भारतीय वैज्ञानिकों ने मिशन शक्ति से अंतरिक्ष में उपग्रह मार गिराने की क्षमता का सफल प्रदर्शन किया। भारत ने सही मायनों में खुद को अंतरिक्ष की एक बड़ी शक्ति के रूप में स्थापित कर लिया है।
भारत ने रविवार को 3,500 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली परमाणु सक्षम K-4 बैलिस्टिक मिसाइल का आंध्र प्रदेश तट से सफल परीक्षण किया।
2022 में अंतरिक्ष की यात्रा पर जाने वाले गगनयान मिशन के अंतरिक्षयात्रियों के लिए डीआरडीओ ने विशेष खाना
प्रधानमंत्री मोदी ने बृहस्पतिवार को देश के वैज्ञानिकों और नवोन्मेषकों से अपनी सोच का विस्तार करने का आह्वान किया और उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार पूरी तरह उनके साथ है।
भारत ने परमाणु क्षमता संपन्न स्वदेश निर्मित पृथ्वी दो मिसाइल का फिर से रात में सफल परीक्षण किया।
रक्षा विकास अनुसंधान संगठन (DRDO) द्वारा मांगे गए विभिन्न पदों पर आवेदन करने की अंतिम तारीख 15 अक्टूबर है
हवा से हवा में मार करने वाली अस्त्र मिसाइल के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने 5 परीक्षण किए हैं और पांचों परीक्षण सफल रहे हैं
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने ‘गगनयान’ परियोजना के लिए मानव केंद्रित प्रणालियां विकसित करने के लिहाज से सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये।
देश के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने मंगलवार को हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल अस्त्र का सफल परीक्षण किया है
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) का एक ड्रोन मंगलवार को चित्रदुर्ग जिले में एक खेत में परीक्षण के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन, DRDO ने रिसर्च एसोसिएट के पदों पर भर्ती निकाली है।
डीआरडीओ के पूर्व वैज्ञानिक एवं ब्रह्मोस मिसाइल कार्यक्रम का नेतृत्व करने वाले ए शिवतनु पिल्लई ने दावा किया है कि भारत हीलियम-3 प्राप्त करने के लिए 10 साल में चंद्रमा की सतह पर एक बेस स्थापित करने में सक्षम हो जाएगा।
भारत ने ओडिशा के परीक्षण केंद्र से एक परिष्कृत मिसाइल का रविवार को परीक्षण किया। ‘सतह से हवा में मार करने में सक्षम त्वरित प्रक्रिया मिसाइल’ (क्यूआरएसएएम) को प्रत्येक मौसम तथा प्रत्येक इलाके में इस्तेमाल हो सकने के लिहाज से तैयार किया गया है।
भारत ने बीते रविवार (7 जुलाई) को स्वदेशी एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल 'नाग' के तीन सफल परीक्षण पूरे कर लिए।
मिसाइल का परीक्षण रात लगभग साढ़े आठ बजे चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज के लांच कॉम्प्लेक्स- तीन से किया गया। सतह से सतह तक मार करने वाली इस मिसाइल की मारक क्षमता 350 किलोमीटर तक है।
रक्षा मंत्रालय के तहत रक्षा विकास अनुसंधान संगठन (डीआरडीओ) ने 351 टेक्नीशियन पदों के लिए डीआरडीओ भर्ती 2019 के लिए अधिसूचना जारी की है।
भारत और रूस ने दोनों देशों की सामरिक शक्ति को मजबूत करने के लिए जब ब्रह्मोस को लेकर समझौता किया होगा तो सोचा भी नहीं होगा कि यह रक्षा उत्पादों की श्रेणी का एक बड़ा ब्रांड होगा।
गाइडेड बम का परीक्षण ऐसे समय में किया गया है जब दो दिन पहले ही भारतीय वायुसेना ने अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में एक सुखोई विमान से सुपरसोनिक ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल के हवाई संस्करण का सफल परीक्षण किया।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने सोमवार को चांदीपुर टेस्ट रेंज में एरियल हाई स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टार्ग्रेट (HEAT) 'अभ्यास' का सफल परीक्षण किया।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी ने कहा कि भारत द्वारा मार्च में किए गए उपग्रह भेदी परीक्षण से उत्पन्न हुआ अधिकतर मलबा नष्ट हो गया है और जो थोड़ा-बहुत बचा हुआ है वह ‘कुछ वक्त’ में खत्म हो जाएगा।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़