जीपीएस लगे और 10 किलोग्राम तक का वजन उठा सकने वाले ड्रोन विमानों ने पाकिस्तान से करीब सात-आठ बार आकर भारत में एके-47 राइफलें, पिस्तौल और हथगोले गिराए जो पंजाब के तरनतारन जिले में बरामद किए गए।
जब अरामको के विश्व के दो सबसे बड़े तेल प्रसंस्करण संयंत्रों पर ड्रोन से हमला किया गया, तब इसकी तेज आवाज से न केवल सऊदी अरब के निवासी हिल उठे, बल्कि पूरा वैश्विक तेल उद्योग हिल उठा और व्यापारियों में अफरातफरी मच गई।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) का एक ड्रोन मंगलवार को चित्रदुर्ग जिले में एक खेत में परीक्षण के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी अरामको के दो बड़े ठिकानों पर शनिवार को हुए ड्रोन हमलों के बाद कच्चे तेल की कीमत बीते चार महीने में सबसे अधिक दर्ज की गई है। जो दैनिक वैश्विक तेल आपूर्ति का 5 प्रतिशत है।
यमन के हुती विद्रोहियों द्वारा सउदी अरब में विश्व के सबसे बड़े तेल शोधन संयंत्र और एक प्रमुख तेल क्षेत्र पर शनिवार को किए गए ड्रोन हमले से भड़की आग के चलते सउदी अरब की आधी से अधिक तेल आपूर्ति बाधित हो गयी है।
सऊदी अरामको सऊदी अरब की राष्ट्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस कंपनी है। यह राजस्व के मामले में दुनिया की कच्चे तेल की सबसे बड़ी कंपनी है।
लेबनान और हिजबुल्ला के अधिकारियों ने बताया कि पहला ड्रोन संगठन के मीडिया कार्यालय भवन की छत पर और दूसरा इसके पीछे जमीन पर गिरा।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को घोषणा की थी कि अमेरिकी सेना ने शुक्रवार को ईरान के एक ड्रोन को मार गिराया।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा करते हुए कहा है कि अमेरिका के एक युद्धपोत ने होरमुज जलमरुमध्य में एक ईरानी ड्रोन को नष्ट कर दिया है।
मुख्य सचिव ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि जुलाई माह में हरिद्वार से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर आज बैठक की गई, जिसमें चार राज्यों के अधिकारी शामिल हुए।
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में जेल के ऊपर दिखा ड्रोन, पुलिस ने ड्रोन को कब्ज़े में लेकर शुरू की जांच
ईरान द्वारा अमेरिकी निगरानी सैन्य ड्रोन को मार गिराने के बाद दुनियाभर की प्रमुख एयरलाइन कंपनियों ने शुक्रवार को अपनी उड़ानों के मार्ग परिवर्तित करने शुरू कर दिये ताकि होर्मुज जलडमरूमध्य के आसपास के क्षेत्रों से बचा जा सके।
ईरान द्वारा अमेरिका का ड्रोन मार गिराए जाने के तुरंत बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सैन्य कार्रवाई का आदेश दे दिया था।
जासूसी ड्रोन को मार गिराए जाने की घटना के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।
इससे पहले, अमेरिका के एक जनरल ने कहा था कि ड्रोन ईरानी तट से 34 किलोमीटर दूर था। ज़रीफ ने कहा, ‘‘हम जंग नहीं चाहते हैं, लेकिन हम अपने आसमान, ज़मीन और जल क्षेत्र का पूरी तरह से बचाव करेंगे।’’
आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच इस समय जबर्दस्त तनाव है, और यदि ईरान का दावा सच साबित होता है तो आने वाले कुछ घंटे बेहद महत्वपूर्ण रहने वाले हैं।
सऊदी अरब के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना और यमन के हूती विद्रोहियों के बीच चल रही जंग में पिछले कुछ दिनों में तेजी देखने को मिली है।
फूड डिलीवरी के औसत 30 मिनट को 15 मिनट में बदलने के लिए हवाई मार्ग का सहारा लेना ही इकलौता संभव रास्ता है।
अधिकारियों के मुताबिक ट्रम्प प्रशासन अपनी बेहतरीन रक्षा प्रौद्योगिकियों की भारत को पेशकश करने के लिए तैयार है। व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘‘अमेरिका ने भारत को हथियारों से लैस ड्रोन बेचने की मंजूरी दी है। हमने भारत को समन्वित हवाई एवं मिसाइल रक्षा प्रौद्योगिकी की भी पेशकश की है।’’
ईरान समर्थित विद्रोहियों ने सऊदी अरब के एक एयरपोर्ट और सेना के एक ठिकाने पर बम लदे हुए ड्रोन से हमला किया।
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