केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि वह देश में बिना चालक वाली (ड्राइवरलेस) कारों को अनुमति नहीं देंगे।
सचिन तेंदुलकर ने हाल ही में ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने पहली बार ड्राइवर लेस पार्किंग कार का एक्सपीरियंस साझा किया।
कंपनियां जोर-शोर से ऐसी कारें बनाने में जुटी हैं लेकिन तभी कुछ ऐसी खबरें आ जाती हैं जो इन कारों के प्रति शंका से भर देती हैं।
देखें, स्मार्टफोन के कंट्रोल में चल रही यह कार कुत्ते को टक्कर मारती है या नहीं....
पहली बार हुवावे एक ऐसी प्रौद्योगिकी पेश करने जा रही है, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता सक्षम स्मार्टफोन का उपयोग कर कार चला सकती है। यह कार सड़क पर चीजों की पहचान कर सकती है।
कार के स्टीयरिंग वील, गियर शिफ्टर और पेडल्स को छोड़ दिया जाए तो इसका इंटीरियर बाकी कारों के जैसा ही है...
जापानी ऑटोमोबाइल कंपनी निसान ने इलेक्ट्रिक कार बाजार में अपनी नई पेशकश कर दी है। कंपनी ने अपनी नई जेनरेशन की इलेक्ट्रिक कार लीफ से पर्दा उठा दिया है।
ट्रांसपोर्ट सेक्टर में ट्रक और टैक्सी कंपनियों की तरफ से लाखों नौकरियां दी जा रही हैं और बिना ड्राइवर कार की तकनीक से यह सभी नौकरियां खतरे में आ सकती है
विशाल सिक्का ने कहा कि ड्राइवर लैस कार तकनीक पर हम गंभीरता से काम कर रहे हैं। इस क्षेत्र में विकास की बहुत संभावनाएं हैं और हमारा पूरा ध्यान इस पर है।
सरकार की भारत की सड़कों पर भी जल्द ही ड्राइवरलेस कारें चलाने की योजना है। दरअसल सरकार मोटर व्हीकल ऐक्ट में संशोधन की तैयारी कर रही है।
स्मार्टफोन बाजार ज्यादातर स्मार्टफोन निर्माताओं ने इनोवेशन के बूते नई ऊंचाइयों को छुआ वहीं कुछ Samsung ने असफलता के कारण निराश भी किया।
गूगल ने सबसे पहले बिना ड्राइवर के चल सकने वाली कार का विकास शुरू किया। लेकिन अब टेस्ला मोटर्स, जीएम और फोर्ड भी जोर-शोर से इसे विकसित करने में जुटी है।
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