विदेश मंत्री ने भारत-अमेरिका संबंधों और ट्रंप की जीत पर कहा, "प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संभवतः उन पहले तीन लोगों में थे, जिनसे नव-निर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने बात की।" उन्होंने कहा कि भारत और प्रधानमंत्री मोदी ने कई राष्ट्रपतियों के साथ तालमेल बनाया है।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण समारोह के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया है। जो उनके भव्य शपथ ग्रहण समारोह का खाका तैयार करेगी। ट्रंप ने कहा कि चुनाव की रात हमने इतिहास लिखा।
अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद डोनाल्ड ट्रंप दोबारा इस पद की शपथ लेने को तैयार हैं। वह 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बनेंगे। Trump 2.0 पिछले कार्यकाल से कितना अलग होगा। वह वैश्विक चुनौतियों के बीच किस तरह की नई पॉलिसी अपनाएंगे, इस पर दुनिया भर की निगाहें हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने स्विंग स्टेट्स एरिजोना को भी फतह कर लिया है। इस जीत के साथ ही ट्रंप ने सभी स्विंग स्टेट्स में डेमोक्रेट पार्टी की अपनी प्रतिद्वंदी कमला हैरिस को क्लीन स्विप कर दिया है।
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ह्वाइट हाउस बुलाया है। बाइडेन का निमंत्रण पाने के बाद बुधवार यानि 13 नवंबर को ट्रंप बाइडेन के साथ ह्वाइट हाउस में बैठक करेंगे।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप के लिए आतंकवाद पर करारा प्रहार उनकी प्राथमिकताओं में है। इसलिए पाकिस्तान जैसे आतंकपरस्त देश अभी से चिंतित होने लगे हैं। पाकिस्तान को आतंकियों का सबसे बड़ा पनाहगाह माना जाता है। इसलिए ट्रंप ने पाकिस्तान को आतंकी सूची में डाल दिया था।
डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में नेवादा को भी फतह कर लिया है। नेवादा जीतकर उन्होंने 20 साल बाद दोबारा यहां रिपब्लिकन पार्टी की जीत का पताका फहराया है। 2004 के बाद से यहां लगातार डेमोक्रेट्स की जीत होती आ रही थी।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्रंप को उनकी जीत के लिए बधाई देने को जब फोन किया था तो उनके बगल में अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क भी बैठे थे। ट्रंप ने जेलेंस्की के फोन को ऑन स्पीकर कर दिया। ट्रंप ने बाद में जेलेंस्की और एलन मस्क की भी फोन पर बात कराई।
अमेरिकी चुनाव से पहले डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। इसके पीछे ईरान का हाथ होने की संभावना जताई जा रही है।
मूडीज ने कहा, ‘‘अमेरिकी नीति में इस बदलाव से भारत और आसियान देशों को फायदा हो सकता है। अमेरिका-चीन के बीच लगातार ध्रुवीकरण से क्षेत्र में भू-राजनीतिक बंटवारा बढ़ने का भी खतरा है जो सेमीकंडक्टर की ग्लोबल सप्लाई में खलल डाल सकता है।’’
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों में ट्रंप की बंपर जीत के बाद रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर इस वक्त सबसे बड़ी खबर सामने आई है। रॉयटर्स ने क्रेमलिन के हवाले कहा है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप से यूक्रेन युद्ध पर वार्ता करने को तैयार हैं। बशर्ते इसके लिए उनकी पूर्ववत शर्तें लागू रहेंगी।
राष्ट्रपति चुनावों में धमाकेदार जीत करने वाले डोनल्ड ट्रंप के खिलाफ लिबरल युवतियों ने हैरान कर देने वाला आंदोलन चलाने का आह्वान कर दिया है। इसमें युवतियों ने ऐसे लड़कों से अगले 4 साल तक शादी, डेटिंग, प्यार, संबंध और बच्चे पैदा करने से इनकार किया है, जिन्होंने ट्रंप को वोट दिया है।
सुजैन विल्स की नियुक्ति करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के इतिहास में पहली महिला ‘चीफ ऑफ स्टाफ’ के रूप में उनका होना सम्मान की बात है और वह देश को फिर से महान बनाने के लिए अथक प्रयास करती रहेंगी।
डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर बधाई देते हुए क्या बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ट्रंप को मसीहा कहा है? दरअसल ऐसा एक लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जो पूरी तरह से फर्जी है।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप के हाथों कमला हैरिस की हार के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के कई लोगों ने राष्ट्रपति जो बाइडेन की तरफ भी उंगलियां उठानी शुरू कर दी हैं।
टेस्ला के CEO एलन मस्क ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के सियासी भविष्य पर बड़ा बयान दिया है। बता दें कि अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के पीछे मस्क का भी बड़ा योगदान माना जा रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद दुनिया के कई देशों के भीतर सरकार में तनाव का माहौल हो गया है। खुद अमेरिका के पड़ोसी देश कनाडा ने भी अब इस मामले में बड़ा कदम उठाया है।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का पहला बयान सामने आ गया है। आइए जानते हैं कि पुतिन क्या बोले।
अमेरिका में ट्रंप की वापसी ने यूरोप की बेचैनी बढ़ा दी है। कई मामलों में यूरोपीय संघ को ट्रंप की सख्ती की आशंका सताने लगी है। ऐसे में सभी यूरोपीय नेताओं ने एकजुटता का आह्वान किया है।
पिछले चार साल में डोनाल्ड ट्रंप ने तमाम राजनीतिक और अदालती चुनौतियों का सामना किया। आखिर में सभी चुनौतियों को मात देकर उन्होंने ऐतिहासिक जीत दर्ज की। ट्रंप की सत्ता में वापसी को अमेरिका के राजनीतिक इतिहास की सबसे ज़बरदस्त वापसी में रूप में देखा जा रहा है।
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