राजनयिक वार्ता कर रहे थे। पाकिस्तान ने इस हमले में 2 बच्चों के मारे जाने की पुष्टि की है।
भारत के बाद ईरान ने भी पाकिस्तान के आतंकवादी समूह जैश-अल-अदल के ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया है। इससे पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इसे हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करार देते हुए गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है। इससे पहले भारत पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर चुका है।
मालदीव के राष्ट्रपति लगातार भारत विरोधी काम कर रहे हैं। उन्होंने तुर्की से किलर ड्रोन के लिए बड़ी डील की है। ये वही ड्रोन हैं, जिनका उपयोग यूक्रेन ने रूस से जंग में किया है। पाकिस्तान भी इन ड्रोन का इस्तेमाल करता है।
लाल सागर में विभिन्न देशों की जहाजों पर हमले कर रहे यमन के हूती विद्रोहियों की शामत आ गई है। ब्रिटेन और अमेरिकी सेना के हमलों से हूतिये थर्रा उठे हैं। अमेरिका और ब्रिटेन की अगुवाई में कई देशों ने मिलकर लाल सागर में समुद्री सुरक्षा को सुनिश्चित बनाए रखने के लिए ‘ऑपरेशन प्रॉस्पेरिटी गार्जियन’ शुरू किया है।
लाल सागर में यमन के हूतियों ने एक बार फिर कई जहाजों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए हैं। हालांकि इनमें किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। हूतियों ने यह हमले अमेरिका और फ्रांस की चेतावनी के बावजूद किया है। हूतिये गाजा पर इजरायली हमले के खिलाफ लगातार लाल सागर में जहाजों को निशाना बना रहे हैं।
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