जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में तीन अलग-अलग स्थानों पर संदिग्ध पाकिस्तानी ड्रोन मंडराते देखे गए।
भारत में आतंकवाद को फैलाने के लिए पाकिस्तान अब ड्रोन का सहारा ले रहा है। सुरक्षा एजेंसियों ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के कनाचक क्षेत्र में एक ड्रोन को मार गिराया है और उस ड्रोन के साथ 5 किलो विस्फोटक बंधा हुआ पाया गया है।
जम्मू-कश्मीर के कनाचक इलाके में सुरक्षाबलों ने एक ड्रोन मार गिराया गया है, ड्रोन से विस्फोटक सामग्री भी बरामद की गई है।
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने एक बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए कनाचक इलाके में एक ड्रोन को मार गिराया जबकि भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है
देश की सुरक्षा एजेंसियों ने राजधानी दिल्ली में ड्रोन हमले के खतरे को लेकर अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट के मुताबिक आतंकी ड्रोन जिहाद के नाम से दिल्ली में हमला करने की फिराक में हैं।
जम्मू-कश्मीर के सांबा और जम्मू में अलग-अलग जगहों पर 4 संदिग्ध ड्रोन देखे गए हैं। इससे पहले सांबा और हीरा नगर में गुरुवार देर रात भी ड्रोन दिखाई दिए थे।
जम्मू-कश्मीर के सांबा और हीरा नगर में गुरुवार देर रात फिर से ड्रोन दिखाई दिए हैं। संदिग्ध ड्रोन पर सुरक्षा बलों ने कई राउंड फायरिंग की।
जम्मू में जिस वक्त बीते सप्ताह एयरबेस पर ड्रोन अटैक हुआ था, उसी दौरान पाकिस्तान के इस्लामाबाद में स्थित भारतीय दूतावास पर भी ड्रोन की घुसपैठ हुई थी। सूत्रों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के सैन्य ठिकानों पर ड्रोन अटैक के आसपास ही यह घटना हुई थी।
सूत्रों के अुसार जिस समय 26 जून की रात को जम्मू में ड्रोन अटैक हुआ था, पाकिस्तान में स्थित भारतीय दूतावास के ऊपर ड्रोन भी उसी समय पर देखा गया था
ड्रोन को लेकर सीमा सुरक्षा बल की तरफ से कहा गया कि अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पार कर भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास कर रहा था लेकिन जैसे ही BSF के जवानों ने उसपर फायरिंग की तो वह तुरंत वापस लौट गया
सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने बृहस्पतिवार को कहा कि ड्रोन की आसानी से उपलब्धता ने सुरक्षा चुनौतियों की जटिलता बढ़ा दी है और भारतीय सेना खतरों से प्रभावी तरीके से निपटने की क्षमताएं विकसित कर रही है चाहे ये खतरे देश प्रायोजित हों या देशों ने खुद पैदा किए हों।
D-4 सिस्टम नाम की तकनीक से ड्रोन को पकड़ने के लिए तैयार होने वाले उपकरणों के लिए भी DRDO ने कंपनियों का चुनाव कर लिया है और जल्द ही उन्हें तकनीक का ट्रांसफर किया जाएगा। कंपनियों द्वारा तैयार किए जाने वाले ड्रोन रोधी उपकरणों को संवेदनशील जगहों पर लगाया जाएगा।
जम्मू में वायुसेना अड्डे पर अपनी तरह के पहले ड्रोन हमले के कुछ दिनों बाद, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा पर चर्चा के लिए मंगलवार दोपहर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ बैठक की और रक्षा क्षेत्र में भविष्य की चुनौतियों पर चर्चा की।
यह बात तो सभी जानते हैं कि जब भी भारत कश्मीर घाटी में शांति की पहल शुरू करता है, तो सीमा के दूसरी तरफ मौजूद आतंकी गुट और उनके पाकिस्तानी आका ऐक्टिव हो जाते हैं।
सामरिक एवं व्यावसायिक संपत्तियों के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए हथियारों के रूप में ड्रोनों के प्रयोग की आशंका पर वैश्विक समुदाय को गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है।
जम्मू में भारतीय वायु सेना के स्टेशन पर रविवार तड़के दो ड्रोन से विस्फोटक गिराए गए थे, जिसमें दो जवान घायल हो गए थे।
परियोजना के निर्माण की शुरुआत और परियोजना के पूरा होने तक मासिक ड्रोन सर्वेक्षण के साथ एनएचएआई उन सभी विकसित परियोजनाओं के मासिक ड्रोन सर्वेक्षण भी करेगा जहां संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी एनएचएआई की है।
इस योजना के लिए ड्रोन सर्वे का एक पायलट प्रोजेक्ट 40 हजार गांवों पर सफलतापूर्वक पूरा किया जा चुका है। जिसमें सैकड़ों लोगों को प्रॉपर्टी कार्ड दिए गए हैं।
योजना के तहत गांवों की ड्रोन की मदद से मैपिंग की जाएगी। जिससे ग्रामीण इलाकों में रिहायशी घरों के मालिकों को उनके घर के मालिकाना हक का दस्तावेज दिया जाएगा. जिससे जमीन विवाद खत्म होंगे और लोग अपने घरों के बदले कर्ज आदि उठा सकेंगे।
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